- खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कटली वैटलैंड पर करवाये जा रहे राज्य स्तरीय खेल मौके का दौरा किया
- कैकिंग, कैनोइंग और रोइंग के विजेता खिलाडिय़ों का किया सम्मान
- 50 लाख रुपए के करीब की किश्तियां जल्द रूपनगर को दी जाएंगी
- पंजाब सरकार की तरफ से बलबीर सिंह सीनियर वज़ीफ़ा स्कीम की शुरुआत की गई
- कटली वैटलैंड को विश्व स्तरीय वाटर स्पोर्टस हब के तौर पर किया जायेगा विकसित
- नेशनल खेल के विजेता खिलाडिय़ों का बहुत जल्द उनकी वापसी के साथ ही किया जायेगा सम्मान
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/रूपनगर :
पंजाब सरकार ने खेडां वतन पंजाब दीयां 2022 के अंतर्गत गाँवों और शहरों के खिलाडिय़ों को मंच देकर सुनेहरी इतिहास सृजित किया है, जिससे राज्य के नौजवानों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का बहुत बढिय़ा मौका मिला। इन विचारों का प्रगटावा खेल और युवा सेवाओं मंत्री, पंजाब, गुरमीत सिंह मीत हेयर ने 22 अक्तूबर तक रोइंग और कैकिंग कैनोइंग की सतलुज दरिया के किनारे पर कटली वैटलैंड पर करवाये जा रहे राज्य स्तरीय खेल का जायज़ा लेने के मौके पर किया।
इस मौके पर संबोधन करते हुये कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पहली बार है कि 9.5 करोड़ रुपए राष्ट्रमंडल खेलों के विजेताओं को एक महीने में दिए गए हैं। इसी तरह राष्ट्रीय खेल वालों का बहुत जल्द उनकी वापसी से ही सम्मान किया जाना है। मुख्यमंत्री का एक ही सपना है कि पंजाब को खेलों में पहले नंबर पर लेकर आना है।
खेल मंत्री ने बताया कि जब उन्होंने इस जगह का दौरा किया तो रोइंग अकैडमी सम्बन्धी प्राथमिक सहूलतें नहीं थी। यहां न ही शौचालय थे और न ही चेंजिंग रूम थे और यह सहूलतें पहल के आधार पर दीं गई हैं। पंजाब सरकार ने खेल का समान खरीदने के लिए अलग बजट रखा है और 50 लाख रुपए के करीब की किश्तियां भी जल्द रूपनगर को दी जानी हैं। कटली वैटलैंड को विश्व स्तरीय वाटर स्पोर्टस हब के तौर पर विकसित किया जायेगा।
स. गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि पहली बार है कि पंजाब सरकार की तरफ से रोइंग मुकाबले करवाए जा रहे हैं। इस वैटलैंड में नेशनल स्टैंडर्ड कोर्स सैट्टअप पर यह खेल हो रहे हैं। पहले यहाँ की रोइंग अकैडमी को यहाँ से तबदील कर दिया गया था परन्तु इसके बेहतर प्रदर्शन और इस तर्कसंगत बनाने के लिए यह अकैडमी फिर यहाँ तबदील की गई है और बेहतर नतीजे सामने आ रहे हैं। यहाँ और ज़्यादा सहूलतें दीं जाएंगी जिससे यहाँ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुकाबले भी करवाए जा सकें।
इस मौके पर मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कैबिनेट मंत्री ने कहा कि खेडां वतन पंजाब दीयां सम्बन्धी आनलाइन रजिट्रेशन से यह पता लग गया है कि किस जिले में कौन से खेलों का रुझान अधिक है। उस हिसाब से खेल को प्रफुलित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से बलबीर सिंह सीनियर वज़ीफ़ा स्कीम की शुरुआत की गई है जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर स्थान हासिल करने वालों को 08 हज़ार रुपए प्रति महीना देने शुरू किये गए हैं।
रोइंग अकैडमी में मैस्सों की सुविधा संबंधी पूछे सवाल के जवाब में कहा कि खेल संस्थाओं सम्बन्धी प्राथमिक सहूलतें दी गई हैं और लगातार दी जा रही हैं। पिछले समय के दौरान मैस्सों सम्बन्धी काफ़ी गड़बड़ हुई। इसलिए मैस्सों सम्बन्धी सुधार किया जा रहा है और इस मैस्स सम्बन्धी दिक्कतें भी दूर कर दी जाएंगी। खेल मंत्री ने ख़ुद यह खेल मुकाबले देखे और विजेता खिलाडिय़ों का सम्मान भी किया।
उन्होंने कहा कि खेडां वतन पंजाब दीयां के अंतर्गत रूपनगर के 10 हज़ार खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया जिससे इन खेलों में 03 लाख के करीब पार्टीसिपेशन पूरे राज्य में हुई है। 60 हज़ार बच्चे राज्य स्तरीय मुकाबलों में हिस्सा ले रहे हैं और पुजीशनें हासिल करने वालों को कई करोड़ के इनाम दिए जाने हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने ख़ुद खेल कर खेडां वतन पंजाब दीयां की शुरुआत करवाई और करीब हर गाँव में नौजवानों ने हिस्सा लिया है। नौजवानों ने फिर खेल संस्कृति को अपना लिया है। खेल संस्कृति ख़त्म होने से नशे बढ़ गए थे और पंजाब खेलों में नीचे खिसक गया, जो कभी पहले नंबर पर होता था। इन खेलों सम्बन्धी जो कोई कमियां रही वह अगली बार दूर हो जाएंगी और हर साल यह खेल होते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार की आय बढ़ाने की कोशिश हो रही है और 25 फ़ीसद जी. एस. टी. कुलैकशन में विस्तार हुआ है और यह सारा पैसा पंजाब के विकास के लिए इस्तेमाल किया जाना है। पंजाब के नौजवानों में हुनर बहुत है। उनको सही मंच देने की ज़रूरत है और हुनर निखारने की ज़रूरत है।
इस मौके पर संबोधन करते हुये हलका रूपनगर के विधायक दिनेश चड्ढा ने कहा कि कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर के कारण ही पहली बार सरकार की तरफ से यहाँ रोइंग के राज्य स्तरीय मुकाबले हो रहे हैं। रूपनगर नहरों और दरियाओं की धरती है परन्तु पिछले सालों में यहाँ वाटर स्पोर्टस विकसित नहीं किये गये। विधायक ने कहा कि खेल मंत्री ने वायदा किया था कि वह रोइंग को रूपनगर में विकसित करेंगे और रोइंग अकैडमी जो मोहाली भेज दी गई थी, वह रूपनगर लाई गई और अकैडमी के लिए 15 लाख देकर बुनियादी ढांचा विकसित किया गया है। खेडां वतन पंजाब दीयां में रूपनगर ने बहुत बढिय़ा शमूलियत रही है और सरकार लोगों को फिर खेल मैदानों के साथ जोडऩे में कामयाब हुई है।
इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव, जि़ला पुलिस प्रमुख डॉ. सन्दीप गर्ग, एस.डी.एम रूपनगर हरबंस सिंह, जि़ला खेल अफ़सर रूपनगर रुपेश कुमार, प्रभजीव सिंह सचिव जनरल कैकिंग कैनोइंग एसोसिएशन, जसवीर सिंह सचिव रोइंग एसोसिएशन, पंजाब इंस्टच्यूट आफ स्पोर्टस के कोच गुरजिन्दर सिंह चीमा, समेत अलग-अलग विभागों के अधिकारी, बड़ी संख्या खिलाड़ी और दर्शक उपस्थित थे।