रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 26 अक्तूबर :
रक्षाबंधन की तरह भाई दूज का पर्व हर भाई – बहन के जीवन में खास महत्व रखता है। उनके अटूट एवं अथाह प्रेम को प्रदर्शित करने वाला यह उत्सव कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता हैं। बहन – भाई के प्यार का अटूट प्रतीक भैया दूज का पर्व आज हर वर्ष की भांति विभिन्न जाति व हर वर्ग के लोगों ने बड़ी धूमधाम एवं श्रद्धाभाव से मनाया।
आज बहनों ने अपने भाइयों को सबसे पहले एक श्रीफल दिया और माथे पर तिलक लगा कर उनकी लंबी उम्र, सुख- समृद्धि, शांति व अच्छी सेहत की सलामती की दुआ मांगी। वहीं भाइयों ने बहनों को उपहार स्वरूप सुंदर गिफ्ट एवं नगदी भेंट कर प्रत्येक कठिनाइयों में अपनी बहनों की रक्षा के लिए प्रण लिया। देश में भैया दूज को अलग – अलग नाम दिया गया है। पूरे देश में यह पर्व भाई -बहन के आपसी प्रेम की महिमा का बखान करता है। यह पर्व देश में अलग -अलग तरीके से मनाया जाता है।
गुजरात में भाई बीज, बंगाल में भाई फोटा, उत्तर प्रदेश में भ्रातृ द्वितीय व महाराष्ट्र व गोवा में भैया दूज को माऊ बीज के नाम से श्रद्धापूर्वक व हर्षोल्लास से सभी जातियों एवं धर्मों के लोग मनाते हैं। नेपाल में भैया दूज का पर्व भाई टीका के नाम से दीपाली पर्व से 5वें दिन मनाया जाता हैं।