Thursday, December 26
  • अब फिर से गेंद केंद्र के पाले में
  • पहले भी केंद्र करवा चुका है दोनों राज्यों की बैठक
  • घग्गर नदी की सफाई को बनाई संयुक्त कमेटी

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

            सतलुज – यमुना लिंक नहर के मुद्दे पर शुक्रवार को चंडीगढ़ में हुई हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों की बैठक बेनतीजा रही। हरियाणा सरकार अब इस बैठक की रिपोर्ट केंद्रीय जल शक्ति मंत्री को भेजेगी। इसके बाद केंद्र दोनों राज्यों को फिर से बुला सकता है।

            सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद हरियाणा कई माह से प्रयासरत था कि पंजाब के साथ एसवाईएल के मुद्दे पर संयुक्त बैठक की जाए। शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में हरियाणा की तरफ से आयोजित बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने राज्य के अधिकारियों तथा पंजाब के महाधिवक्ता के साथ पहुंचे। बैठक में एसवाईएल के मुद्दे पर हरियाणा के मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि किस प्रकार एसवाईएल का पानी हरियाणा की जीवन रेखा है।


            पंजाब के अधिकारियों ने इस मुद्दे पर अपने तर्क पेश करते हुए बताया कि पंजाब की जनसंख्या के अनुसार उनके पास वर्तमान में पानी नहीं है। बैठक के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार हुई इस बैठक में एसवाईएल को लेकर पंजाब के साथ कोई सहमति नहीं बनी। सुप्रीम कोर्ट ने एसवाईएल के निर्माण के लिए कहा है, उस पर भी पंजाब सहमत नहीं है। उन्होंने कहा कि एसवाईएल का निर्माण हमारे लिए जीवन मरण का सवाल है। अब मुख्यमंत्री इस विषय को लेकर केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र शेखावत से बात करेंगे।


            मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी के लिए पहले भी ट्रिब्यूनल बनाया गया था, उसके बाद तीन जजों का नया ट्रिब्यूनल बनाया गया लेकिन ट्रिब्यूनल के फैसले अनुसार पानी के लिए भी एसवाईएल का निर्माण जरूरी है।


            उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ कुछ और जरूरी मुद्दों पर भी बातचीत हुई है। घग्गर नदी के पानी को साफ करने के लिए दोनों राज्यों के सिंचाई विभाग के अधिकारियों की कमेटी बनाई गई है।