Monday, December 23

डेमोक्रेटिक फ्रंट 

कृषि विभिन्नता के लिए केंद्र सरकार अन्य फसलों पर भी न्यूनतम समर्थन मूल्य यकीनी बनाए – विधान सभा स्पीकर

किसानी को संकट में से निकालने के लिए पंजाब सरकार वचनबद्ध

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब विधान सभा के स्पीकर स. कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार सही दिशा की ओर बढ़ रही है और यह किसानों को विभिन्न संकटों में से बाहर निकालने के लिए पूरी वचनबद्ध है।

आज सी. आई. आई. के उत्तरी क्षेत्र के स्थानीय हैडक्वाटर में से प्रीमियर एग्री एंड फूड टेक्नोलोजी फेयर को संबोधित करते हुए स. संधवां ने कहा कि बदलते हालातों में ठोस और प्रभावी कृषि नीति की अनुपस्थिति के कारण पंजाब में कृषि का संकट बढ़ा है और अब मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार किसानी को संकट में से बहर निकालने के लिए लगातार यत्नशील है। उन्होंने कहा कि पंजाब ने देश को अनाज के क्षेत्र में आत्म-निर्भर बनाने के लिए अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि राज्य को धान और गेहूँ के फ़सली चक्र में से बाहर निकालने की अब बहुत ज़रूरत है जिसके लिए कृषि विभिन्नता अपनाये जाने की ज़रूरत है। इसको अमल में लाने के लिए केंद्र की तरफ से गेहूँ और धान के इलावा दूसरी फसलों पर भी न्यूनतम समर्थन मूल्य यकीनी बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कृषि संकट के हल के लिए नयी स्कीमों और नये प्रयास अपनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है।

विधान सभा स्पीकर ने कहा कि ऐसे मेले कृषि और बागवानी में नये कदम और नयी तकनीकों के बारे जानकारी देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किसान मेलों को आयोजित करके किसानी को नयी तकनीकों का लगातार ज्ञान दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह मेले ग्रामीण इलाकों में और भी अच्छे नतीजे निकाल सकते हैं। इससे सरकार और अन्य उद्योगपतियों की किसानों तक पहुँच आसान होगी। स. संधवां ने कहा कि पंजाब के किसानों ने हमेशा देश में अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि पंजाब का किसान हमेशा से ही हर नयी तकनीक और हर नयी खोज को अपनाता आया है और कृषि विभिन्नता के लिए बागवानी बढ़िया विकल्प है।