मोदी आज हिमाचल प्रदेश के ऊना और चंबा का करेंगे दौरा 

  • प्रधानमंत्री ऊना हिमाचल से नई दिल्ली के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाएंगे
  •  चंबा में दो जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  12 अक्तूबर :

            प्रधानमंत्री कार्यालय ने बुधवार को बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 13 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के दौरे पर रहेंगे।  ऊना में प्रधानमंत्री ऊना हिमाचल रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे।  इसके बाद एक सार्वजनिक समारोह में प्रधानमंत्री आईआईआईटी ऊना को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और ऊना में बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला रखेंगे। उसके बाद, चंबा में एक सार्वजनिक समारोह में, प्रधान मंत्री दो जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और हिमाचल प्रदेश में प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई)-III का शुभारंभ करेंगे।

ऊना में पीएम

             प्रधान मंत्री के आत्मानिर्भर भारत के आह्वान ने देश को सरकार की विभिन्न नई पहलों के समर्थन के माध्यम से कई क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाया है। ऐसा ही एक प्रमुख क्षेत्र फार्मास्यूटिकल्स है, और इस क्षेत्र में आत्मानिर्भरता लाने के लिए, प्रधान मंत्री ऊना जिले के हरोली में बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला रखेंगे, जिसे 1900 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनाया जाएगा। पार्क एपीआई आयात पर निर्भरता को कम करने में मदद करेगा। इसमें करीब एक करोड़ रुपए का निवेश आने की उम्मीद है।  10,000 करोड़ और 20,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं। यह क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।

             वह भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) ऊना को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसकी आधारशिला 2017 में प्रधान मंत्री द्वारा रखी गई थी। वर्तमान में इस संस्थान में 530 से अधिक छात्र अध्ययन कर रहे हैं।

चंबा में प्रधानमंत्री

             प्रधान मंत्री दो जल विद्युत परियोजनाओं – 48 मेगावाट चंजू-III हाइड्रो-इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट और 30 मेगावाट देवथल चंजू हाइड्रो-इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे।  इन दोनों परियोजनाओं से सालाना 270 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। प्रधानमंत्री इसके अलावा क‌ई प्रयोजनाओं का भी शुभारंभ करेंगे।

हाल ही में अधिनियमित राष्ट्रीय डोपिंग रोधी अधिनियम 2022 देश में सभी स्तरों पर स्वच्छ खेल के लिए भारत के मजबूत संकल्प की अभिव्यक्ति  :  अनुराग ठाकुर

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  12 अक्तूबर :

            केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज नई दिल्ली में तीन दिवसीय “वाडा एथलीट जैविक पासपोर्ट (एबीपी) संगोष्ठी- 2022″  के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। इस संगोष्ठी का आयोजन राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी  और राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा किया जा रहा है।  सचिव खेल श्रीमती सुजाता चतुर्वेदी, महानिदेशक राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी सुश्री रितु सेन, एसोसिएट निदेशक (एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट) विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी, डॉ रीड ऐकिन, एशिया / ओशिनिया कार्यालय के निदेशक विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी श्री काजुगिरो हयाशी और वरिष्ठ प्रबंधक  विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी डॉ. नॉर्बर्ट बॉम ने भी इस अवसर पर शिरकत की।

             इस अवसर पर बोलते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि हमारे इतिहास में पहली बार एबीपी संगोष्ठी की मेजबानी करना हमारे लिए अधिक विशेष है क्योंकि हम अपनी आजादी के 75 वें वर्ष को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं।  उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक खेल परिदृश्य में लगातार नई ऊंचाइयां हासिल कर रहा है।  न केवल खेल में डोपिंग का पता लगाने बल्कि उसे रोकने का अवसर।  उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह संगोष्ठी न केवल एबीपी के विकास और मजबूती में बल्कि डोपिंग के खिलाफ हमारी सामूहिक लड़ाई में भी एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगी।  केंद्रीय मंत्री ने सभी प्रतिभागियों से इस अवसर का उपयोग ज्ञान, उपकरण, अनुसंधान और विशेषज्ञता से लैस करने के लिए करने का आग्रह किया जो हमें अपने एथलीटों और पूरे खेल पारिस्थितिकी तंत्र को डोपिंग के खतरे से बचाने के लिए सशक्त बनाएगा। 

            यह संगोष्ठी हमें भारत में डोपिंग रोधी कार्यक्रम को मजबूत करने में सक्षम बनाएगी।श्री ठाकुर ने बताया कि भारत सरकार ने हाल ही में राष्ट्रीय डोपिंग रोधी अधिनियम, 2022 नामक डोपिंग रोधी क़ानून बनाया है, जो एक के रूप में हमारा दीर्घकालिक लक्ष्य रहा है। यह वैश्विक डोपिंग रोधी आंदोलन के प्रति भारत की अडिग प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह अधिनियम देश में सभी स्तरों पर स्वच्छ खेल के लिए भारत सरकार के दृढ़ संकल्प का प्रकटीकरण है।

            ठाकुर ने कहा कि पिछले एक साल में हमने विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) में अपना योगदान बढ़ाया है और हमारा योगदान एशिया में चौथा सबसे अधिक है।  हम यूनेस्को के स्वैच्छिक कोष में भी एक प्रमुख योगदानकर्ता हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “यह सुनिश्चित करने के लिए कि निषिद्ध पदार्थों के साथ पोषक तत्वों की खुराक के सेवन के कारण हमारे एथलीटों को अनजाने में डोपिंग से बचाया जाए, नाडा राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) और भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के साथ सहयोग कर रहा है।” केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि विकलांग एथलीटों के लिए समावेशी आउटरीच सामग्री विकसित की गई है। 

            यूनिवर्सल डिजाइन फॉर लर्निंग (यूडीएल) सिद्धांतों पर सांकेतिक भाषा डोपिंग रोधी शिक्षा मॉड्यूल न केवल भारत में बल्कि दुनिया में कहीं भी विकलांग एथलीटों के लिए उपयोगी है। एन‌एडीए इंडिया इन संसाधनों को एशिया के अन्य एन‌एडीओ के साथ साझा कर रहा है। इस संगोष्ठी में चर्चा के मुख्य विषय एबीपी के साथ हालिया रुझान, सफलताएँ और चुनौतियाँ, स्टेरॉइडल मॉड्यूल को प्रभावित करने वाले भ्रमित करने वाले कारक का प्रबंधन,  एबीपी के लिए रणनीतिक परीक्षण विकसित करना आदि होंगे और इससे मदद मिलेगी। वाडा एपीएमयू के माध्यम से खेलों में डोपिंग का पता लगाने और उन्मूलन की दिशा में काम करेगा। पहला वाडा एबीपी संगोष्ठी नवंबर 2015 में दोहा, कतर में एंटी-डोपिंग लैब कतर (एडीएलक्यू) द्वारा आयोजित किया गया था।  दूसरा वाडा एबीपी संगोष्ठी का आयोजन इटालियन फेडरेशन ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन (एफएमएसआई) द्वारा 2018 में रोम, इटली में किया गया था। 

            यह तीसरा वाडा एबीपी संगोष्ठी है और पहली बार भारत में इसकी मेजबानी की जा रही है।  इस संगोष्ठी में 56 देशों के दो सौ से अधिक प्रतिभागी, वाडा के अधिकारी, विभिन्न राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संगठनों, एथलीट पासपोर्ट प्रबंधन इकाइयों (एटीएमयू) और वाडा मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।

भारत की ऊर्जा रणनीति ग्लोबल कामनज प्रति प्रतिबद्धताओं को ध्यान में रखता है : हरदीप सिंह पुरी

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  12 अक्तूबर :

            केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक  गैस मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि   ह्यूस्टन, टेक्सास में “भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी में अवसर” पर एक गोलमेज सम्मेलन को संबोधित करते हुए, केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने टिप्पणी की कि अगले 2 दशकों में वैश्विक ऊर्जा मांग वृद्धि का 25 प्रतिशत भारत से बाहर निकलने वाला है।

            उन्होंने कहा कि भारत की ऊर्जा रणनीति वैश्विक साझा, हरित संक्रमण और सभी के लिए ऊर्जा उपलब्धता, वहनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धताओं के प्रति सचेत है। भारत ने कम कार्बन विकास की दिशा में कई कदम उठाए हैं, जिसमें हाइड्रोजन और जैव-ईंधन जैसे उभरते ईंधन शामिल हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान चुनौतीपूर्ण ऊर्जा वातावरण के बावजूद, ऊर्जा संक्रमण और इसके जलवायु शमन लक्ष्यों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता कम नहीं होने वाली है।

            हरदीप सिंह पुरी ने अमेरिका द्वारा आयोजित “भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी में अवसर” पर एक गोलमेज सम्मेलन की अध्यक्षता की। भारत सामरिक भागीदारी मंच  गोलमेज सम्मेलन में 35 कंपनियों के 60 से अधिक प्रतिभागियों को एक साथ लाया गया, जिनमें एक्सॉनमोबिल, शेवरॉन, चिएनियर, लैंजेटेक, हनीवेल, बेकर ह्यूजेस, एमर्सन, टेल्यूरियन जैसी ऊर्जा कंपनियों के वरिष्ठ नेतृत्व शामिल हैं। भारतीय ऊर्जा सार्वजनिक उपक्रमों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।

            केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री ने कहा कि भारत नो-गो क्षेत्रों को लगभग 99 फीसदी तक कम करके अन्वेषण और उत्पादन को युक्तिसंगत बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए बड़े सुधार कर रहा था। 1 मिलियन वर्ग किलोमीटर, राष्ट्रीय डिपॉजिटरी रजिस्ट्री आदि के माध्यम से अच्छी गुणवत्ता वाले भूवैज्ञानिक डेटा उपलब्ध कराना। ई. एंड पी. क्षेत्र के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता के एक संकेत के रूप में, तेल और गैस में विशेष कोल-बेड मीथेन (सीबीएम) दौर और अपतटीय बोली दौर  विश्व की राजधानी (ह्यूस्टन) 2.3 वर्ग लाख किमी से अधिक की पेशकश, हाल ही में 1 मिलियन वर्ग किलोमीटर से अधिक नो गो क्षेत्रों को खोलने के बाद, मंत्री द्वारा लॉन्च किया गया था।

            ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, हरदीप पुरी ने कहा कि जैव ईंधन, गैस आधारित अर्थव्यवस्था, हरित हाइड्रोजन, पेट्रोकेमिकल और अपस्ट्रीम क्षेत्रों के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच अपार संभावनाएं स्पष्ट हैं और इसे हमारी निजी क्षेत्र की कंपनियों के सहयोग से आगे बढ़ाया जा रहा है।  उन्होंने आगे कहा, मोदी सरकार के सुधार उपायों के कारण, वैश्विक तेल कंपनियों द्वारा भारतीय ई.एंड पी. में अभूतपूर्व रुचि है।”

            संभावित साझेदारियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिभागियों के व्यापक समर्थन के साथ चर्चा समाप्त हुई, जो भारत में पारंपरिक ऊर्जा और नई ऊर्जा दोनों में सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास प्रौद्योगिकियां लाएगी।

अगर लड़कियों व महिलाओं को सशक्त नहीं बनाया गया तो देश आगे नहीं बढ़ सकता : स्मृति ईरानी 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  12 अक्तूबर :

            महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (एमडब्ल्यूसीडी) ने कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) तथा अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के साथ साझेदारी में आज अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर यहां लड़कियों के लिए गैर-पारंपरिक आजीविका (एनटीएल) पर एक अंतर-मंत्रालयी सम्मेलन “बेटियाँ बने कुशल” का आयोजन किया।केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी इस मौके पर मुख्य अतिथि थीं।महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई, डब्ल्यू.सी.डी. के सचिव इंदेवर पांडे, एम.एस.डी.ई. के सचिव अतुल कुमार तिवारी, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में सचिव मुखमीत सिंह भाटिया, खेल विभाग, एम.वाई.ए.एस.की सचिव सुश्री सुजाता चतुर्वेदी, एन।

            सी.पी.सी.आर. के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो, शिक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्रीमती अर्चना अवस्थी, राज्यों के प्रतिनिधि और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी सम्मेलन में उपस्थित थे।अपना संबोधन देते हुए, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री, श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी मंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान 2015 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समान अवसरों के साथ लड़कियों को सशक्त बनाने की दिशा में काम करने के लिए विभिन्न मंत्रालयों के बीच तालमेल पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अगर लड़कियों और महिलाओं को सशक्त नहीं बनाया गया तो देश आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा कि सरकार ने लैंगिक रूढ़िवादिता के बावजूद लड़कियों को अपनी पसंद का काम करने के लिए हमेशा प्रोत्साहित और सशक्त किया है।श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी और किशोर लड़कियों के एक समूह के बीच हुई बातचीत कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही। इन लड़कियों ने बाल विवाह, लैंगिक भेदभाव और वित्तीय कठिनाइयों को दूर कर एन.टी.एल. में अपने लिए जगह बनाई है। इस बातचीत के दौरान,मंत्री ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय स्कूल के बाद शैक्षणिक कोर्स को चुनने के लिए लड़कियों को परामर्श देने और उनकी वित्तीय स्वतंत्रता तथा सशक्तिकरण को सुविधाजनक बनाने के लिए बाल देखभाल संस्थानों में कौशल सेट उपलब्ध कराने की दिशा में भी काम करेगा । महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ.मुंजपारा महेंद्रभाई ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने नारी शक्ति के नए युग की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ (बीबीबीपी) सरकार द्वारा चलाए जा रहे सबसे सफल कार्यक्रमों में से एक है।

            महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव इंदेवर पांडे ने कहा कि यह हमारा सामूहिक कर्तव्य है कि हम अपने समाज में महिलाओं के उत्थान की दिशा में काम करें और समावेशिता और समानता के मार्ग में योगदान दें। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति हमारे देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।एम.एस.डी.ई. की भूमिका पर विस्तार से बताते हुए, एमएसडीई सचिव अतुल कुमार तिवारी ने कहा कि एम.एस.डी.ई. युवा लड़कियों के लिए एक सुरक्षित और लिंग अनुकूल कौशल वातावरण प्रदान करने और प्रशिक्षण के लिए और अधिक लड़कियों के नामांकन को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न मंत्रालयों के बीच समन्वय कार्यबल में महिलाओं की अधिक, समान और सशक्त भागीदारी की सुविधा प्रदान करेगा। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव मुखमीत सिंह भाटिया ने कहा कि मंत्रालय ने वंचितों के लिए रोजगार और आजीविका में सुधार के लिए कौशल कार्यक्रम शुरू किए हैं। उन्होंने कहा कि वंचित लड़कियों/युवा महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए कई शैक्षिक पहलें की गई हैं।खेल विभाग द्वारा की गई विभिन्न पहलों के बारे में बात करते हुए, श्रीमती सुजाता चतुर्वेदी ने कहा कि खेल विभाग विभिन्न खेल विधाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दे रहा है।

            प्रियांक कानूनगो ने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाएं लड़कियों के लिए शैक्षिक और कौशल प्रशिक्षण आयोजित करने में आने वाली बाधाओं और चुनौतियों को दूर करने में मददगार साबित हो रही हैं।शिक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्रीमती अर्चना अवस्थी ने बताया कि स्कूली शिक्षा के रोजगारोन्मुखीकरन को समग्र शिक्षा योजना का एक अभिन्न अंग बनाया गया है, जो स्कूली शिक्षा तक सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करता है, वंचित समूहों और कमजोर वर्गों को शामिल करके समानता को बढ़ावा देता है और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करता है।

            बेटियाँ बने कुशल” कार्यक्रम का देशव्यापी दर्शकों के लिए सीधा प्रसारण किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गैर-पारंपरिक आजीविका कौशल के परिचय और लड़कियों को कौशल सिखाने की दिशा में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के उल्लेख के साथ हुई। इस अवसर पर नवाचार, उद्यमिता, एसटीईएम शिक्षा, नागरिक नेतृत्व और वित्तीय साक्षरता को प्रदर्शित करने वाली एक फिल्म प्रदर्शित की गई। एनटीएल में लड़कियों की भागीदारी को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों और एनटीएल में लड़कियों की दीर्घकालिक भर्ती तथा स्थिरता सुनिश्चित करने के उपाय पर प्रकाश डाला गया।

            महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (एमडब्ल्यूसीडी), कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) तथा अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय (एमएमए) ने लड़कियों को कौशल प्रदान करने के लिए संयुक्त प्रतिबद्धता के रूप में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसमें मंत्रालयों और विभागों के बीच तालमेल पर जोर दिया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किशोरी लड़की अपनी शिक्षा पूरी करें, अपने कौशल का निर्माण करें और विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग तथा गणित (एसटीईएम) सहित विविध पेशे के कार्यबल में प्रवेश करें, जहां लड़कियों का ऐतिहासिक रूप से कम प्रतिनिधित्व रहा है।

            लड़कियों को कौशलयुक्त बनाने पर सर्वोत्तम पहलों का प्रदर्शन किया गया और निजी क्षेत्र तथा नागरिक समाज के प्रतिनिधियों ने एनटीएल में लड़कियों और महिलाओं के स्थायी समावेश पर केस स्टडी प्रस्तुत की।

            एमडब्ल्यूसीडी ने बीबीबीपी मैनुअल भी लॉन्च किया जिसमें मंत्रालयों और विभागों के बीच समन्वय के लिए कामकाज संबधी दिशानिर्देश और उपाय बताए गए हैं। जीवन और रोजगार कौशल, उद्यमिता कौशल, डिजिटल साक्षरता तथा वित्तीय साक्षरता कौशल पर केंद्रित 21वीं सदी के कौशल पर बीबीबीपी के लिए एक कौशल प्रबंधन पोर्टल की स्थापना की घोषणा भी की गई है।

आज़ चंद्रमुखियों को  चांद का इंतजार, दर्शन का संभावित समय 

भूपेंद्र पराशर , डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  12 अक्तूबर :

            प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी सुहागिनों का सबसे प्रिय पर्व करवा चौथ 13 अक्तूबर को बड़ी धूमधाम व श्रद्धापूर्वक से मनाया जा रहा है। करवा चौथ पर सुहागिनों को चांद के दीदार कर उत्सुकता से इंतजार रहेगा। प्रख्यात ज्योतिषाचार्य दिवंगत पंडित कल्याण स्वरूप शास्त्री ‘विद्यालंकार’के पुत्र पंडित शिव कुमार शर्मा के अनुसार चांद रात्रि लगभग 8.10 बजे ,8.49 बजे के बीच देखा जा सकता हैं।यह चंद्रमा विभिन्न शहरों में अलग – अलग समय पर नजर आएगा लेकिन यह मौसम पर निर्भर रहेगा।

            पंडित शिव कुमार ने कहा कि एक प्रख्यात पंचांग ने चांद दर्शन का संभावित समय जालंधर में रात्रि लगभग 8.11 बजे , फरीदकोट 8.16, अमृतसर 8.13, जयपुर 8.20, अजमेर 8.26, जोधपुर 8.33, चंडीगढ़ 8.07, लुधियाना 8.10, मोगा 8.14, मुक्तसर 8.16, फाजिल्का 8.19, बठिंडा 8.16, संगरूर 8.12, रोपड़ 8.08, नवांशहर 8.9, पठानकोट 8.08, हिसार 8.15,जींद 8.12 , महेंद्रगढ़ 8.16, श्रीगंगानगर 8.21, बीकानेर 8.28 से बजे दिखाई देगा।

            पंडित शिव कुमार ने कहा कि भारत में सनातन धर्मी महिलाएं इस व्रत को दिनभर निर्जल अपने अखंड सौभाग्य के लिए रखती हैं और चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही अपना व्रत पूरा करती हैं।

दिव्यांग बच्चो द्वारा बनाए गए लक्ष्मी गणेश जी,दीये व मोमबत्तियां

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  यमुनानगर 12 अक्तूबर :

            उत्थान संस्थान  की कोशिश इकाई के दिव्यांग बच्चो द्वारा दीपावली के अवसर पर लक्ष्मी गणेश, दीए व मोमबत्ती आदि बनाने का काम किया जा रहा है।जिससे की ये बच्चे भी कुछ करना सीखे और आगे चलकर ये आत्मनिर्भर बन सके ।

            उत्थान संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपई ने कहा कि दिव्यांग बच्चों में दिव्य प्रतिभा छिपी होती है इसलिए ऐसे बच्चों को सही समय पर सही दिशा देने की जरूरत है। इन बच्चों की छिपी अद्भुत प्रतिभा को समाज के सामने लाने के लिए समाज के सभी नागरिकों के साथ अभिभावकों को भी प्रयास करते रहना  चाहिए।समाज को अपनी संकीर्ण मानसिकता छोड़कर दिव्यांग बच्चों को सबल बनाना होगा, तभी हमारा समाज  तरक्की करेगा।

            उत्थान संस्थान के प्रधानाचार्य रविंद्र मिश्रा ने बताया कि हमारे दिव्यांग बच्चो द्वारा बनाए गए मोमबत्ती दीए विगत 25 वर्षो से शहर के तमाम संस्थानों व स्कूल ,क्लब के लोग अपने घरों मे दिवाली के अवसर पर ये सामान खरीदकर इन बच्चो की हौसला अफजाई करते आ रहे है।संस्था बच्चो को आत्मनिर्भर बनाने का सतत प्रयास करती आ रही है।जिसमे अब तक  सभी लोगो  का भरपूर सहयोग मिलता आ रहा है।इस वर्ष भी हमारे बच्चो ने हर घर प्रकाश के लिए दिवाली पर मोमबत्ती व दीपक तैयार किए है।

            बच्चो द्वारा निर्मित सामग्री खरीद कर बच्चो को स्वावलंबी बनाने मे अपना सहयोग प्रदान करे।

भगवान श्री बाल्मीकि जी के प्रकट उत्सव पर सफ़ाई मजदूर यूनियन द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया

  • समाज के लोग अपने बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षा प्रदान करें : मनोज कुमार

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  यमुनानगर 12 अक्तूबर :

            नगर पालिका सफाई मजदूर यूनियन संबंधित भारतीय मजदूर संघ की ओर से भगवान श्री वाल्मीकि जी प्रकट उत्सव के उपलक्ष में प्रसाद का भंडारा दिया गया। जिसमें भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार ने भगवान वाल्मीकि प्रकट उत्सव के उपलक्ष में सभी जिला व प्रदेशवासियों को बधाई दी। मनोज कुमार ने सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज में शिक्षा बहुत बड़ा महत्व है, बिना शिक्षा के मनुष्य जड़ समान है।  

            उन्होंने कहा कि सभी समाज के लोग अपने बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षा दिलाने का काम करें। मनोज कुमार ने कहा कि आज के इस भंडारे के माध्यम से भगवान श्री वाल्मिकी जी नमन किया गया और उनके द्वारा सम्पूर्ण जगत को दिए गए संदेश को याद किया गया।

            उन्होंने कहा कि भगवान श्री बाल्मीकि जी ने रामायण की रचना करके आने वाले समय के बारे में विश्व को अवगत करवाया था। मनोज ने कहा कि हमें उनके प्रकट दिवस पर आपसी सौहार्द व भाईचारे को बनाए रखने का प्रण लेना चाहिए ताकि एक सुदृढ़ व सशक्त समाज की स्थापना की जा सके।इस अवसर पर संघ के पदाधिकारियों ने सभी को भगवान श्री बाल्मीकि जी के प्रकट दिवस की बधाई दी।

            मौके पर जिला मंत्री आशीष धीमान राज ठाकुर महासचिव विजय कुमार कार्यकारी अध्यक्ष मांगेराम वरिष्ठ उपप्रधान अशोक कुमार संगठन मंत्री कश्मीरी लाल प्रचार मंत्री राजेश कुमार कार्यकारी सदस्य संजय कुमार उप प्रधान जितेंद्र कुमार उपाध्यक्ष सुखदेव कुमार हरबंस लाल डिंपल कुमार राजेंद्र कुमार गुरमेल कुमार अविनाश कुमार अंकुश कुमार अजय टोडरपुर महिला सदस्य कुंता देवी सुनीता देवी सुरेश देवी पारुल अन्य साथी मौजूद रहे।

संत निश्चल सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन में विभिन्न प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  यमुनानगर 12 अक्तूबर :

            भारतीय त्योहारों के महत्व से अवगत करवाने के लिए संत निश्चल  सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन में भिन्न-भिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में कॉलेज की छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। प्रतियोगिता का आयोजन डॉक्टर चेतना राठौर व श्रीमती रिचा कपूर द्वारा किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्या डॉ अंजू वालिया ने कहा कि छात्राओं को इस तरह की प्रतियोगिताओं में अवश्य भाग लेना चाहिए क्योंकि इन प्रतियोगिताओं से बच्चों में छिपी हुई प्रतिभाओं को उजागर करने का मौका मिलता है।  

            उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में ऐसी प्रतियोगिताओं के आयोजन से छात्राओं को अपनी सभ्यता एवं संस्कृति का पता चलता है तथा उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा मिलता है।  इन प्रतियोगिताओं में भावी शिक्षकों ने सुंदर सुंदर मेहंदी के डिजाइन बनाएं एवं सुंदर थाली सजा की ।  मेहंदी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार अंशिका वर्मा द्वितीय पुरस्कार नेहा रानी रंजना तृतीय स्थान पर रही।

            थाली मेकिंग में प्रीति मलिक व हरमीत कौर को प्रथम पुरस्कार तथा आरती व हर मनजीत कौर द्वितीय स्थान पर रही। कॉलेज सचिव सरदार मनोरंजन सिंह साहनी एवं कॉलेज डायरेक्टर सरदार ए एस ओबरॉय ने गतिविधि की सराहना की।

दिवास क्लब द्वारा मिसेज़ करवा क्वीन 2022

इवेंट में चीफ गेस्ट के रूप में मिसेज़ प्रियंका वैद ने अपनी गरिमामय उपस्थिति दर्ज करवाई

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता,  चंडीगढ़ – 12 अक्तूबर :

           दिवास क्लब द्वारा मिसेज़ करवा क्वीन 2022  शिवी महाजन और जैसमीन संधू की कोलैबोरेशन मे आयोजित किया गया. उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में आमंत्रित सभी महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। शिवी महाजन ने कहा कि दिवास क्लब द्वारा बहुओं को क्वीन बनाने का मकसद है । करवा चौथ के इस रंगारंग कार्यक्रम में एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, इस की विजेता रही रेखा भगत जबकि प्रथम रनरप रही रूही शर्मा और द्वितीय रनरप रही प्रियंका। इवेंट मे कुछ टाइटलस से भी प्रतिभागी महिलाओं को नवाजा गया जिसमें फोटोजेनिक फेस का खिताब इंदु के पास पहुंचा, एनर्जेटिक वंशिका प्रताप, यूनिक पर्सनलिटी दीपा, बेस्ट ज्वेलरी पूनम गुसेन, बेस्ट स्माइल रजनी कौर, बेस्ट डांस इक्वेशन मे दिलप्रीत कौर विजेता रही ।

इवेंट में चीफ गेस्ट के रूप में मिसेज़ प्रियंका वैद ने अपनी गरिमामय उपस्थिति दर्ज करवाई

            इवेंट मे उपस्थित सभी महिलाओं ने खूब खेल खेले और मस्ती करी। महिलाओं ने गीत गाकर और नृत्य के द्वारा अपने बेमिसाल हुनर दिखाया. इस कार्यक्रम में दिनेश, पूनम, सुपरणा गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर शामिल हुए। अमर वर्मा ने पुरे इवेंट मे फोटोशूट किया। इवेंट की शानदार कामयाबी पर उपस्थित सभी महिलाओं ने शिवि महाजन और जैसमीन संधू की भूरी भूरी प्रशांसा करते हुए कहा की जब भी वो कार्यक्रम का आयोजन करेंगी उसमे हिस्सा लेकर प्रसन्नता महसूस करेंगे

हाईकोर्ट ने रद्द की कुमार विश्वास और तजिंदर बग्गा के खिलाफ दर्ज FIR

            पंजाब पुलिस ने हाई कोर्ट को बताया था कि तजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ आपत्तिजनक और भड़काऊ बयानबाजी को लेकर FIR दर्ज हुई है।  जिसके चलते उनकी गिरफ्तारी की जा रही है।  हालांकि, पंजाब पुलिस को फिर भी बग्गा की गिरफ्तारी का आदेश नहीं मिला।  पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने तजिंदर बग्गा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 12 अक्तूबर :

            पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने आम आदमी पार्टी (आआपा) के पूर्व नेता कुमार विश्वास और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ पंजाब पुलिस द्वारा अलग-अलग मामलों में दर्ज प्राथमिकियों को बुधवार को खारिज कर दिया।

            ‘आआपा’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कथित भड़काऊ बयानों को लेकर पंजाब की रूपनगर पुलिस ने कुमार विश्वास के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वहीं, अप्रैल में मोहाली में भड़काऊ बयान और आपराधिक धमकी देने के आरोपों में बग्गा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

कुमार विश्वास पर रोपड़ में केस दर्ज किया गया था। जिसमें आरोप लगाया गया कि कुमार ने अरविंद केजरीवाल को खालिस्तान समर्थक बताया। उनके इस बयान की वजह से पार्टी की छवि खराब हुई। केस दर्ज करवाने वाले का कहना था कि इसकी वजह से वह प्रचार करने गए तो उन्हें खालिस्तान समर्थक कहा गया। केस दर्ज होने के बाद पंजाब पुलिस कवि के गाजियाबाद स्थित घर भी पहुंची। उन्हें नोटिस भेज जांच में शामिल होने कहा था। जिसके खिलाफ कुमार ने हाईकोर्ट में याचिका लगा दी।

कुमार विश्वास ने ट्वीट कर एक बार फिर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “सरकार बनते ही मुझ पर FIR करके असुरक्षित आत्ममुग्घ बौने ने जो पंजाब-पुलिस मेरे घर भेजी थी उस बेबुनियाद FIR को आज उच्च न्यायालय पंजाब ने खारिज कर दिया। न्यायपालिका व मुझे प्यार करने वालों का आभार। प्यारे अनुज भगवंत मान को पुनः सलाह कि पंजाब के स्वाभिमान को बौनी-नज़रों से बचाए।”

एफआईआर रद्द करने की मांग करते हुए बग्गा की ओर से पेश हुए अधिवक्ता मयंक अग्रवाल और गौतम दत्त के साथ वरिष्ठ अधिवक्ता आरएस राय और चेतन मित्तल ने दलील दी थी कि प्राथमिकी दर्ज करना पूरी तरह से दुर्भावनापूर्ण था। जबकि, एक अन्य याचिका में, कुमार विश्वास ने 26 अप्रैल को हाई कोर्ट का रुख किया था, जिसमें पंजाब पुलिस द्वारा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कथित रूप से भड़काऊ बयान देने के लिए उनके खिलाफ दर्ज FIR को रद्द करने की मांग की गई थी।

 बुधवार को हाईकोर्ट ने इस संबंध में फैसला सुनाया। बग्गा मामले में हाईकोर्ट ने कहा कि यह ट्वीट पंजाब में आकर नहीं किए गए। वहीं उनके ट्वीट भड़काऊ नहीं हैं। राजनीतिक लोग जिस तरह एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते हैं, इससे कोई उन्माद नहीं फैलता।