जसबीर बंटी ने टो वाल का काम करवाया शुरू

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़  –  11 अक्टूबर  : 

वार्ड नम्बर 24 के पार्षद जसबीर बंटी ने आज सेक्टर 42 के मकान नम्बर 2955 से 2967 तक एम एस फ्लैट रेलिंग के अधीन टो वाल का काम शुरू करवाया। इसका विधिवत शुभारंभ जसबीर बंटी ने परमपिता परमात्मा के आगे अरदास कर नारियल फोड़ कर किया।  यह कार्य नगर निगम के सुपेरिटेंडिंग इंजीनियर कृष्ण पाल सिंह, एक्स ई एन प्रितपाल सिंह, एस डी ओ मृणाल डोगरा, एस डी ओ अश्वनी कुमार,जे ई सुमित कुमार, जेई हरि मोहन, आर डब्ल्यु ए सेक्रेटरी एन के कपूर, केशियर बी बी गुप्ता और अशोक गोयल, डिंपल, सरोज सैन, पवन सिंगला,के के शर्मा, डावर, एस के बंसल ,अमन सिंह,दीप सैनी तजिंदर लकी,बरमेला शर्मा एवम मनीष कपूर उपस्थित थे।     पार्षद जसबीर सिंह बंटी ने कहा कि टो वाल का काम काफी देर से पेंडिंग था। अब इसे शुरू कर दिया गया है। वार्ड के विकास के लिए यथासंभव प्रयास जारी है। वार्ड निवासियों की नगर निगम से संबंधित लगभग सभी समस्याओं का कार्य प्राथमिकता के आधार पर करवाया जा रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2022 के उपलक्ष्य पर ‘एसडीजी5 कम्पेटिबल चंडीगढ़ 2030 अभियान’ का की किया शुभारंभ

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़  –  11 अक्टूबर  : 

            अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2022 के अवसर पर, एक अद्वितीय ‘एसडीजी5 कम्पेटिबल चंडीगढ़ 2030 अभियान’ व ‘पिंक टर्बन अभियान’ 56 मेंबर्स स्टूडेंट्स स्ट्रांग गर्ल्स पार्लियामेंट के साथ धनास के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शुरू किया गया।

            यह कार्यक्रम एनजीओ युवसत्ता (यूथ फ़ॉर पीस) और स्टेट लीगल सर्विसेस ऑथोरिटी, यू.टी. द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। इस अवसर पर एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज व मेंबर सेक्रेटरी स्टेट लीगल सर्विसेस अथॉरिटी यू.टी. श्री सुरेन्द्र कुमार मुख्य अतिथि थे तथा सीसीपीसीआर-चंडीगढ़ कमीशन फ़ॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स की पूर्व चेयरपर्सन प्रो. देवी सिरोही ने इस पहल की अध्यक्षता की।

            इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती सीमा रानी ने बताया कि आज उनके स्कूल के 1500 से अधिक छात्रों ने ‘पिंक टर्बन अभियान’ में पूरे दिल से भाग लिया, जिसमें छात्राएं और महिला शिक्षक पगड़ी के रूप में गुलाबी दुपट्टे पहनकर आई थीं। एकजुटता दिखाने के लिए लड़के गले में गुलाबी रंग का स्टोल पहनकर आए। प्रो. देवी सिरोही ने कहा कि पगड़ी उन सभी क्षेत्रों में आदर व सम्मान का प्रतीक है जहां इसे पहनने की प्रथा है, विशेष रूप से उत्तर भारत में, जहां सबसे खराब प्रकार के लिंगानुपात और कन्या भ्रूण हत्या के मामले हैं। गुलाबी रंग करुणा, पोषण और प्रेम का प्रतिनिधित्व करता है। हमारा विचार है कि पगड़ी और गुलाबी रंग का उपयोग करना ‘उभरती कन्याओं और सशक्त महिलाओं’ का एक स्पष्ट और मजबूत संदेश देना है।

            एसडीजी5 के लक्ष्य को साकार करने के पूरे प्रयास तथा चंडीगढ़ में वर्ष 2030 तक लैंगिक समानता हासिल करने की सराहना करते हुए सुरेंद्र कुमार ने कहा कि इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का थीम ‘हमारा समय अभी है-हमारे अधिकार, हमारा भविष्य’ है और दुनिया भर में लड़कियों को उनकी शिक्षा, उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और हिंसा के बिना जीवन के लिए आवश्यक सुरक्षा के लिए अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। चंडीगढ़ में वे निश्चित रूप से समान विचारधारा वाले संस्थानों और एनजीओ के साथ ‘एसडीजी5 कम्पेटिबल चंडीगढ़ सिटी’ के लक्ष्य को साकार करने के लिए एक आधार तैयार कर सकते हैं, जो दुनिया के लिए एक आदर्श मॉडल हो सकता है।

            युवसत्ता के संस्थापक प्रमोद शर्मा ने साझा किया कि यूएन वीमेन एंड द यूएन डिपार्टमेंट ऑफ इकनोमिक एंड सोशल अफेयर (यूएन डीईएसए) द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, पूर्ण लैंगिक समानता प्राप्त करने के लिए, 17 सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) में से एक, यदि प्रगति की वर्तमान दर जारी रहती है, तो लगभग 300 वर्ष लग सकते हैं। लेकिन उन्होंने युवसत्ता एनजीओ में 2030 तक चंडीगढ़ में पूर्ण लैंगिक समानता-एसडीजी 5 हासिल करने का लक्ष्य रखा है। 2030 तक चंडीगढ़ 0% के साथ सभी लड़कियों के लिए विकास के समान अवसरों वाला दुनिया का पहला शहर बन जाना चाहिए। लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ अपराध, सभी प्रमुख पदों पर लड़कियों और महिलाओं के साथ-साथ यह ‘गर्ल्स इंडिया’ के सपने को साकार करने के लिए ‘गर्ल्स पावर’ की बहुत जरूरी प्रेरणा प्रदान करता है।

            इस अवसर पर विक्रम जीत गोडवानी हेल्पलाइन मैनेजर, वीमेन एंड चाइल्ड हेल्पलाइन 181 (यूनिट ऑफ डिपार्टमेंट ऑफ सोशल वेलफेयर, वीमेन एंड चाइल्ड डेवेलपमेंट चंडीगढ़) ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों को भी संबोधित किया।

            वर्तमान पहल में युवसत्ता ने अपने ‘गर्ल्स इंडिया’ कार्यक्रम के तहत स्टेट लीगल सर्विसेस ऑथोरिटी के साथ निकट सहयोग में, 11 अक्टूबर, 2022-अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस से 24 जनवरी 2023- राष्ट्रीय बालिका दिवस तक इसी तरह की पहल के साथ 50 से अधिक स्कूलों और कॉलेजों को कवर करने की योजना बनाई है और बाद में पांच सर्वश्रेष्ठ भाग लेने वाले स्कूलों / कॉलेजों को 30 जनवरी, 2023-महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर विशेष सम्मान / आगे की मान्यता दी जाएंगी।

एक रुमेटोलॉजिस्ट द्वारा प्रारंभिक निदान और समय पर चिकित्सा हस्तक्षेप गठिया का इलाज कर सकता है: डॉ अनिल अब्रोल

वर्ल्ड अर्थराइटिस डे

डेमोरेटिक फ्रंट संवाददाता, मोहाली 11 अक्टूबर, 2022: 

गठिया या अर्थराइटिस जो एक या अधिक जोड़ों में सूजन का कारण बनता है, हर साल दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करता है। हालांकि, रुमेटोलॉजिकल विकारों को अक्सर अनदेखा किया जाता है और इसे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का हिस्सा माना जाता है। इस ग़लतफ़हमी के चलते कई लोग अपनी हालत का इलाज कराने से कतराते हैं। लेकिन स्वास्थ्य की स्थिति का समय पर चिकित्सा हस्तक्षेप से इलाज किया जा सकता है। यह बात वर्ल्ड अर्थराइटिस डे के मौके पर फोर्टिस अस्पताल मोहाली के रुमेटोलॉजी डिपार्टमेंट के सलाहकार डॉ अनिल अब्रोल एक विशेष सत्र के दावं उपस्थित जनों को बताई। गठिया और इससे संबंधित जटिलताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष के आयोजन का विषय “गठिया इलाज योग्य है”। डॉ अनिल अब्रोल ने सत्र में गठिया के कारणों, लक्षणों, रोकथाम और उपचार के विकल्पों पर प्रकाश डाला।

डॉ अनिल अब्रोल ने अपने संबोधन में कहा कि गठिया से संबंधित स्थितियां जोड़ों में दर्द और जकड़न का कारण बनती हैं और फेफड़े, हृदय और गुर्दे जैसे कई अंगों को भी प्रभावित कर सकती हैं और जीवन के लिए खतरा हो सकती हैं।

उन्होंने बताया कि गठिया के रोगियों में दिल का दौरा पड़ने का जोखिम 200% अधिक होता है, स्ट्रोक का लगभग 150% अधिक जोखिम होता है, और शरीर में तेजी से उम्र बढ़ने के अलावा कैंसर और डिप्रेशन विकसित होने का खतरा अधिक होता है। गठिया से पीड़ित मरीजों को काम करने की क्षमता में कमी का सामना करना पड़ता है।

चिकित्सा स्थिति पर चर्चा करते हुए, डॉ अबरोल ने कहा, “गठिया किसी भी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकती है, जिसमें बच्चों के साथ-साथ युवा वयस्क और मध्यम आयु वर्ग की आबादी भी शामिल है। 100 से अधिक विभिन्न बीमारियां हैं जो गठिया का कारण बन सकती हैं जैसे ऑस्टियोअर्थराइटिस, रूमेटोइड अर्थराइटिस, एंकिलोज़िंग स्पोंडिलिटिस, सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमैटोसस (ल्यूपस), वास्कुलिटिस और सोराटिक अर्थराइटिस व कई अन्य बीमारियां।

उन्होंने बताया कि गठिया के सबसे आम लक्षण हैं सुबह-सुबह अकड़न से जुड़े जोड़ों में दर्द और सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते से जुड़ी संयुक्त भागीदारी, युवा पुरुषों में पीठ के निचले हिस्से में दर्द और अकड़न।

यह बताते हुए कि चिकित्सा हस्तक्षेप गठिया के लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकता है। अबरोल ने आगे कहा कि संतुलित आहार, स्वस्थ वजन बनाए रखना, पर्याप्त शारीरिक व्यायाम और धूम्रपान से परहेज गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।

मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना विश्व की सबसे बड़ी निशुल्क स्वास्थ्य इलाज योजना बनी:- शिक्षा मंत्री कंवरपाल

सुशील पंडित, डेमोरेटिक फ्रंट, यमुनानगर  –  11 अक्तूबर  :

            हरियाणा सरकार में शिक्षा, वन व पर्यटन मंत्री कंवरपाल ने अपने जगाधरी कार्यालय में विभिन्न गांवों से आए हुए लोगों को बताया कि बीते 8 वर्षों में जहां भाजपा मोदी सरकार ने देश में विकास का एक नया मॉडल खड़ा किया है, वहीं पर स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भी 200 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज देश में बनाए गए हैं।  

            भाजपा की सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए 6 मोर्चों पर एक साथ काम कर रही है।  

पहला, प्रिवेंटिव हेल्थ केयर को बढ़ावा देना।

 दूसरा, गांव-गांव में छोटे और आधुनिक अस्पताल खोलना ।

 तीसरा, शहरों में मेडिकल कॉलेज और मेडिकल रिसर्च वाले बड़े संस्थान खोलना।

चौथा, देशभर में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या में वृद्धि।  

पांचवा, मरीजों को सस्ती दवाइयां, सस्ते उपकरण उपलब्ध कराना।

छठा, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके मरीजों को होने वाली मुश्किलों को कम करना।

            शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि केंद्र भाजपा सरकार देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य पर काम कर रही है l हेल्थ इन्फ्राट्रक्चर मिशन के तहत आयुष्मान भारत योजना 64 हजार करोड़ रुपए की लागत से जिला स्तर पर आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का निर्माण कर रही है l 2014 से पहले देश में केवल 7 एम्स थे, लेकिन अब यह संख्या 21 हो गई है।

             भाजपा मोदी सरकार ने देश भर में लगभग 40 विशिष्ट कैंसर संस्थानों को मंजूरी दी है, जिनमें से कई अस्पतालों ने पहले ही सेवाएं प्रदान करना शुरू कर दिया है ,शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने जोर देकर कहा कि अस्पताल बनाना जितना जरूरी है,  उतना ही जरूरी पर्याप्त संख्या में अच्छे डॉक्टरों का होना व दूसरे पैरामेडिकल स्टाफ का उपलब्ध होना भी है।  

            उन्होंने कहा कि इसके लिए भी देश में मिशन मोड पर काम किया जा रहा है l उन्होंने बताया कि 2014 से पहले देश में 400 से भी कम मेडिकल कॉलेज थे l यानी 70 साल में 400 से भी कम मेडिकल कॉलेज वहीं, बीते 8 साल में 200 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज देश में बनाए गए हैं l उन्होंने बताया कि सरकार ने 5 लाख से अधिक आयुष डॉक्टरों को एलोपैथिक डॉक्टरों के समान मान्यता दी है और इससे भारत में डॉक्टर और रोगी के अनुपात में सुधार लाने में मदद मिली है l आयुष्मान भारत में गरीबों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाता है और इसके परिणाम स्वरूप अब तक 3.5 करोड़ मरीजों का इलाज हो चुका है उन्होंने कहा कि 3.5 करोड रोगियों में से कई कैंसर जैसी घातक बीमारी से ग्रस्त थे l आयुष्मान भारत योजना से मरीजों के करीब 40 हजार करोड रुपए की बचत हुई है l

            उन्होंने कहा कि कैंसर के इलाज के लिए 500 से अधिक दवाओं की कीमत में 90% तक की कमी देखी गई है, जिससे 1000 करोड रुपए की बचत हुई है। इस दौरान भाजपा नेता निश्चल चौधरी ,भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग साथ रहे।

पिछले एक दशक में समाज की बेटियों के प्रति बदली है रूढ़िवादी सोच : अलका गर्ग 

सुशील पंडित, डेमोरेटिक फ्रंट, यमुनानगर  –  11 अक्तूबर  :

            बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जिला संयोजिका अलका गर्ग ने बताया कि मैं और आप हरियाणा प्रदेश से हैं। इसलिए ज्यादा बात हरियाणा से होगी। प्रमुख बात उन विपक्षी सरकारों पर भी होगी, जिनकी बेटी विरोधी मानसिकता ने उन्हें  कोख में मारने पर विवश किया। आपको विश्वास नहीं होगा कि इन विपक्षी सरकारों की अकर्मण्यता के कारण हरि के प्रदेश को कन्या भ्रूण हत्या के रूप जाना जाने लगा,उस समय वर्ष 2014 से पूर्व हरियाणा प्रदेश का लिंगानुपात 823 तक पहुंच गया। यानि 177 बेटियों को कोख में मार दिया जाता था।अक्टूबर 2014 में जब बतौर भाजपा मुख्यमंत्री  मनोहर लाल खट्टर ने पदभार संभाला तो पहली बार कोई सरकार बेटियों को लेकर संवेदनशील दिखाई दी।

            भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार व हरियाणा की मनोहर सरकार ने चरणबद्ध तरीके से शासन-प्रशासन में बेटियों को ताकत दी। राजनीति में 33 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है। पंचायतों में भी 50 प्रतिशत भागीदारी की ओर कदम बढ़ाए। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना में भी महिलाओं के जाने के रास्ते खोल दिए हैं, जिसके लिए उन्होंने महिला कमिशन बनाया गया। हरियाणा प्रदेश में भाजपा सरकार ने पीडीएस में महिलाओं का कोटा निर्धारित करते हुए घर के काम-काज में भागीदारी बढ़ाने के  लिए उन्हें रोजगार देने में प्राथमिकता देने की ओर कदम बढ़ाए,समाजसेवी अलका गर्ग ने बताया कि हरियाणा प्रदेश में महिलाओं के 51 हजार से ज्यादा स्वयं सहायता समूह हैं, जिनसे 5 लाख से अधिक परिवार जुड़े हुए हैं।

            महिलाओं को 5 लाख तक का ऋण दिया जाता है जिसके लिए बैंक के श्रम शुल्क को भी नि:शुल्क किया गया है। प्रदेश में वीटा केंद्र स्थापित किये हैं जिनमें 151 केंद्र महिलाएं चला रही हैं। साथ ही 500 हर हित स्टोर स्थापित किये हैं जिनमें महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जिला संयोजिका अलका गर्ग ने बताया कि गरीब लोगों के लिए बनाई अटल कैंटिन में भी 100 से से अधिक स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं काम कर रही हैं।

            सहकारी बैंकों के 1889 सुविधा प्रदाता केंद्रों में महिलाएं कार्यरत हैं। महिलाओं के ऋण रिवोल्विंग फंड को 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपये किया गया है। स्वयं सहायता समूहों को 796 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया है। मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत आयोजित किये गये मेलों के माध्यम से भी एक लाख रुपये की तक आय वाले परिवारों को रोजगार दिया गया है। इसके लिए महिलाओं को प्राथमिकता दी गई है। बैंकों में सुकन्या समृद्घि खाते हर व्यक्ति को खुलवाने चाहिए।आंगनवाड़ी केंद्रों के स्तर में सुधार के लिए प्रदेश के 4000 आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले-वे स्कूलों में तब्दील किया गया है। साथ ही कामकाजी महिलाओं की सहायतार्थ 500 नये क्रैच खोले गए है। गरीब परिवारों के लिए बेटी के जन्म पर 21 हजार रुपये की राशि  दी जाती है जो 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर एक लाख रुपये हो जाती है। मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत 51 हजार रुपये तथा अनुसूचित जाति के परिवारों को 71 हजार  रुपये की सहायता राशि दी जाती है।

            समाजसेवी अलका गर्ग ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 में पानीपत में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की जिसके सफल परिणाम मिले और छवि में सुधार हुआ। अब प्रदेश में प्रति वर्ष लिंगानुपात 930 पर पहुंच गया है। प्रदेश में उज्ज्वला योजना के तहत सवा नौ लाख गैस कनैक्शन दिए गए हैं। महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए हैल्पलाईन नंबर 1091 तथा 112 सुविधा को सुदृढ़ किया गया है। वन स्टोप सेंटर तथा हर जिले में महिला पुलिस थानों की शुरुआत की गई है। महिला पुलिस की संख्या भी 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत की गई है, जिसे 14-15 प्रतिशत तक लेकर जाने का लक्ष्य है। सरकार महिला शिक्षा को समर्पित है जिसके तहत हर 20 किलोमीटर में महिला कालेज स्थापित किये जा रहे है। प्रदेश में 67 नये कालेज खोले गए जिनमें से 42 सिर्फ लड़कियों के लिए खोले गए जबकि शेष 25 कालेजों में भी सह-शिक्षा की व्यवस्था की गई। साथ ही 29 नई आईटीआई भी स्थापित की गई। खेलों में महिला खिलाडियों के सफल प्रदर्शन ने बेटियों को हौसला बढ़ाया। यही सच्चा बालिका दिवस है।

जिला परिषद सदस्य पद के उम्मीदवार राणा आस मोहम्मद ने क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन किया

  • खेलों से हमारा शारिरिक व मानसिक रूप से विकास होता है:-राणा आस मोहम्मद

सुशील पंडित, डेमोरेटिक फ्रंट, यमुनानगर  –  11 अक्तूबर  :

            ज़िला परिषद वार्ड नं.14 से उम्मीदवार राणा आस मोहम्मद मंडौली ने अपने साथियों सहित लापरा गांव में हो रहे क्रिकेट टूर्नामेंट में मुख्यातिथि के रूप में पहुँचकर टूर्नामेंट का उद्घाटन किया और टूर्नामेंट में भाग ले रही लगभग 10 गांवों की टीमों के खिलाड़ियों की सराहना करके खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया।

            राणा आस मोहम्मद ने कहा कि आज के बच्चे ही कल का भविष्य हैं खिलाड़ी कोई भी हो ,किसी भी खेल में भाग लेता हो हमेशा खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए। राणा ने कहा खेल को प्यार से खेले,अपने क्षेत्र व अपने प्यारे हम वतन हिंदोस्तां का नाम रोशन करने के लिए खेल कर नाम रोशन करें।

राणा आस मोहम्मद ने बताया कि खेल से मानसिक व शारिरिक विकास होता है तथा नशों से दूर रहा जा  

            सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारा कुछ युवा वर्ग नशे की गिरिफ्त में जा रहा है जो अति विचारणीय प्रश्न हम सभी के समक्ष है और इस बुराई को दूर करने में खेल से बेहतर माध्यम कोई हो नही सकता। राणा ने कहा कि स्वंम को स्व्स्थ रखने के लिए खेलो के प्रति रुचि रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए मेरा हर सम्भव सहयोग रहेगा।

            अंत में राणा आस मोहम्मद ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि मेरे जिला परिषद वार्ड नं.14 में सभी सम्मानित बुज़ुर्गों और भाई-बहनों का भरपूर स्नेपूर्वक सहयोग व आशीर्वाद मिलता रहेगा।

भारत पुन: विश्व गुरु की ओर अग्रसर : विभाग प्रचारक सुंदरलाल

सुशील पंडित, डेमोरेटिक फ्रंट, यमुनानगर  –  11 अक्तूबर  :

            राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जगाधरी नगर का विजयदशमी उत्सव राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल झंडा चौक जगाधरी में संपन्न हुआ इस कार्यक्रम में जगाधरी नगर की 14 बस्तियों की 15 शाखाओं के कुल 280 स्वयंसेवकों ने भाग लिया जिसमें से 245 स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में उपस्थित थे इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुंदरलाल विभाग प्रचारक अंबाला विभाग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ थे ,सुंदरलाल ने सर्वप्रथम महर्षि वाल्मीकि जी के प्रकट दिवस एवं शरद पूर्णिमा की सबको शुभकामनाएं दी।

विभाग प्रचारक सम्बोधित करते हुए

            उन्होंने बताया की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना डॉक्टर केशव राव बलिराम हेडगेवार जी के द्वारा सन 1925 में विजयदशमी के दिन की थी। उन्होंने बताया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर अनेकों बार पाबंदियां लगाई है परंतु संघ निरंतर बढ़ता चला गया आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूरे विश्व में फैल चुका है आजादी की लड़ाई में भी संघ के कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया है देश के प्रथम प्रधानमंत्री शजवाहरलाल नेहरू भी संघ के कार्यों से बड़े ही प्रेरित थे इन्हीं कारणों से उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की परेड मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बंधुओं को भी आमंत्रित किया। जब जब देश पर संकट आया है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता तन मन धन के समाज के साथ खड़ा नजर आया है।

            उन्होंने बताया की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 2025 में अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है की सन 2025 तक संघ के कार्य के विस्तार की गति दुगनी करनी होगी तभी हम डॉ केशव राव बलिराम हेडगेवार जी का सपना साकार कर पाएंगे।भारत पुनः विश्व गुरु की ओर अग्रसर हो रहा है।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो रमेश धारीवाल सह जिला संघचालक एवं मुल्क राज दुआ नगर संघचालक ने की। कार्यक्रम के उपरांत स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में पथ संचलन किया पथ संचलन झंडा चौक पत्थरों  वाले बाजार खेड़ा मंदिर चौक बाजार प्रकाश चौक हनुमान गेट शर्मा टेंट डी डी अग्रवाल स्कूल रेलवे रोड स्कूल रोड होता हुआ राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में समाप्त हुआ इस पथ संचलन में नगर की अनेकों धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं के द्वारा स्वयं सेवकों बंधुओं पर पुष्प वर्षा कर के स्वागत किया गया इस अवसर पर अमर सिंह नंदगढविभाग कार्यवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं समाज के अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।

चाइल्ड लाइन ने ज़िला बाल सुरक्षा टीम के साथ जैतो में प्राइमरी स्कूल में अंतर राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  – 11 अक्तूबर  :

            चाइल्ड लाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से संचालित नेचुरल केयर चाइल्ड लाइन फरीदकोट की टीम और ज़िला बाल सुरक्षा यूनिट टीम ने मिलकर डी.ई.ओ.शिव राज जी को अगवाई में जैतो वार्ड नंबर 2 प्राइमरी स्कूल में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया  गया।

            इस मौके पर चाइल्ड लाइन टीम द्वारा जैतो बी.पी.ई.ओ. दलबीर सिंह, सी.डी.पी.ओ. कोटकपूरा 2 दर्शन कौर और सुपरवाइजर कोमल बांसल जी का सुंदर रंगोली बनाकर स्वागत किया गया।बच्चो को बताया यह दिवस हर साल 11 अक्टूबर को मनाया  जाता है।

            इस अवसर पर बच्चो ने से बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ पर एक  नुक्कड़ नाटक किया।इस अवसर पर चाइल्ड लाइन टीम कोऑर्डिनेटर सोनिया रानी, जिला बाल सुरक्षा यूनिट टीम से काउंसलर मालती जैन, सी.पी.ओ. जोली मोंगा जी ने सभी को जानकारी दी कि इस दिन को मनाने का मूल उद्देश्य बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों के संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। पहले के समय में बाल विवाह प्रथा, सती प्रथा, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी रूढ़िवादी प्रथाएं काफी प्रचलित हुआ करती थी। इसी कारण लड़कियों को शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार और चिकित्सा जैसी चीजों से वंचित रखा जाता था।हालांकि अब इस आधुनिक युग में लड़कियों को उनके अधिकार देने और उनके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं।इस मौके पर सभी को चाइल्ड लाइन 1098 नंबर के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस अवसर पर बच्चो ने अलग अलग गतिविधिया भी की। गतिविधियों में भाग लेने वालों बच्चों को चाइल्डलाइन टीम ज़िला बाल सुरक्षा यूनिट टीम की तरफ से ईनाम देकर सम्मानित किया और चाइल्ड लाइन टीम द्वारा जैतो बी.पी.ई.ओ. दिलबीर सिंह, हैड टीचर रूपिंदर कौर, सी.डी.पी.ओ. कोटकपूरा 2 दर्शन कौर को सम्मानित चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

            अंत में टीम के तरफ से रिफ्रेशमेंट बांटी गई और इस मौके बी.पी.ई.ओ.दलबीर सिंह की तरफ से आंगनवाड़ी वर्कर परवीन कौर और परमजीत कौर को प्रशंसा पत्र और इनाम देकर सम्मानित किया गया।इस मौके पर स्कूल समूह स्टॉफ,आंगनवाड़ी वर्कर जसविंदर कौर, चरणजीत कौर, वीरपाल कौर, बी.पी.ई.ओ. अकाउंटेंट पंकज, चाइल्ड लाइन टीम मेंबर पलविंदर कौर, ज्योति अरोड़ा, विकेश कुमार और ज़िला बाल सुरक्षा यूनिट टीम से आउटरीच वर्कर नेहा भी उपस्थित रहे।

पी.एम.मोदी ने अमिताभ बच्चन को उनके 80वें जन्मदिन पर दी बधाई 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  – 11 अक्तूबर  :

            प्रधानमंत्री  दफ्तर ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमिताभ बच्चन को उनके 80वें जन्मदिन पर बधाई दी है। मोदी ने कहा है कि अमिताभ बच्चन भारत की सबसे उल्लेखनीय फिल्मी हस्तियों में से एक हैं, जिन्होंने पीढ़ी दर पीढ़ी दर्शकों को मंत्रमुग्ध और मनोरंजन किया है।

            एक ट्वीट में, प्रधान मंत्री ने कहा कि “अमिताभ बच्चन जी को 80वें जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। वह भारत की सबसे उल्लेखनीय फिल्मी हस्तियों में से एक हैं, जिन्होंने पीढ़ी दर पीढ़ी दर्शकों को मंत्रमुग्ध और मनोरंजन किया है। वह एक लंबा और स्वस्थ जीवन व्यतीत करें।”

शिवालिक पब्लिक स्कूल जैतो के बच्चों को ले जाया गया पंजाबी संस्कृति के साड्डा पिंड

भूपेंद्र पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  – 11 अक्तूबर  :

            हर साल की तरह इस साल भी शिवालिक पब्लिक स्कूल इकाई में बच्चों को कुछ नया अनुभव कराने के लिए एक ट्रिप का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा 5वीं से लेकर 12वीं तक के बच्चों को शामिल किया गया। इसमें बच्चों को पंजाब के पवित्र स्थान अमृतसर में स्थित  साड्डा पिंड ले जाया गया जहां पर उनको अपने पंजाब की संस्कृति से जोड़ा गया और उन्हें अपने पंजाब के रीति रिवाज के बारे में परिचित करवाया गया।साड्डा पिंड एक पंजाबी कल्चर लिविंग विलेज म्यूजियम है जो 12 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। यह सब को एक ही स्थान पर पंजाब की प्रामाणिक संस्कृति, रंग और स्वाद का अनुभव करने का मौका देता है।

            स्कूल के कोऑर्डिनेटर  प्रियंका मेहता जी ने कहा कि अमृतसर के साड्डा पिंड में हमें हमारे पंजाबी सभ्यता और विरासत की एक झलक देखने को मिलती है।  छुट्टी के दौरान परिवार और दोस्तों के साथ थोड़े समय के लिए यह एक आदर्श स्थान प्रदान करता है। साड्डा पिंड के पीछे के लोगों को आतिथ्य और प्रशासन में 29 से अधिक वर्षों का अनुभव है।

            साड्डा पिंड प्रतिबद्धता और विश्व स्तरीय सेवा के माध्यम से पंजाबी संस्कृति और आतिथ्य को फिर से परिभाषित करने का एक प्रयास है। साड्डा पिंड सभी के लिए कुछ न कुछ नया पेश करता है।युवा अपनी जड़ों से फिर से जुड़ सकते हैं और अपने पिता और पूर्वजों की परंपराओं और मूल्यों को समझ सकते हैं।बुजुर्ग अपने खुशी के समय को याद कर सकते हैं।  विदेशी पर्यटक वास्तविक भारतीय देहाती जीवन शैली का नमूना ले सकते हैं। दूसरे राज्यों के पर्यटक एक ही स्थान पर सच्चे पंजाब का अनुभव कर सकते हैं।

            स्कूल प्रबंधकीय कमेटी के सदस्यों ने बच्चों को पंजाबी सभ्यता के इतिहास से जोड़ने के लिए इस ट्रिप का आयोजन किया था और भविष्य में भी ऐसे ज्ञानवर्धक ट्रिप आयोजित किए जाएंगे।