Monday, December 23

साइबर अपराधियों के नेटवर्क को तोडनें, पुलिस जांच प्रक्रिया को मजबूत करनें हेतु प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 26 अक्तूबर  :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमीश्रर डॉ हनीफ कुरैशी के मार्गदर्शन में जिला पंचकूला में साइबर सुरक्षा को लेकर साइबर क्रिमनलों के नेटवर्क को तोडनें तथा पुलिस जांच प्रक्रिया को मजबूत करनें हेतु आईसीआईसीआई बैंक के सहयोग से जिला पुंलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ आज साइबर प्रशिक्षण हेतु वर्कशाप आयोजित की गई ।

मीटिंग की शुरुआत करते हुए साइबर एक्सपर्ट अजीत पाल सिंह (क्षेत्रीय प्रमुख) नें बताया कि साइबर अपराधो को लेकर राज्य सरकार द्वारा ठोस कदम उठाते हुए साइबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 तथा साइबर कम्पलेंट पोर्टल www.cybercrime.gon.in की राज्य स्तर पर शुरुआत की गई है । जिस संबध में साइबर एक्सपर्ट नें कहा कि राज्य सरकार द्वारा जारी किया गया  राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 की कार्रवाई में साइबर धोखाधडी में ठगे गये करीब 140 करोड रुपये को ब्लाक करके वापिस साइबर पीडितों को दिलवाया गया है क्योकि राज्य सरकार द्वारा जारी किये हुए आनलाईन कम्पलेंट पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर साइबर संबधी शिकायत दर्ज रजिस्टर होते ही कम्पलेंट का अलर्ट सीधा पुलिस, बैंक तथा डिजिटल वॉलेट तक पहुँच जाता है जिससे साइबर ठगी में गया पैसा तुरन्त ब्लाक होकर कुछ प्रक्रिया पुरी होनें के बाद उसी बैंक खातें मै पैसा वापिस आ जाता है ।

इसके बाद साइबर एक्सपर्ट जावेद चौहान नें साइबर अपराधो से जुडें मामलों में पुलिस की जांच तफतीश को मजबूत करनें हेतु बैकिंग फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन, मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, बैक खातों , बैकिंग कार्ड क्रेडिट, डेबिट कार्ड तथा ट्रांजैक्शन को ट्रेक करनें हेतु गहराई से जानकारी दी गई ।

इसके अलावा साइबर एक्सपर्ट नें साइबर क्राइम के अंतर्गत के हैकिंग, ऑनलाइन ठगी, फिशिंग, स्पैम ईमेल, रैनसमवेयर, पोर्नग्राफी, ऑनलाइन ब्लैकमेल एवं सूचना तकनीक अधिनियम आइटी एक्ट (संशोधन) कानून 2008 अन्य साइबर अपराधों अपराधों के बारें में पुलिस जांच प्रक्रिया हेतु जानकारी दी गई । इस सन्दर्भ में साइबर एक्सपर्ट नें कहा साइबर अपराधों से बचनें हेतु पहला प्रथम कर्तव्य खुद जागरुक करना, दुसरा पुलिस द्वारा साइबर मामलों में सही अपराधी को गिरफ्तार करना क्योकि जितनें भी साइबर अपराधी है वह आमजन को फोन कॉल या मैसेज के माध्यम से बेवकूफ बनाकर धोखाधडी को अन्जाम देते है वह कभी अपनी खुद की आईडी का प्रयोग ना करते है वे फर्जी लोगो के नाम पर बैंक खाते तथा फोन नम्बर चलाते है । ऐसे में इनको ट्रक करना मुश्किल होता है परन्तु साइबर एक्सपर्ट नें इस प्रकार के साइबर क्रिमनलों को पकडनें हेतु जानकारी दी गई ताकि मामलें में सही अपराधी को गिरफ्तार करे उसके खिलाफ सबूत इक्टठे करके सख्त कार्रवाई की जा सके ताकि साइबर अपराधो पर लगाम दी जा सके ।

साइबर एक्सपर्ट एक्सपर्ट श्री जावेद चौहान ने उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को इस बात की जानकारी देते हुए  बताया कि घटना होने पर सबसे पहले जरूरी रिस्पांस क्या होना चाहिए । कार्यशाला में मुख्य रूप से पीड़ित की शिकायत का संज्ञान लेकर उसको त्वरित मदद पहुंचाने पर चर्चा हुई । कार्यशाला में कुछ ऐसे टूल्स के बारे में बताया गया जिसकी मदद से साइबर अपराधियों तक पुलिस पहुंच सकती है ।

साइबर पुलिस थाना प्रभारी नें सचेत रहने की सलाह दी:-

साइबर थाना प्रभारी योगविन्द्र सिंह नें अपनें शब्दो में कहा कि आजकल इंटरनेट बैकिंग, ऑनलाइन फ्राड, वालेट/ यूपीआई संबंधित धोखाधड़ी तथा हर प्रकार की ऑनलाईन गतिविधियों को निगरानी होकर अलर्ट रहनें की आवश्यकत है क्योकि साइबर अपराध वर्तमान में बडी चुनौती है जिससे बचनें के लिए सबसे पहली प्राथमिक खुद को जागरक सर्तक रखे और सुरक्षित रखें औऱ हमारा प्रयास यह है कि हम साइबर अपराध के प्रति पुलिस को अधिक सक्षम व दक्ष बनाएं और लोगों को भी साइबर अपराध के संबंध में अधिक जागरूक करें ।

इसके साथ ही साइबर थाना प्रभारी नें बताया कि किसी भी आमजन के साथ किसी प्रकार की साइबर धोखाधडी घटित हो जाती है तो वह तुरन्त राष्ट्रीय हेल्पलाईन नम्बर 1930 तथा साइबर कम्पलेंट पोर्टल https://cybercrime.gov.in/ अपनी शिकायत दर्ज करवायें ।

इस वर्कशाप के दौरान श्री हर्ष लोगींन(आईसीआईसीआई) ,श्री अभिनव गर्ग (आईसीआईसीआई), थाना प्रभारी सेक्टर 05 सुखबीर सिंह, थाना प्रभारी सेक्टर 14 कर्मबीर सिंह, थाना प्रभारी सेक्टर 20 योगविन्द्र सिंह, थाना प्रभारी पिन्जोर हरविन्द्र सिंह, साइबर थाना प्रभारी योगविन्द्र सिंह , साइबर थाना प्रभारी सेक्टर 07 हरिओम सिंह, साइबर थाना प्रभारी मन्सा देवी सुनिता रावत, साइबर सेल टीम तथा इन्चार्ज क्राईम युनिट , सभी पुलिस चौकी प्रभारी, पुलिस व अन्य स्टाफ पुलिस कर्मचारी मौजूद रहें ।

टोल फ्री नम्बर 1930 पर कॉल करके तुरन्त साइबर अपराधों से बचें : साइबर एक्सपर्ट

  • साइबर क्रिमनल बच्चो, महिलाओं तथा बुर्जगों के साथ साइबर ठगी को दे रहें है अन्जाम, जागरुक रहें, सुरक्षित रहें
  • साइबर अपराधो के प्रति हम जागरुक है तो सुरक्षित भी है

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 26 अक्तूबर  :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि एडीजीपी क्राइम ओ.पी सिंह के निर्देशानुसार सभी जिलों में साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक कार्यक्रम आयोजित करके लोगो को साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक किया जा रहा है । जिस जागरुक अभियान के तहत जिला पंचकूला में पुलिस उपायुक्त श्री सुरेन्द्र पाल सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस थाना साइबर प्रभारी योगविन्द्र सिंह व उसकी टीम द्वारा मार्किट, पार्क, स्कूल, कॉलेज तथा अन्य शिक्षा सस्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करके लोगो को साइबर अपराधो के प्रति जागरुक किया जा रहा है । इस मौके पर साइबर एक्सपर्ट नें कहा कि साइबर क्रिमनल बच्चो, महिलाओं तथा बुर्जगो के साथ साइबर धोखाधडी को अन्जाम दे रहे है ऐसे में हम सब को साइबर अपराधो से जागरुक रहनें की आवश्यकता है क्योकि अगर हम जागरुक है तो सुरक्षित भी है ।

इसी अभियान के तहत साइबर थाना से साइबर एक्सपर्ट सुखबीर सिंह के द्वारा पंचकूला के हर कालौनी , सेक्टर इत्यादि स्थानों पर जाकर लोगो को साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक किया जा रहा है जिस सन्दर्भ में आज साइबर एक्सपर्ट सुखबीर सिंह नें सेक्टर 25, सेक्टर 26, सेक्टर 27 मार्किट तथा हर्बल पार्कों इत्यादि में लोगो को साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक करते हुए कहा कि किसी भी अन्जान व्यकित के बहकावें में आनें बचें और किसी भी अन्जान व्यकित के साथ अपनी निजी जानकारी जैसें बैंक सबंधी डिटेल, ओटीपी इत्यादि शेयर ना करें । इसके साथ ही साइबर एक्सपर्ट नें कहा कि साइबर क्रिमनल हर नया तरीका अपनाकर लोगो बेवकूफ बनाकर उनके साथ धोखाधडी करते है इसलिए किसी साइबर अपराधो के प्रति जागरुक रहे और साइबर संबधी किसी भी प्रकार की धोखाधडी होनें पर तुरन्त 1930 नम्बर डॉयल करके सहायता पाएं और साइबर धोखाधडी में गये पैसे को बचाएं इसके अलावा आप साइबर कम्पलेंट पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं इसके अलावा किसी भी संबधित थाना में जाकर साइबर हेल्पडैस्क की मदद लें ।  

पुलिस शहीदों की याद में पुलिस लाईन में लगाया मेडिकल कैंप

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 26 अक्तूबर  :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस महानिदेशक पी.के. अग्रवाल के निर्देशानुसार सभी जिलों में 21 अक्तूबर पुलिस स्मृति दिवस से 31 अक्तूबर तक पुलिस शहीदों की याद में अलग-2 कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है जिन निर्देशो के तहत जिला पंचकूला में पुलिस कमीश्रर डॉ हनीफ कुरैशी एंव पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुरेन्द्र पाल सिंह के मार्गदर्शन में एसीपी राजकुमार रंगा के नेतृत्व में आज पुलिस लाईन पंचकूला में पुलिस शहीदों की याद में मुफ्त मैडिकल कैंप का आयोजन पारस अस्पताल के सहयोग से लगाया गया ।

जिस मेडिकल कैंप में पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों तथा पुलिस परिवार के सदस्यों (महिलाएं तथा बच्चो) की डॉ निखिल (पारस अस्पताल पंचकूला) के अगुवाई में मरीजों की मैडिकल टेस्ट (बीपी, शुगर) इत्यादि की जांच करके दवाई हेतु निशुल्क परामर्श किया गया ।

  इस मौके पर डॉ. निखिल नें मरीजों को कहा कि मानसिक सेहत हमारी जिंदगी के हर क्षेत्र को प्रभावित करती है । उन्होंने कहा कि मन की इच्छा का कम होना, चिढ़चिढ़ापन व दिल की धड़कन बढ़ना आदि लक्षण भी मानसिक रोगों में गिने जाते हैं । इसके लिए हमें अच्छी सोच व सुबह शाम सैर करनी चाहिए ।

इस मौके पर डॉ निखिल पारस अस्पताल पंचकूला व उसकी टीम सदस्य राजेश कुमार, रजनी सैणी, लाईन अफसर बलदेव सिंह, टीएसआई शिव कुमार, सीडीआई अजैब सिंह इत्यादि मौजूद रहें ।