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बीजेपी सरकार ने कास्ट, करप्शन और क्राइम को कम नहीं, बढ़ाने का किया काम- हुड्डा

  •          किसान को एमएसपी, युवा को रोजगार, बुजुर्ग को पेंशन, बच्चों को वजीफा और नागरिकों को सुरक्षा देने में नाकामी ही बीजेपी-जेजेपी का रिपोर्ट कार्ड – हुड्डा
  •          स्कूल में टीचर, अस्पताल में डॉक्टर और जरूरत पड़ने पर मरीजों को दवा और ऑक्सीजन तक नहीं दे पाई सरकार- हुड्डा
  •          सात सौ से ज्यादा किसानों ने हरियाणा के बॉर्डर पर तोड़ा दम, लेकिन नहीं पसीजा सरकार का मन- हुड्डा
  •          बच्चे अपने स्कूल तो बुजुर्ग अपनी पेंशन बचाने के लिए कर रहे हैं संघर्ष- हुड्डा
  •          नये स्कूल बनाने की बजाय बने-बनाए स्कूलों को बंद करने वाली ये प्रदेश की पहली सरकार- हुड्डा
  •          बिना भर्ती के खाली पड़े पदों को खत्म कर रही सरकार, हरियाणा बनाया बेरोजगारी में नंबर वन- हुड्डा
  •          8 साल में हुए भर्ती, पेपर लीक, खनन, शराब, रजिस्ट्री, धान, राशन, रोडवेज, छात्रवृति, बिजली मीटर, अमृत योजना समेत दर्जनों घोटाले – हुड्डा
  •          बुजुर्गों की पेंशन और पिछड़ों का आरक्षण खत्म करने के लिए लागू किया परिवार पहचान पत्र- हुड्डा
  •          किसानों की परेशानी बढ़ाना है ‘मेरी फसल, मेरा ब्यौरा’ का मकसद- हुड्डा
  •          फर्जी आंकड़ों और हवा-हवाई दावों के आधार पर उपलब्धियां गिनाने की बजाय जनता से माफी मांगे सरकार- हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 26 अक्टूबर,  :  

            सरकार किसान को एमएसपी, फसल खराबे का मुआवजा, वक्त पर खाद-बीज, युवा को रोजगार, बुजुर्गों को पेंशन, बच्चों को वजीफा, व्यापारी को राहत, नागरिक को सुरक्षा, स्कूल में टीचर, दफ्तर में कर्मचारी, अस्पताल में डॉक्टर, यहां तक कि मरीज को जरूरत पड़ने पर दवाई और ऑक्सीजन भी नहीं दे पाई। यही बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी के 8 साल का रिपोर्ट कार्ड है, जिसे पेश किया पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने। हुड्डा का कहना है कि 2014 से पहले हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, रोजगार सृजन, खिलाड़ियों, किसानों, बुजुर्गों के सम्मान, खुशहाली और विकास में तमाम राज्यों के मुकाबले पहले पायदान पर था। लेकिन, इस सरकार ने 8 साल में हरियाणा को बेरोजगारी, अपराध, नशा, भ्रष्टाचार, किसानों पर अत्याचार, खिलाड़ियों से भेदभाव और बदहाली में पहले नंबर पर पहुंचा दिया है।

            आलम यह है कि मौजूदा सरकार में बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने के लिए मजबूर हैं। बच्चे अपने स्कूलों को बचाने के लिए धरने पर बैठे हैं तो बुजुर्ग अपनी पेंशन के लिए। युवाओं को भर्ती घोटालों के खिलाफ, रोजगार की मांग के लिए, खिलाड़ियों को खेल कोटा बचाने के लिए, किसानों को कभी एमएसपी, कभी मुआवजा तो कभी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ, व्यापारियों को जीएसटी, लॉकडाउन की अव्यवहारिक पाबंदी के खिलाफ, राहत पैकेज की मांग को लेकर, मजदूरों और कच्चे कर्मचारियों को रोजगार छीनने के खिलाफ, कर्मचारियों को कभी रेशनलाइजेशन तो कभी पुरानी पेंशन स्कीम की मांग को लेकर, महिला और आम नागरिक को सुरक्षा की मांग को लेकर बार-बार सड़कों पर आना पड़ता है।

            हुड्डा ने कहा कि इस सरकार की हर उपलब्धि जनता के गले की फांस साबित हुई। उदहारण के लिए जिस परिवार पहचान पत्र को सरकार उपलब्धि बता रही है, उसने बुजुर्गों की पेंशन और पिछड़ों का आरक्षण खत्म करने के अलावा कोई काम नहीं किया। इसी तरह ‘मेरी फसल, मेरा ब्यौरा’ ने सिर्फ किसानों की परेशानी को ही बढ़ाया है। मुख्यमंत्री की तरफ से दावा किया गया कि उनकी सरकार ने हरियाणा से तीन ‘सी’ यानी क्राइम, करप्शन और कास्ट को खत्म करने का काम किया। लेकिन हुड्डा ने तथ्यों के साथ बताया कि मौजूदा सरकार ने क्राइम, कास्ट और करप्शन बढ़ाने के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए।

            नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस सरकार में हजारों करोड़ के घोटाले हुए। HSSC भर्ती घोटाला, HPSC घोटाला, पेपर लीक घोटाला, डाडम खनन घोटाला, यमुना खनन घोटाला, शराब घोटाला, जहरीली शराब घोटाला, धान घोटाला, चावल घोटाला, बाजरा खरीद घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला, राशन घोटाला, सफाई घोटाला, रोडवेज किलोमीटर स्कीम घोटाला, HTET घोटाला, छात्रवृति घोटाला, फसल बीमा योजना घोटाला, बिजली मीटर खरीद घोटाला, मेडिकल सामान ख़रीद घोटाला, शुगर मिल घोटाला, अमृत योजना घोटाला, सफाई घोटाला इत्यादि दर्जनों घोटालों को अंजाम दिया गया। लेकिन, सरकार ने किसी भी घोटाले में बड़े मगरमच्छ पर कार्रवाई नहीं की। इक्का-दुक्का मामलों में छोटे कर्मचारियों पर खानापूर्ति की कार्रवाई करके मामले को रफा-दफा कर दिया गया।

            हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हरियाणा को बदमाश, माफिया और राजनीतिक गुंडागर्दी से छुटकारा दिलाया था। उस वक्त अपराधी या तो हरियाणा छोड़ गए थे या सलाखों के पीछ पहुंच गए थे। लेकिन मौजूदा सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खुद सरकार के आंकड़े खोल रहे हैं।

            भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि क्राइम रेट के हिसाब से हरियाणा बड़े-बड़े राज्यों से कहीं आगे निकल चुका है। एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में साल 2021 में 1144 हत्याएं हुई। यानी प्रदेश में रोज 3 से 4 लोगों की हत्या होती है। 3.8 मर्डर रेट के साथ हरियाणा पूरे देश में दूसरे नंबर पर है। यही रिपोर्ट बताती है कि 1 साल के भीतर हरियाणा में 1716 रेप के मामले सामने आए। यानी प्रदेश में रोज रेप की 5 वारदातें होती हैं। 12.3 रेप रेट के साथ हरियाणा पूरे देश में दूसरे नंबर पर है। 2021 में 3724 किडनैपिंग के केस सामने आए। यानी प्रदेश में रोज अपहरण के 10 मामले सामने आते हैं। 12.0 किडनैपिंग रेट के साथ हरियाणा असम और उड़ीसा के बाद पूरे देश में तीसरे पायदान पर है।

            नशे का काला साम्राज्य इस कदर फैल गया है कि अकेले सिरसा जिले में सालभर के भीतर नशे की ओवरडोज से 43 लोगों की मौत हो चुकी है। नशे की वजह से आत्महत्या करने के मामले में हरियाणा ने पंजाब और हिमाचल को पीछे छोड़ दिया है। सालभर के भीतर 89 लोगों ने नशे के चलते खुदकुशी की है। इसके अलावा सिरसा व अलग-अलग जिलों से नशे का इंजेक्शन लेते हुए युवाओं की मौत होने की खबरें आती रहती हैं। आज अपराध का आलम यह है कि बदमाश विधायकों तक को धमकियां देकर फिरौती मांग रहे हैं और खनन माफिया पुलिस अधिकारी की सरेआम हत्या कर देता है।

            इस सरकार ने कुछ नया बनाने की बजाए हरियाणा को तीन-तीन बार जलाने का काम किया। यह देश की पहली ऐसी सरकार है जो रोजगार देने की बजाय छीनने का काम कर रही है। कच्चे कर्मचारियों से लेकर पीटीआई, ड्राइंग टीचर और गेस्ट टीचर्स को नौकरी से हटा रही है। नए स्कूल को खोलने की बजाय सरकार स्कूलों को बंद करने के मिशन पर आगे बढ़ रही है। मर्जर का नाम देकर एक ही झटके में सरकार ने करीब 5000 स्कूलों को बंद कर दिया।

            भर्तियां करने की बजाय सरकार ने खाली पड़े पदों को खत्म करने का काम किया। आज पूरे हरियाणा में 1.82 लाख पद खाली हैं। सिर्फ स्कूलों में 38 हजार टीचर्स के पद खाली हैं। लेकिन बिना भर्ती के सरकार ने लगभग 25000 टीचर्स के पदों को ही खत्म कर दिया। पक्की नौकरी देने के बजाय सरकार कौशल निगम के नाम पर ठेका प्रथा को बढ़ावा दे रही है। सरकार द्वारा पढ़े-लिखे योग्य युवाओं का कम वेतन में शोषण किया जा रहा है। 

            हुड्डा ने याद दिलाया कि कोरोना काल के दौरान सरकार की नाकामी के चलते लोगों की आंखों के सामने उनके अपने बिना ऑक्सीजन के तड़प-तड़पकर मर गए। ऐसे परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने की बजाए बड़ी ही संवेदनहीनता के साथ सरकार ने विधानसभा में कहा कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत ही नहीं हुई।

            भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसान आंदोलन की भी याद दिलाई। उन्होंने बताया कि सात सौ से ज्यादा किसान हरियाणा के बॉर्डर पर शहीद हो गए। लेकिन प्रदेश सरकार का मन नहीं पसीजा। कांग्रेस द्वारा बार-बार मांग के बावजूद सरकार ने उनके परिवारों को आर्थिक मदद और नौकरी नहीं दी। किसानों को आज भी याद है कि कैसे बीजेपी-जेजेपी सरकार ने किसानों पर वाटर कैनन, लाठियां और आंसू गैस के गोले बरसाने का काम किया। इस सरकार ने किसानों पर अत्याचार की सारी सीमाओं को लांघ दिया।

            पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान हरियाणा में 5 पावर प्लांट, 6 रेलवे लाइन और 5 मेडिकल कॉलेज बनवाए गए और कई नेशनल हाइवे मंजूर कराकर बनवाए। उस सरकार में हरियाणा के तीन शहरों को मेट्रो से जोड़ा गया। लेकिन मौजूदा सरकार में ऐसा एक भी संस्थान, उद्योग या परियोजना प्रदेश में नहीं आई। कांग्रेस कार्यकाल में मंजूर हुई परियोजाएं जैसे कि सोनीपत रेल कोच फैक्टरी वाराणसी, महम ऐयरपोर्ट जेवर चला गया और सरकार तमाशबीन बनी देखती रही। सरकार बताए कि बिना कोई बड़ा विकास कार्य किए हरियाणा पर कर्ज सवा 3 लाख करोड़ से ज्यादा कैसे हो गया।

            रोजगार के विषय पर बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि गलत आंकड़े पेश करके लोगों भ्रमित करने की बजाए सरकार श्वेत पत्र जारी करे और बताएं कि उसने अपने पूरे कार्यकाल में एचएसएससी और एचपीएससी के जरिए कुल कितने रोजगार दिए। साथ ही सरकार बताए कि कांग्रेस सरकार के दौरान एचएसएससी, एचपीएससी के साथ पुलिस, शिक्षा, सिंचाई, बिजली समेत अलग-अलग महकमों में कितने हजार रोजगार दिए गए।

            एक उदाहरण पेश करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान सिर्फ शिक्षा महकमे में एक लाख से ज्यादा नौकरियां दी गई। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रदेश में 2332 नए स्कूल बने और अपग्रेड हुए। आईआईएम, आईआईटी, केंद्रीय विश्वविद्यालय, डिफेंस यूनिवर्सिटी समेत 15 राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान और कैंपस स्थापित हुए। इसी दौरान राजीव गांधी एजुकेशन सिटी की स्थापना हुई। 10 नए राजकीय विश्वविद्यालय स्थापित बनाए गए। हुड्डा सरकार के दौरान कुल विश्वविद्यालयों की संख्या 8 से बढ़ाकर 42 की गई यानी 34 नए विश्वविद्यालय स्थापित किए गए। डीम्ड और निजी विश्वविद्यालयों की संख्या 3 से बढ़ाकर 27 की गई। 60 राजकीय महाविद्यालयों की संख्या को बढ़ाकर लगभग डबल 105 किया गया।

            इसी तरह तकनीकी संस्थानों की संख्या को 154 से बढ़ाकर 657 किया गया। प्रदेश में 5 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए। आईटीआई की संख्या को 97 से बढ़ाकर 237 किया गया। कांग्रेस सरकार के दौरान शिक्षा के स्तर को और ऊंचा उठाने के लिए आरोही मॉडल स्कूल, किसान मॉडल स्कूल, संस्कृति मॉडल स्कूल खोले गए। इसके मुकाबले भाजपा सरकार स्कूलों को खोलने की बजाय बंद करने, शिक्षकों की भर्ती करने की बजाए उनके पद खत्म करने की योजना पर आगे बढ़ रही है।

            हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में जब भी एसवाईएल को लेकर हरियाणा की अलग-अलग सरकारों ने अपने हिसाब से किसी ने कम तो किसी ने ज्यादा काम किया। लेकिन बीजेपी प्रदेश की इकलौती ऐसी सरकार है, जिसमें बनी बनाई नहर को ही पाट दिया गया। मौजूदा सरकार ने हरियाणा को हर क्षेत्र में पीछे धकेलने का काम किया है। इसी को यह सरकार विकास का नाम देती है। इसलिए फर्जी आंकड़ों और हवा-हवाई दावों के आधार पर उपलब्धियां गिनाने की बजाय इस सरकार को प्रदेश की जनता से माफी मांगने चाहिए।

जिला परिषद वार्ड नंबर सात से भाजपा प्रत्याशी सुनीता शर्मा का दिन प्रतिदिन बड रहा जनाधार : सपरा

कोशिक,  डेमोक्रेटिक फ्रंट,  छछरौली/यमुनानगर  –  26 अक्तूबर :

            ज़िला परिषद चुनाव में वार्ड नंबर सात से भाजपा प्रत्याशी सुनीता शर्मा के लिए छछरौली में प्रचार करने के लिए भाजपा टीम ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा नेताओं का दावा है कि इस बार वार्ड नंबर सात से भाजपा प्रत्याशी सुनीता शर्मा भारी मतों से चुनाव में विजय पताका लहराएंगी।

            चुनाव प्रचार के दौरान बातचीत करते हुए भाजपा ज़िला अध्यक्ष राजेश सपरा ने कहा कि छछरौली चुनाव प्रचार के दौरान एक तरफा माहौल भाजपा प्रत्याशी सुनीता शर्मा के पक्ष में है। भाजपा प्रत्याशी सुनीता शर्मा इस बार बाकि सभी उम्मीदवारों की जमानतें जब्त कराने का कार्य करेगी। सुनीता शर्मा का दिन प्रतिदिन जनता के बीच जनाधार बढ़ता ही जा रहा है। विपक्षी पार्टियों के प्रत्याशी सुनीता शर्मा की बढ़ती लोकप्रियता देख बौखलाए हुए हैं।

            उन्होंने कहा कि सुनीता शर्मा लंबे समय से जनता से जमीनी स्तर पर पूरी तरह से जुड़ी हुई है। महिलाओं की पहली पसंद बनी हुई है। क्योंकि उन्होंने महिलाओं को साथ लेकर काफी लंबे समय तक सामाजिक कार्यों में अपना बेहतर योगदान दिया है। जिसकी बदौलत वार्ड नंबर सात से भाजपा प्रत्याशी सुनीता शर्मा ने बाकि सभी प्रत्याशियों की नींद उडा रखी है। इस मौके पर विपुल गर्ग, गुलशन अरोड़ा, निश्चल चौधरी, विशाल शर्मा, कपिल मनीष गर्ग भाजपा मीडिया प्रभारी मौजूद रहे।

बिना टिकट व अनियमित से यात्रा करने वालों लोगों से 1,80,140 रुपए जुर्माना वसूला 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  26 अक्तूबर :

            उत्तर रेलवे के फिरोजपुर रेल मंडल के डी.आर.एम.डा.सीमा शर्मा के अनुसार पर्व एवं त्यौहारों का सीजन चल रहा है और इस दौरान ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है। बिना टिकट और अनियमित यात्रा करने वाले यात्रियों के कारण वैध टिकट लेकर यात्रा करने वाले रेलयात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है I

            रेलयात्रियों की सुगम, सुरक्षित एवं सुविधाजनक यात्रा के मद्देनजर उत्तर रेलवे का फिरोजपुर मंडल द्वारा विशेष टिकट चैकिंग मुहिम चलाई जा रही है। फिरोजपुर मंडल में टिकट चैकिंग स्टाफ द्वारा उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है। विशेष टिकट चेकिंग मुहिम के दौरान राम रूप मीना टीटीआई, लुधियाना ने एक दिन में 1,80,140 रुपए टिकट चैकिंग द्वारा राजस्व अर्जित की जो फिरोजपुर मंडल में एक दिन में टिकट चैकिंग द्वारा व्यक्तिगत राजस्व अर्जित करने के मामले में सर्वाधिक है।

            इसके अलावा श्रीमती रमणीक कौर टी.टी.आई. लुधियाना,श्री राजेंद्र सिंह सी.आई.टी. लुधियाना, श्री अमनदीप सेखरी टी.टी.आई. लुधियाना, श्री सोमपाल टीटीआई जालंधर कैंट, श्री अमनदीप सिंह सैनी सी.टी.आई. लुधियाना, श्री के.पी. सिंह सी.टी.आई. जालंधर सिटी तथा श्री नवीन शर्मा टी.टी.आई .जालंधर सिटी के द्वारा भी एक दिन में एक लाख से अधिक राजस्व अर्जित की गई है जो कि सराहनीय है ।

            फिरोजपुर मंडल में बिना टिकट और अनियमित यात्रा पर रोक लगाने तथा यात्रियों की सुविधाजनक एवं आरामदायक यात्रा हेतु विशेष टिकट चेकिंग मुहिम चलाई जा रही है। अतः यात्रियों से अपील है कि वे वैध टिकट लेकर ही यात्रा करे।

अनेकों समस्याओं से जूझ रही जनता के पास बसपा एकमात्र विकल्प : बृजभूषण शर्मा

  • बसपा उम्मीदवार रूबी शर्मा को 36 बिरादरी का मिल रहा है समर्थन:-मनीष कश्यप

 सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  यमुनानगर  –  26 अक्तूबर :

            ग्राम किशनपुरा में चल रहे निशुल्क ट्यूशन सेंटर में पढ़ रहे बच्चों व निशुल्क पढ़ा रहे गांव के ही विद्यार्थियों को बसपा समर्थित जिला परिषद सदस्य पद की उम्मीदवार रूबी शर्मा के पति बृजभूषण शर्मा व बसपा के हल्का कोषाध्यक्ष मनीष कश्यप द्वारा सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि वार्ड नं 9 से बहुजन समाज पार्टी की ओर से जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ रही रूबी शर्मा व उनके समर्थकों द्वारा जनसम्पर्क अभियान चलाया जा रहा है।

            जिसके अंतर्गत वार्ड के विभिन्न गांवों में जाकर चुनाव प्रचार के साथ साथ अन्य सामाजिक व धार्मिक गतिविधियों में बढ़चढ़ कर भाग लिया जा रहा है। इसी कड़ी में बसपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने वार्ड नं 9 के गांव किशनपुरा में पहुँचकर उन सभी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया जिनके द्वारा इस क्षेत्र में शिक्षा रूपी प्रकाश फैलाया जा रहा है।

            इस बारे में जानकारी देते हुए बृजभूषण शर्मा ने बताया कि किशनपुरा के श्री गुरु रविदास मंदिर में गाँव के बच्चों को उच्च कक्षाओं में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों द्वारा प्रतिदिन शिक्षा प्रदान करने का पुनीत कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर उन्होंने ने विद्यार्थियों व गांववासियों को महात्मा बुद्ध व बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का आयोजन किशनपुरा गाँव के लोगों द्वारा संयुक्त रूप से श्री गुरु रविदास मंदिर में किया गया।

            इस दौरान उपस्थित लोगों ने एक स्वर में बसपा उम्मीदवार रूबी शर्मा के पक्ष में मतदान करने का संकल्प लिया और क्षेत्र के सर्वागीण विकास में सभी भूमिका सुनिश्चित करने की बात की। बृजभूषण शर्मा ने कहा कि बसपा के द्वारा प्रारंभ से ही सम्पूर्ण समाज का उत्थान करने का कार्य किया जा रहा है और वर्तमान में चुनाव ही एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने मत का सही इस्तेमाल करके एक स्व्स्थ व सुदृढ़  समाज व राष्ट्र का निमार्ण कर सकते हैं। उन्होंने मौजूद सभी गणमान्य लोगों से रूबी शर्मा के हित में मतदान करने की अपील की।

            इस कार्यक्रम के पश्चात ग्राम चुहडपुर कला में भी सर्व समाज ने एकत्रित होकर एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया जिसमें बृजभूषण शर्मा मनीष कश्यप हल्का कोषाध्यक्ष बसपा और समस्त टीम उपस्थित रही। कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए मनीष कश्यप ने कहा कि कांग्रेस को जनता पहले देख चुकी है  तथा भाजपा के राज में रोजगार व महंगाई औऱ झूठे वादों  से अब जनता परेशान आ चुकी है अब जनता के पास बसपा ही एकमात्र विकल्प है जो इन मुद्दों का समाधान कर सकती है इसलिए वार्ड नंबर 9 की जनता बहुजन समाज पार्टी कि रूबी शर्मा के साथ है।

यमुनानगर में कचरे के अंबार के कारण शहर की सुंदरता पर लग रहा है ग्रहण

  • सफ़ाई व्यवस्था लचर होने से शहरवासियों को दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है
  • सफ़ाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण आ रही है परेशानी, जल्द ही सुचारू होगी व्यवस्था:-मेयर मदन चौहान           

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  यमुनानगर  –  26 अक्तूबर :

            एक ओर जिला यमुनानगर प्रशासन स्वच्छता अभियान पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए खर्च करने का दावा करता है और स्वच्छता अभियान को लेकर होने वाली प्रतिस्पर्धाओ में अव्वल आने की बात की जा रही है, परंतु यदि धरातल पर सफाई व्यवस्था औऱ स्वच्छता की बात की जाए तो यह सभी बातें मिथ्य दिखाई दे रही हैं। इन दिनों यमुनानगर शहर की मुख्य जगहों पर कूड़े-कचरे का अंबार देखा जा सकता है। यमुनानगर के मॉडल टाउन, वर्कशॉप रोड, मॉडल कॉलोनी व अन्य पॉश क्षेत्रों में कचरे का ढेर दिखाई दे रहा है।

            गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं जिसके चलते यमुनानगर के मुख्य क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था ठप पड़ी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन कुंडों के ढेर से जहां शहर की सुंदरता पर कलंक लग रहा है वही अनेकों बीमारियां फैलने का खतरा बहु बना हुआ है। बुधवार की सुबह का नजारा देखते हुए लग रहा था कि यमुनानगर में सफाई व्यवस्था मात्र भाषणों व दस्तावेजों में ही दिखाई दे रही है, धरातल पर नगर निगम के उच्च अधिकारियों औऱ सफाई कर्मचारियों के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

            स्थानीय निवासियों से इस बारे में जब बातचीत की तो उन्होंने बताया कि शहर के भीतर जगह जगह पर कचरे के ढेर पड़े होने के कारण राहगीरों को चलने में भी परेशानी हो रही है वही यमुना नगर के मुख्य मार्ग वर्कशॉप रोड पर डिवाइडर के ऊपर कूड़े के ढेर लगे हैं जिससे निगम प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सफ़ाई व्यवस्था को लेकर कई बार सम्बंधित अधिकारियों व कर्मचारियों से संपर्क साधा गया परंतु सफाई व्यवस्था की सुध लेने वाला कोई नहीं है।

            हर वर्ष सफाई व्यवस्था की दृष्टि से स्थानीय प्रशासन व नगर निगम के द्वारा करोड़ों रुपए का ठेका शहर की सुंदरता व स्वच्छता के लिए दिया जाता है लेकिन वास्तविकता की दृष्टि से यह शून्य है। इन दिनों जिला यमुनानगर में डेंगू व मलेरिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है जिसका मुख्य कारण गंदगी है। नगर निगम प्रशासन के आला अधिकारियों की चुप्पी औऱ सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का खामियाजा स्थानीय नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।

  • वर्ज़न मेयर यमुनानगर : हड़ताल के समाप्त होने पर पुनः सुचारू रूप से होगी सफाई व्यवस्था



            सफ़ाई व्यवस्था दुरुस्त न होने पर जब मेयर मदन चौहान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि निगम यमुनानगर औऱ जगाधरी सदैव जनता की सुविधा औऱ सेवाओं के लिए कृतसंकल्प है औऱ शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए सभी कार्यों को वह स्वंम अपने नेतृत्व में करवा रहे हैं। चौहान ने बताया कि पिछले 8 दिनों से सभी सफ़ाई कर्मचारी हड़ताल पर चल रहे हैं जिसके चलते यह समस्या आ रही है। उन्होंने कहा कि शहर के बाहरी स्थानों से कचरे को उठाकर निस्तारण प्लांट में निरंतर ले जाया जा रहा है तथा निगम के सफ़ाई कर्मी घर घर जाकर कचरा उठा रहे हैं।

            मेयर ने बताया कि यमुनानगर जगाधरी को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए निगम प्रशासन द्वारा कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिनके माध्यम से शहर से कचरा प्रबंधन में औऱ अधिक क्रांति आएगी। चौहान ने कहा कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों व चौकों की सुंदरता बढ़ाने के लिए अन्य विभागों का भी सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सफ़ाई कर्मचारियों की हड़ताल जल्द ही समाप्त हो जाएगी जिसके उपरांत पुनः सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से हो जाएगी। 

केन्द्रीय गृह अमित शाह आज हरियाणा के सूरजकुंड में राज्यों के ‘गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर’ की करेंगे अध्यक्षता 

दूसरे दिन, साइबर सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी, महिला सुरक्षा और सीमा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  26 अक्तूबर :

            केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह 27 और 28 अक्टूबर, 2022 को हरियाणा के सूरजकुंड में राज्यों के ‘गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर’ की अध्यक्षता करेंगे।दो दिवसीय चिंतन शिविर में भाग लेने के लिए सभी राज्यों के गृह मंत्रियों और संघशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और प्रशासकों को आमंत्रित किया गया है।राज्यों के गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक और केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के महानिदेशक भी चिंतन शिविर में भाग लेंगे।

            दो दिन के चिंतन शिविर का उद्देश्य “विजन 2047” और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के स्वतंत्रता दिवस भाषण में घोषित पंच प्राण के कार्यान्वयन के लिए कार्य योजना तैयार करना है। गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में साइबर अपराध प्रबंधन के लिए ईको-सिस्टम विकसित करने, पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, आपराधिक न्याय प्रणाली में आई.टी. के बढ़ते उपयोग, भूमि सीमा प्रबंधन और तटीय सुरक्षा एवं अन्य आंतरिक सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चिंतन किया जायेगा। वर्ष ‘2047 तक विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नारी शक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है और चिंतन शिविर में देश में महिलाओं की सुरक्षा और उनके लिए सुरक्षित वातावरण बनाने पर विशेष बल दिया जाएगा।

            शिविर का उद्देश्य उपर्युक्त क्षेत्रों में राष्ट्रीय नीति निर्माण और बेहतर योजना व समन्वय को सुगम बनाना भी है।चिंतिन शिविर में छह सत्रों में विभिन्न विषयों पर चर्चा की जायेगी। शिविर के पहले दिन होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, आग से सुरक्षा और शत्रु संपत्ति आदि कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा। दूसरे दिन, साइबर सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी, महिला सुरक्षा और सीमा प्रबंधन जैसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।

            मादक पदार्थों की तस्करी विषय पर एन.डी.पी.एस. अधिनियम, एन्कॉर्ड, निदान और नशामुक्त भारत अभियान पर भी चिंतन शिविर में विचार विमर्श किया जायेगा। भूमि सीमा प्रबंधन और तटीय सुरक्षा विषयों के अंतर्गत सीमाओं की सुरक्षा और सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास पर चिंतन किया जायेगा।

            ICJS और CCTNS सिस्टम और आई.टी. मॉड्यूल – नफीस, आई.टी.एस.एस.ओ., एन.डी.एस.ओ. और क्रि-मैक का उपयोग करके प्रौद्योगिकी-आधारित जांच द्वारा दोषसिद्धि दर बढ़ाने के उपायों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। सेफ सिटी प्रोजेक्ट, 112-सिंगल इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम, जिलों में मानव तस्करी-रोधी इकाई, पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क और मछुआरों के लिए बायोमेट्रिक पहचान पत्र जैसी पहलों पर भी चर्चा की जाएगी। विभिन्न विषयों पर सत्रों का उद्देश्य इन मुद्दों पर राज्य सरकारों की सहभागिता को प्रोत्साहित और सुनिश्चित करना है।

मोदी कल राज्यों के गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में होंगे शामिल 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  26 अक्तूबर :

            प्रधानमंत्री कार्यलय ने बुधवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 अक्टूबर  को पूर्वाहन लगभग 10:30 बजे राज्यों के गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे।

            चिंतन शिविर 27 और 28 अक्टूबर  को हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित किया जा रहा है। राज्यों के गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और केंद्रीय पुलिस संगठनों (सीपीओ) के महानिदेशक चिंतन शिविर में भी शामिल होंगे।

            गृह मंत्रियों का चिंतन शिविर प्रधानमंत्री द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में घोषित पंच प्राण के अनुसार आंतरिक सुरक्षा से संबंधित मामलों पर नीति निर्माण को राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य प्रदान करने का एक प्रयास है। सहकारी संघवाद की भावना से शिविर केंद्र और राज्य स्तर पर विभिन्न हितधारकों के बीच योजना और समन्वय में अधिक तालमेल लाएगा।

            शिविर पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, साइबर अपराध प्रबंधन, आपराधिक न्याय प्रणाली में आई.टी. के बढ़ते उपयोग, भूमि सीमा प्रबंधन, तटीय सुरक्षा, महिला सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श करेगा।

टोप एथलीट बिंद्यारानी, ​​हर्षदा, सौम्या, आकांक्षा खेलों इंडिया नैशनल रैंकिंग महिला वेटलिफ्टिंग टूर्नामेंट के दूसरे चरण में होंगी शामिल

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  26 अक्तूबर :

            युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेल 2022 की रजत पदक विजेता विद्यारानी देवी, हर्षदा गरुड़, आकांक्षा व्यवहारारे और सौम्या डालवी खेलो इंडिया महिला वेटलिफ्टिंग लीग राष्ट्रीय रैंकिंग युवा, जूनियर और के चरण 2 में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं।

            सीनियर टूर्नामेंट, 27 अक्तूबर को गाजियाबाद,नोएडा में शुरू होगा और 2 नवंबर को समाप्त होगा। सभी उल्लिखित एथलीट टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) का हिस्सा हैं।भारतीय वेटलिफ्टिंग महासंघ  द्वारा आयोजित और खेल विभाग, युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा समर्थित, लीग का आयोजन तीन आयु समूहों में किया जाएगा। सीनियर (15 वर्ष और अधिक), जूनियर (15-20 वर्ष) और  युवा (13-17 वर्ष)।

            सभी संस्करणों में खेलो इंडिया लीग आयोजित करने के लिए भारत सरकार द्वारा दी गई सहायता की कुल राशि 1.88 करोड़ रुपए है, जिसमें सभी आयु समूहों में 10 भार श्रेणियों में शीर्ष 8 रैंक वाले वेटलिफ्टिंगों को कुल 48.3 लाख रुपए का नकद पुरस्कार शामिल है। लीग के संचालन को भी सैद्धांतिक रूप से कुल 4 साल के लिए मंजूरी दी गई है।  आरएन रिज़ॉर्ट, मोदीनगर, गाजियाबाद में होने वाले कार्यक्रम के दूसरे चरण में कुल 450 भारोत्तोलकों के भाग लेने की उम्मीद है।

            लीग का पहला चरण इस साल जून में हिमाचल प्रदेश में आयोजित किया गया था,जहां राष्ट्रमंडल खेलों 2022 की स्वर्ण पदक विजेता मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था।बिंद्यारानी देवी और हर्षदा गरुड़ भी लीग के पहले चरण में क्रमश: 55 किग्रा और 45 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक विजेता रहीं। नोएडा में लीग का दूसरा चरण।  प्रतिस्पर्धा करने वाले अधिकांश भारोत्तोलक भी एस.ए.आई. राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र पटियाला, लखनऊ और औरंगाबाद से हैं।

            खेलो इंडिया विमेंस लीग खेलो इंडिया के स्पोर्ट्स फॉर विमेन घटक का एक और प्रयास है, जो खेल प्रतियोगिताओं की एक विस्तृत श्रृंखला में अधिक महिला भागीदारी में सत्ता के लिए सबसे आवश्यक कदम उठाता है।  समर्थन न केवल अनुदान देने तक बल्कि उचित संगठन और आयोजनों के निष्पादन में भी मदद करता है।

भारत में सितंबर में आधार से 25.25 करोड़ ई-के.वाई.सी.लेन -देन 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  26 अक्तूबर :

            देशवासियों द्वारा आधार अपनाने और इसका उपयोग करने में अच्छी प्रगति जारी है, जो दर्शाता है कि यह जीवन यापन को आसान बनाने में कैसे सहायता प्रदान कर रहा है। केवल सितंबर में, 25.25 करोड़ ई-केवाईसी लेनदेन आधार के माध्यम से किए गए, जो अगस्त की तुलना में लगभग 7.7 प्रतिशत ज्यादा है।एक ई-केवाईसी लेनदेन केवल आधार धारक की स्पष्ट सहमति से पूरा किया जाता है, जो कागजी कार्रवाई और केवाईसी के लिए व्यक्तिगत सत्यापन की आवश्यकता को समाप्त करता है।

            आधार ई – केवाईसी सेवा बेहतर और पारदर्शी ग्राहक अनुभव के साथ व्यापार करने में आसानी प्रदान करके बैंकिंग और गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।आधार के माध्यम से अब तक ई-केवाईसी ने लेनदेन की कुल संख्या सितंबर 2022 के अंत तक बढ़कर 1297.93 करोड़ हो गई है।इसी तरह, आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) आय आरेख में सबसे निचले स्तर पर वित्तीय समावेश करने में सहायक रही है।

            संचयी रूप से, सितंबर 2022 के अंत तक अब तक एईपीएस और माइक्रो एटीएम नेटवर्क के माध्यम से अंतिम सिरे पर 1549.84 करोड़ बैंकिंग लेनदेन संभव किये गए हैं।सिर्फ सितंबर में पूरे भारत में 21.03 करोड़ ए.ई.पी.एस. लेनदेन किए गए।सितंबर में आधार के जरिए 175.41 करोड़ सत्यापित लेनदेन किए गए। इनमें से अधिकांश मासिक लेनदेन फिंगरप्रिंट बायोमेट्रिक सत्यापन का उपयोग करके पूरे किये गए, जबकि लेनदेन के लिए जनसांख्यिकीय और ओटीपी प्रमाणीकरण का भी उपयोग किया गया।अब तक, संचयी रूप से 8250.36 करोड़ सत्यापित लेनदेन सितंबर के अंत तक पूरे किए जा चुके हैं, जो दिखलाता है कि आधार अपने घोषित दृष्टिकोण के प्रति कितनी निष्ठा रखता है।

            भारत की वयस्क आबादी के बीच आधार अब सार्वभौमिक है। सितंबर के अंत तक सभी आयु वर्गों में, आधार का कार्य 93.92 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है।सितंबर महीने के दौरान निवासियों ने 1.62 करोड़ से अधिक आधारों को सफलतापूर्वक अपडेट किया, जबकि अगस्त में इस तरह के 1.46 करोड़ अपडेट किए गए थे।कुल मिलाकर, अब तक (सितंबर के अंत में) देशवासियों के अनुरोधों के बाद 66.63 करोड़ से अधिक आधार नंबर सफलतापूर्वक अपडेट किए गए हैं।

भैया दूज का पर्व हर्षोल्लास से मनाया

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो  –  26 अक्तूबर :

            रक्षाबंधन की तरह भाई दूज का पर्व हर भाई – बहन के जीवन में खास महत्व रखता है। उनके अटूट एवं अथाह प्रेम को प्रदर्शित करने वाला यह उत्सव कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता हैं। बहन – भाई के प्यार का अटूट प्रतीक भैया दूज का पर्व आज हर वर्ष की भांति विभिन्न जाति व हर वर्ग के लोगों ने बड़ी धूमधाम एवं श्रद्धाभाव से मनाया।

            आज बहनों ने अपने  भाइयों को सबसे पहले एक श्रीफल दिया और माथे पर तिलक लगा कर उनकी लंबी उम्र, सुख- समृद्धि, शांति व अच्छी सेहत की सलामती की दुआ मांगी। वहीं भाइयों ने बहनों को उपहार स्वरूप सुंदर गिफ्ट एवं नगदी भेंट कर प्रत्येक कठिनाइयों में अपनी बहनों की रक्षा के लिए प्रण लिया। देश में भैया दूज को अलग – अलग नाम दिया गया है। पूरे देश में यह पर्व भाई -बहन के आपसी प्रेम की महिमा का बखान करता है। यह पर्व देश में अलग -अलग तरीके से मनाया जाता है।

            गुजरात में भाई बीज, बंगाल में भाई फोटा, उत्तर प्रदेश में भ्रातृ द्वितीय व महाराष्ट्र व गोवा में भैया दूज को माऊ बीज के नाम से श्रद्धापूर्वक व हर्षोल्लास से सभी जातियों एवं धर्मों के लोग मनाते हैं। नेपाल में भैया दूज का पर्व भाई टीका के नाम से दीपाली पर्व से 5वें दिन मनाया जाता हैं।