- हेल्थकेयर में मरीजों की सुरक्षा और बेहतर गुणवत्ता बढ़ाने के लिए एम-कनेक्ट आईटी सॉल्यूशंस को प्रदान किया गया
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, गुरुग्राम – 13 अक्तूबर :
एक अस्पताल में इंटेसिव केयर यूनिट्स सबसे महत्वपपूर्ण और संपूर्ण तौर पर जीवन रक्षक हैं। स्मार्ट आईसीयू के शुरूआत ने अस्पतालों को गंभीर रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज करने और उनके जीवन को बचाने में सक्षम बनाने में एक बड़ी बदलाव लाने में योगदान दिया है। न्यू गुरुग्राम स्थित, आरवी हेल्थकेयर एक ऐसा अस्पताल है जो स्मार्ट पेशेंट केयर को अपनाने में अग्रणी रहा है। 200 बिस्तरों वाला मल्टी, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल मरीजों की उम्मीदों पर खरा उतरा है और अत्याधुनिक, स्मार्ट आईसीयू के इंटीग्रेशन ने गंभीर रूप से बीमार रोगियों के लिए नई आशा की पेशकश की है। आधुनिक तकनीक के साथ-साथ सही उपचार का तालमेल ऐसे रोगियों के बेहतर इलाज प्रबंधन के लिए सर्वाेत्तम संभव तरीके से सकारात्मक परिणाम सुनिश्चित करना संभव कर रहा है।
आरवी हेल्थकेयर, ने 2021 में अपनी स्थापना के बाद से, अपने रोगियों को सभी सुपर स्पेशियलिटी स्ट्रीम्स में उपचार के तौर-तरीकों को पूरा करने वाली सबसे एडवांस्ड इलाज और डायग्नोस्टिक तकनीकों की पेशकश की है। टेक्नोलॉजिकल के साथ तालमेल रखते हुए, आरवी हेल्थकेयर ने अब खुद को माइंडरे मेडिकल इंडिया के अल्ट्रा-मॉडर्न हेल्थ टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस से लैस किया है, जो मेडिकल डिवाइस टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस प्रोवाइडर का एक प्रमुख वैश्विक प्रदाता है। साथ ही माइंडरे अस्पतालों, चेन लैब्स के लिए अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक उत्पादों और स्टैंडअलोन डायग्नोस्टिक सेंटर के निर्माण में माहिर है। अपने एम-कनेक्ट आईटी सॉल्यूशंस की तैनाती के माध्यम से, माइंडरे मेडिकल इंडिया ने आरवी हेल्थकेयर में स्मार्ट आईसीयू को स्थापित कर सक्षम किया है।
आरवी हेल्थकेयर में एम-कनेक्ट आईटी समाधान का इंटीग्रेशन, बेडसाइड डिवाइस, वेंटिलेटर और इन्फ्यूजन पंपों को एक निगरानी प्रणाली से जोड़कर एक त्रुटि-मुक्त (एरर-फ्री) रोगी-केंद्रित दृष्टिकोण प्रदान करता है, जिसकी बारीकी से निगरानी की जाती है और किसी भी जरूरत के समय तुरंत कार्रवाई की जाती है। बेडसाइड मॉनिटरिंग सिस्टम को विभिन्न उपकरणों से सभी डेटा को इंटीग्रेट करने के लिए प्रोग्राम किया गया है। डेटा इंटीग्रेटेशन के आधार पर, मरीज की देखभाल करने वाले क्लीनिकल सहायता प्रदान करने में सक्षम होते हैं जिसमें डायग्नोसिस और उपचार एक जीरो-एरर आधार पर किया जाता है।
आरवी हेल्थकेयर में इसके कार्यान्वयन के साथ, माइंडरे की एम-कनेक्ट की रोगी-केंद्रित वितरित निगरानी का समर्थन करने की बेजोड़ क्षमता को उचित रूप से प्रदर्शित किया गया है। रोगी मॉनिटर, इंटीग्रेटेड वेंटिलेटर, इन्फ्यूजन पंप और अन्य निगरानी उपकरण विभाग के हर क्षेत्र, इंट्रा-अस्पताल और यहां तक कि दूरस्थ स्थानों पर भी सटीक डेटा और वेव के साथ देखभाल करने वालों को प्रदान करते हैं ताकि डॉक्टर बारीकी से निगरानी कर सकें और स्थिति के अनुसार तुरंत कार्य कर सकें। इसके साथ ही बिना कोई समय बर्बाद किए रोगी की स्थिति सुनिश्चित करने के लिए सही उपचार प्रदान किया जाता है।
वेंटिलेटर इंडीकेटर्स द्वारा डाले गए वास्तविक समय के आंकड़ों की निगरानी से उपयुक्त रिस्पांस पर त्वरित निर्णय लेने में मदद मिलती है, एम-कनेक्ट द्वारा तय विभिन्न फीचर्स डॉक्टरों को दवा के वास्तविक समय के प्रभावों का आकलन करने में मदद करती हैं, बातचीत करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही मेडिकल स्टाफ को वार्ड के अंदर दाखिल होने की कम से कम जरूरत पड़ती है और इससे मरीज को संक्रमण का जोखिम भी बेहद कम हो जाता है और मरीजों को बेहतर आराम करने का मौका मिलता है।
डॉ. विक्रम यादव, मेडिकल डायरेक्टर और कंसल्टेंट सर्जन, आरवी हेल्थकेयर, गुरूग्राम का कहना है कि “डॉक्टरों द्वारा निर्मित और प्रबंधित हमारा सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल, विभिन्न प्रकार के रोगों में विश्व स्तरीय उपचार प्रदान करता है। माइंडरे द्वारा स्थापित एम-कनेक्ट आईटी सॉल्यूशंस की मदद से नए दौर की स्मार्ट आईसीयू टेक्नोलॉजीज के साथ, रोगी की स्थिति पर वास्तविक समय डेटा तक पहुंच और डॉक्टरों और देखभाल करने वालों द्वारा तेजी से इंटरवेंशन एक वास्तविकता बन गई है। वास्तविक समय में रोगी डेटा कहीं भी और किसी भी समय उपलब्ध होने से, लोगों की जान बचाना आसान हो गया है।”
आईसीयू में तत्काल मेडिकल रिस्पांस के महत्व को महसूस करते हुए, डॉ. रेणु यादव, निदेशक और सीईओ, आरवी हेल्थकेयर, गुरुग्राम ने कहा कि “आईसीयू में गंभीर रोगियों की निगरानी और आकलन में एम-कनेक्ट तकनीक का लाभ उठाने से आरवी हेल्थकेयर को अपनी स्थिति को बनाए रखने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने में मदद मिली है। इनोवेशन के साथ-साथ कम्पेशोनेट हेल्थकेयर के प्रावधान के साथ हेल्थकेयर इंडस्ट्री का नेतृत्व करने का मिशन आगे बढ़ाया जा रहा है।”
चौबीसों घंटे उपलब्ध रियल टाइम डेटा डॉक्टर के हस्तक्षेप में किसी भी देरी से बचने में मदद करता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि मरीज की जान बच जाए। आरवी हेल्थकेयर के कंसल्टेंट एनेस्थेटिस्ट डॉ. विवेक सलूजा ने कहा कि एम-कनेक्ट डिलीवरी सिस्टम काफी प्रभावी साबित हुआ है, और इसे और अधिक अस्पतालों में अपनाया जाना बेहतर साबित होगा।
डॉ. (कर्नल) सुनील सिंह, मेडिकल सुप्रीटेंडेंट, आरवी हेल्थकेयर ने कहा कि “मेडिकल एडिमिनिस्ट्रेशन का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक चरण में संपूर्ण रोगी संतुष्टि सुनिश्चित करना है। बेहतरीन रोगी फीडबैक प्राप्त करने में अस्पताल में स्मार्ट आईसीयू समाधानों को सक्षम करना एक महान सुविधाकर्ता रहा है।”
डॉ. सुरभि अवस्थी, डायरेक्टर, आईसीयू और ईआर, आरवी हेल्थकेयर ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि “जब आईसीयू में गंभीर मामलों को संभालने की बात आती है, तो समय पर प्रतिक्रिया और चौबीसों घंटे सक्रिय निगरानी प्रमुख महत्व रखती है। एम-कनेक्ट आईटी सॉल्यूशंस और स्मार्ट आईसीयू इंटीग्रेशन ने निश्चित रूप से डॉक्टरों और कर्मचारियों को एक सुविधाजनक बिंदु प्रदान किया है, जिससे वे बीमार रोगियों के डेटा को सटीक रूप से ट्रैक और मॉनिटर कर सकते हैं और समय पर और प्रभावी उपचार के तौर-तरीके प्रदान कर सकते हैं।”
मंजू गोयल, डिप्टी डायरेक्टर, पेशेंट मॉनिटरिंग एंड लाइफ सपोर्ट, माइंडरे मेडिकल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने कहा कि “अस्पतालों में अधिक दक्षता और बेहतर रोगी देखभाल के लिए प्रयास करने के साथ, यह अनिवार्य हो गया है कि आधुनिक समय के टेक्नोलॉजिकल समाधानों की शुरुआत की जाए। माइंडरे इंडिया अपने एम-कनेक्ट आईटी समाधान और स्मार्ट आईसीयू सॉल्यूशंस के साथ इसे हासिल करने में सफल रहा है। अब इसे आरवी हेल्थकेयर सहित विभिन्न अस्पतालों द्वारा अपनाया जा रहा है, यह संदेह से परे साबित हो गया है कि एक कनेक्टड वर्कफ्लो रोगी की निगरानी की पूरी क्षमता प्रदान करता है ताकि रोगी देखभाल की एक अत्यंत कुशल प्रणाली सुनिश्चित हो सके।”
एम-कनेक्ट आईटी सॉल्यूशंस डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवा देने वालों को किसी भी समय कहीं भी रोगी डेटा तक पहुंचने की क्षमता प्रदान करता है, जिससे रोगी सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता में वृद्धि सुनिश्चित होती है। आरवी हेल्थकेयर में टेक्नोलॉजी का इंटीग्रेशन बहुत महत्वपूर्ण साबित हुआ है, क्योंकि यह डॉक्टरों को एक सुव्यवस्थित वर्कफ्लो के साथ रोगियों के प्रवेश से लेकर डिस्चार्ज होने तक में मदद करता है, जो बदले में, उन्हें एक साथ उनकी दक्षता बढ़ाने के लिए कार्यभार में कटौती करने में मदद करता है, जिससे वे अधिक से अधिक जीवन बचाने में सफल होंगे।