Sunday, December 22

सुशील पंडित,डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 09 नवंबर :

            यमुनानगर के लेखक ब्रह्म दत्त शर्मा के  कहानी-संग्रह “पीठासीन अधिकारी” को हरियाणा साहित्य अकादमी का प्रतिष्ठित श्रेष्ठ कृति सम्मान मिला है। यह जानकारी अकादमी के अध्यक्ष मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं महानिदेशक सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग डॉ. अमित अग्रवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके दी। इस सम्मान के तहत श्री शर्मा को 31000 हजार रूपये, प्रशस्ति-पत्र एवं हरियाणा रोडवेज की बसों में आजीवन मुफ्त यात्रा के लिए बस पास दिया जाएगा। 2020 में प्रकाशित “पीठासीन अधिकारी” का विमोचन शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर के कर कमलों द्वारा हुआ था। प्रकाशन के बाद से ही यह संग्रह खूब चर्चित रहा है, जिसे देश भर के लेखकों और आम पाठकों द्वारा खूब सराहा गया है।

            अभी तक इसके दो संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं। इस संग्रह में कुल दस कहानियां हैं, जिनमें से पांच कहानियां प्रकाशन से पहले ही भिन्न-भिन्न कहानी प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत की जा चुकीं थीं। शर्मा की चार किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें तीन कहानी संग्रह और एक उपन्यास है। उनके कहानी संग्रह ‘चालीस पार’ 2010, ‘मिस्टर देवदास’ 2014, ‘ पीठासीन अधिकारी’ 2020 में प्रकाशित हुए, जबकि उत्तराखंड त्रासदी पर आधारित उनका उपन्यास ‘ठहरे हुए पलों में’ 2016 में प्रकाशित हुआ था। उनकी कहानियां देश-विदेश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में छपती रही हैं।  

            इससे पहले भी उन्हें लेखन के लिए अनेक पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हुए हैं, जिनमें विश्व हिंदी सचिवालय, मॉरीशस का सर्वश्रेष्ठ हिंदी कहानी पुरस्कार 2019, हरियाणा साहित्य अकादमी का श्रेष्ठ कहानी पुरस्कार 2015, माँ धनपति देवी समृति कथा साहित्य सम्मान 2017 (सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश), श्री बृजभूषण भारद्वाज एडवोकेट समृति साहित्य सम्मान 2015 (कैथल, हरियाणा), अखिल भारतीय डॉक्टर कुमुद टिक्कू कहानी प्रतियोगिता पुरस्कार 2017(जयपुर, राजस्थान), डा, महाराजा कृष्ण जैन स्मृति सम्मान 2018 (शिलांग, मेघालय), हिंदी रत्न सम्मान (घरौंडा, करनाल) आदि प्रमुख हैं। श्री शर्मा का पैतृक गांव झीवरहेड़ी है। वर्तमान में वे सेक्टर18 हुडा के निवासी हैं और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पाबनी कलां में एस एस एस मास्टर के पद पर कार्यरत हैं।