- मिशन मोड पर वैक्सीन की खुराक में तेजी लाने पर दिया जोर
रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 19 अक्तूबर :
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति, टीकाकरण अभियान की स्थिति और कोविद-19 के नए रूपों के वैश्विक परिदृश्य की समीक्षा के लिए सरकारी स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल भी मौजूद थे।स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अपर सचिव श्री लव अग्रवाल ने मुख्य रूप से यूरोप में कोविड के नए केसों में वृद्धि के वैश्विक परिदृश्य और दुनिया में विभिन्न ओमाइक्रोन वेरिएंट के विश्लेषण पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
प्रस्तुति में कोविड-19 मामलों के ट्रेंड के साथ देश में कोविड-19 की स्थिति का विस्तृत विश्लेषण शामिल था, दैनिक मामलों की रिपोर्ट, सक्रिय मामले, पॉजिटिव मामले की जांच की स्थिति के साथ-साथ आरटी-पीसीआर टेस्ट की हिस्सेदारी सहित प्रति मिलियन राज्यवार साप्ताहिक टेस्ट शामिल था।स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अपर सचिव डॉ. मनोहर अगनानी ने देश में टीकाकरण की वर्तमान स्थिति, टीकों की उपलब्धता, वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के राज्यवार विश्लेषण पर एक प्रस्तुति दी और देश में एहतियाती खुराक देने की प्रशासन की धीमी गति पर प्रकाश डाला।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने समय पर वायरस के प्रसार का आकलन और नियंत्रण करने के लिए पर्याप्त टेस्ट (आरटीपीसीआर के उच्च अनुपात के साथ) और प्रभावी कोविड-19 निगरानी करने की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. मंडाविया ने अधिकारियों को देश भर में निगरानी पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखने का निर्देश दिया, विशेष रूप से एसएआरआई और आईएलआई मामलों की निगरानी सहित प्रहरी साइटों के माध्यम से और ओमाइक्रोन वेरिएंट की पहचान के मद्देनजर किसी भी संभावित प्रसार को रोकने के लिए स्कैन करने के लिए संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण (डब्ल्यूजीएस) पर फोकस करने को कहा।
उन्होंने अधिकारियों से कोविड-19 के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की बारीकी से निगरानी करने का भी आग्रह किया। उन्होंने लोगों को एहतियाती खुराक सहित टीकाकरण की गति बढ़ाने का आह्वान किया।नए ओमाइक्रोन वेरिएंट के उभरने के साथ कई देशों में मामलों में भारी वृद्धि देखी जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मामलों पर निगरानी पर जोर दिया। उन्होंने विशेष रूप से आगामी त्योहारों के मौसम को देखते हुए कोविड उपयुक्त व्यवहार (सीएबी) के निरंतर कार्यान्वयन के लिए सामुदायिक जागरूकता की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
बैठक में डॉ. अजय कुमार सूद, सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, श्रीमती एस अपर्णा, सचिव (फार्मास्युटिकल्स), डॉ राजीव बहल, डीजी आईसीएमआर; स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।