सूरतगढ़ सीट पर भाजपा का नया पावरफुल चेहरा नरेन्द्र घिंटाला

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ – 13 अक्तूबर :

             सूरतगढ़ से भारतीय जनता पार्टी के नए चेहरे और ग्रामीण एवं शहरी संस्कृति से भाजपा एवं संघ से जुड़े से व्यक्ति से 23 सितंबर 2022 की चर्चा हुई और सभी गतिविधियों पर नजर डाल कर राजनीतिक जीवन का महत्वपूर्ण काल यहां प्रस्तुत है।

             सन 1989 से अब तक की स्थिति और भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के कार्यकाल में जनता से संपर्क,कार्यकर्ताओं से मेल आदि के बिंदु चुनाव में खड़े हों तो शहर टिब्बा क्षेत्र नहरी क्षेत्र में प्रभावी रह सकते हैं। रिश्तेदारियां कितनी विशाल और फैली हुई हैं। इनका भी वोटिंग में बड़ा महत्वपूर्ण रोल होता है।

              शिक्षा काल,उसके बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा में फिर भाजपा के कार्यक्रमों में संपूर्ण स्थिति का समीक्षात्मक वर्णन है। सूरतगढ़ के पुराने चेहरों को छोड़ें और नयों में सबसे अधिक प्रभावी जो इस सीट पर अन्य दलों को टक्कर देते हुए विजय पताका फहराए। वह संभावित नया चेहरा है नरेन्द्र घिंटाला जिसका कार्य पद दर पद सूरतगढ़,जिला, प्रदेश और फिर राष्ट्रीय नेताओं से संपर्क मेलजोल तक रहा और अभी भी है।

             प्रदेश में सतीश पूनिया वसुंधरा राजे सिंधिया से सीधी बात करने वाले, ओम प्रकाश माथुर गजेंद्र सिंह शेखावत वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से संपर्क और सहयोग। जेपी नड्डा जब युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे उस समय यह चेहरा भी संपर्क में रहा। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत,मध्यप्रदेश के सीएम शिवराजसिंह चौहान से घनिष्ठता।

             भारतीय जनता पार्टी का यह चेहरा भाजपा युवा मोर्चा और भारतीय जनता पार्टी के महत्वपूर्ण पदों पर हर काल में सक्रियता की छाप लगाता रहा।

             लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, ओम माथुर  सतीश पूनिया से निरंतर पच्चीस तीस सालों से जो संपर्क और सहयोग रहा है संघ के कार्यक्रमों में प्रभावी रहने वाला चेहरा है नरेन्द्र घिंटाला।

सूरतगढ़ सीट पर भाजपा की ओर से नये चेहरे में अभी सबसे अधिक पावरफुल। 

 इस स्नातक ( बी.ए.)डिग्रीधारी ने सूरतगढ़ के राजकीय महाविद्यालय ( अब गुरूशरण छाबड़ा राजकीय महाविद्यालय) में सन् 2002 में छात्र संघ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को चुनाव लड़ा कर स्थापित किया था।

      नरेंद्र का  का जन्म 2 अक्टूबर 1969 को हुआ और स्नातक तक की शिक्षा 1991 में पूरी की। भारतीय जनता पार्टी में छोटा-मोटा कार्य करते रहे लेकिन जब ओम आचार्य ने लोकसभा का चुनाव 1989 में लड़ने को मैदान में उतरे तब इन्होंने भारतीय जनता पार्टी में विधिवत प्रवेश किया। नरेन्द्र घिंटाला का भाजपा में यह प्रवेश बड़ा महत्व रखता है जिससे निरंतर आगे कदम बढ़ते रहे।

  • नरेंद्र घिंटाला1994 से 1997 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महामंत्री रहे। उस समय ओमप्रकाश बिड़ला मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष होते थे।
  • सन् 1997 से सन 2000 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष पद पर रहे उस समय राजस्थान में सतीश पूनिया मोर्चे के प्रदेशाध्यक्ष थे। 
  • सन 2000 से 2004 तक नरेंद्र घिंटाला भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री रहे।उस समय प्रदेशाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह थे।
  • सन 2002 में सूरतगढ़ के राजकीय महाविद्यालय में छात्र संघ के चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा कर परिषद की स्थापना की।  अब परिषद का काफी दबदबा है।
  • सन् 2004 में भारतीय जनता पार्टी में जिला मंत्री रहे उस समय बहादर चंद नारंग जिला अध्यक्ष थे।
  • सन 2005 से 2009 तक भारतीय जनता पार्टी में जिला महामंत्री रहे।उस समय जिला अध्यक्ष पद पर सीताराम मौर्य थे और ओम प्रकाश जी माथुर प्रदेश अध्यक्ष थे।इनसे निरंतर संपर्क रहा।
  • सन् 2005 से 2010 तक जिला परिषद श्रीगंगानगर के सदस्य थे। सरदारगढ़ क्षेत्र जिसमें 12 ग्राम पंचायतें आती है उस क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे।
  • सन् 2008 से 2015 तक सीमा जन कल्याण समिति के सदस्य रहे। 
  • सन्  2010 से 2016 तक देहात मंडल सूरतगढ़ के अध्यक्ष रहे। उस समय केवल संपूर्ण क्षेत्र में एक ही देहात मंडल होता था। उस समय भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह सोढ़ी और प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी बाद में प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे से निरंतर संपर्क रहा। 
  • * चुनावों में भारतीय जनता पार्टी का हर क्षेत्र में सक्रिय योगदान दिया व चुनाव लड़ाने में विशेष सहयोग किया गया। राजेंद्र सिंह भादू सन् 2013 और रामप्रताप कासनिया 2018 के विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • नरेंद्र घिंटाला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े हुए हैं। इन्होंने 2005 में श्री जगदंबा अंध महाविद्यालय श्री गंगानगर के परिसर में प्रथम वर्ग शिक्षा ग्रहण की। प्राथमिक शिक्षा वर्ग 1996 में जैतसर में किया था।
  •   सामाजिक कार्यों में विशेष रुचि रखने वाले नरेंद्र घिंटाला  विभिन्न कार्यों के लिए लोकप्रियता रखते हैं। 
  • सूरतगढ़ की रेलविकास समिति से जुड़े हैं।

             इनके पिता महावीर सिंह जी सूरतगढ़ के प्रसिद्ध सेठ रामदयाल राठी राजकीय उ.मा. विद्यालय में  प्रधानाध्यापक रहे थे।

             सेवा निवृत्ति के बाद विश्व हिंदू परिषद के सूरतगढ़ जिले के जिलाध्यक्ष रहे। सामाजिक कार्य में सूरतगढ़ में वीर तेजाजी जाट संस्थान के कन्या छात्रावास के संस्थापक सदस्य रहे।

घग्घर बाढ के दिनों में एक बार हनुमानगढ़ से सूरतगढ़ तक मोटरसाइकिल पर सवार होकर बहुत कम चौड़ाई वाले बांधों के ऊपर से गुजरते हुए हर क्षण खतरनाक स्थिति पानी के बहाव में गिर जाने के डर में सर्वे में इस लेखक के सहयोगी रहे। महावीरसिंह जी घिंटाला ने मोटरसाइकिल चलाया और लेखक फोटो व रिपोर्ट में रहा था।

            नरेन्द्र घिंटाला नये चेहरों में सर्वाधिक पावरफुल सक्रिय हैं। अभी किसानों की समस्याओं बाबत लोकसभा अध्यक्ष ओमप्रकाश बिड़ला से भी मिल कर आए हैं।

श्री सनातन धर्म मंदिर सेक्टर 11 बी चंडीगढ़ द्वारा करवा चौथ त्योहार मनाया गया

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 13 अक्तूबर  : 

                        श्री सनातन धर्म मंदिर सेक्टर 11 बी चंडीगढ़ द्वारा करवा चौथ त्योहार मनाया गया मंदिर के प्रधान अरुणेश अग्रवाल ने बताया कि आज मंदिर परिसर में सुख शांति सौंदर्य एवं सौभाग्य का त्योहार करवाचौथ का कार्यक्रम बड़ी धूमधाम से मनाया गया। करवा चौथ के अवसर पर शाम 4 बजे मंदिर में पंडित महादेव प्रसाद शुक्ला, सिद्ध नाथ तिवारी, पंडित संजय पंडित विश्वनाथ द्वारा श्री गणेश माता पार्वती की पूजा करके कथा सुनाई गई लगभग 500 महिलाओं ने बड़े श्रद्धा भाव से कथा का श्रवण किया।

            करवा चौथ के इस कार्यक्रम में समाज सेविका एवं लेखिका मंजू मल्होत्रा फूल मुख्य अतिथि के रुप में पहुंची उन्होंने करवा चौथ व्रत की सबको बधाई और शुभकामनाएं दी तथा व्रत का महत्व बताते हुए बताया कि इस व्रत को श्री कृष्ण ने द्रौपदी से तथा शंकर भगवान ने माता पार्वती से इस व्रत का विधान कहा था। नारी उत्थान पर भी उन्होंने बहुत ही सुंदर कविता सुनाई।

            इस अवसर पर बेस्ट ड्रेस्ड अप का अवार्ड कार्यक्रम की जज साहब और मुख्य अतिथि मंजू मल्होत्रा द्वारा अनु चौधरी,और दो महिलाओ को बेस्ट ड्रेस अप का अवार्ड दिया इस अवसर पर मंदिर प्रधान अरुणेश अग्रवाल, सेक्ट्री वी के मलहोत्रा समस्त कार्यकारणी उपस्थित रही कार्यक्रम उपरांत आरती कर प्रसाद वितरित किया गया

आधस (भारत) की कार्यकारणी बैठक में लिए जाएंगे सख्त निर्णय- धर्म गुरू  –  अनार्य मुकेश 

विनोद कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 13 अक्तूबर  :  

            दयावान वाल्मीकि अमृतवर्षा महापर्व प्रबंधक कमेटी चंडीगढ़ की  नव नियुक्त   कार्यकारणी की  विधिवत रूप से कल तक घोषणा,  परम आदरणीय  संस्थापक, मुख्य संरक्षक एवं धर्मगुरु, अनार्य श्रेष्ठ  वीरेश डा. मुकेश अनार्यवंशी जी का आशीर्वाद सदैव  हम सब  पर बना रहे और  धर्मगुरु जी  स्वंय नव नियुक्त कार्यकारणी का एलान कल तक करेगे।  और उपरोक्त कार्यकारणी का विस्तार करने का अधिकार मुझे और नव नियुक्त डिप्टी संयोजक,  अध्यक्ष तथा प्रधान महासचिव,  जी को दिया गया ताकि सारे धार्मिक संस्थाओं और सारी यूनियन और ट्रेड यूनियन से दो – दो  कार्यकर्ता ले कर इसका विस्तार 21/10/2022 तक  वाल्मीकि आश्रम मलोया  कालोनी में शाम 5:04 से 8:04 बजे  तक एक बैठक  में किया जाएगा, ताकि अमृत वर्षा महापर्व के उपलक्ष्य पर “भव्य आदि नगर कीर्तन” को ओर  अधिक सुशोभित बनाया जा सके।

            सभी अपने अपने धर्म ध्वज, बैनर ले कर शामिल हो सकते है किसी पर किसी प्रकार की बंदिश नहीं होगी, हां कलश यात्रा  पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा, उसकी जगह पावन वाल्मीकि  आदि महाकाव्य रामायण और भारतीय संविधान को महिलाए हाथों या सर पर रख कर नगर कीर्तन को एक धार्मिक रूप देंगी और कुछ नया  बनाएगी,  14 ( बच्चियां ) लड़कियां और 74 साल से बड़े बुजुर्ग  महिला और पुरुष उनकी देख रेख में नगर कीर्तन निकाला जाएगा।

            सभी राजनीतिक पार्टियों के  राजनेता सादर आमंत्रित है,  किंतु VIP वीआईपी बन कर नहीं बल्कि एक सेवादार और एक श्रद्धालु बन कर अपने अपने  घर  से एक नई थाली में चार फूल, एक  माला, चार फल, एक पानी का  लौटा या गिलास  लेकर आए और ईश्वर वाल्मीकि दयावान जी के स्वरूप पालकी पर चढ़ा कर आशीर्वाद प्राप्त कर अपना जीवन सुखमय और पूर्ण वाल्मीकिमय बनाए,  इस दिन किसी को भी VIP वीआईपी ट्रीटमेंट  नहीं दिया जाएगा, क्योंकि हमारे नेतृत्वकर्ता और अध्यक्षता  तथा अगुवाई  स्वंय ईश्वर वाल्मीकि दयावान जी करेंगे  तथा होगे, हम और आप केवल झाड़ू , पानी और पुष्पों को पालकी के आगे आगे बिखेरते हुए चलेंगे बाकी सब पीछे होंगे। 

 नोट :-   

हूंडदंग बाज बिना हेलमेट   मोटर साइकिल सवारों पर भी  पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। आने से पहले हूंडदंग बाज  सोच समझ कर आए ट्रैफिक चालान की आपकी  अपनी जिम्मेदारी होगी, ट्रैफिक कंट्रोल पुलिस अधीक्षक और  पुलिस कर्मी आपके साथ सकताई   बरतेंगे जिसका, भव्य आदि नगर  कीर्तन भी समर्थन करेगा,  दूसरी तरफ जो अनुशान में चलेंगे उन मोटर साइकिल सवारों को पूर्ण अनुमति होगी, टू विलर ले कर आने की, आशा और उम्मीद है कि आप और हम यह सारी व्यवस्था बनाए रखेंगे ।

महाराष्ट्र के सचिव स्कूल शिक्षा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के सरकारी स्कूलों का किया दौरा  

  • प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के प्राईमरी, मिडल, हाई और सीनियर सेकंडरी और मैरीटोरियस स्कूलों के बुनियादी ढांचे और गुणात्मक शिक्षा संबंधी हासिल की जानकारी  

  राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            महाराष्ट्र सरकार के शिक्षा विभाग के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा पंजाब के सरकारी स्कूलों की मानक शिक्षा प्रणाली से अवगत होने के लिए और स्कूलों में चल रही गुणात्मक शिक्षा की क्रियाओं संबंधी जागरूक होने के लिए पंजाब के सरकारी स्कूलों का दौरा किया गया।  


 
             महाराष्ट्र सरकार के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के दिशा-निर्देशों के अनुसार महाराष्ट्र सरकार के सचिव स्कूल शिक्षा और खेल विभाग रणजीत सिंह दयोल आई.ए.एस. के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने सरकारी प्राईमरी स्कूल नारायणगढ़ झुग्गियाँ, सरकारी मॉडल सीनियर सेकंडरी स्कूल फेज 3 बी-1 मोहाली और मैरीटोरियस स्कूल मोहाली का दौरा किया।  
              स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब के सचिव कम डी.जी.एस.ई. प्रदीप कुमार अग्रवाल आई.ए.एस द्वारा इस प्रतिनिधिमंडल को राज्य के सरकारी स्कूलों का दौरा करवाया गया और राज्य के सरकारी स्कूलों की कार्यप्रणाली और उपलब्धियों संबंधी जानकारी दी गई।  
              दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल में कैलाश पागारे स्टेट प्रोजैक्ट डायरैक्टर समग्र शिक्षा महाराष्ट्र प्राईमरी शिक्षा परिषद् मुम्बई, सुशांत खांडेकर ओ.एस.डी टी शिक्षा मंत्री महाराष्ट्र, सिद्धेश वाडेकर, सलाहकार शिक्षा विभाग और खेल विभाग महाराष्ट्र, रमाकांत काठमोरे, संयुक्त डायरैक्टर एस.सी.ई.आर.टी. पुणे (महाराष्ट्र), महेश पालकर डायरैक्टर एजुकेशन महाराष्ट्र शामिल थे।  
              प्रतिनिधिमंडल ने स्कूलों के दौरे के दौरान स्कूल के बुनियादी ढांचे के साथ-साथ बच्चों के लिए मुफ़्त शिक्षा, मुफ़्त वर्दी, प्री-प्राईमरी, स्मार्ट क्लासरूम, सीखने-सिखाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली उत्तम क्रियाएं (बैस्ट प्रैकटिसेज़), विज्ञान प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सम्बन्धी टिंकरिंग लैब, ऐजूसैट, विद्यार्थियों के लिए भिन्नता भरपूर बैठने के लिए फर्नीचर, अलग-अलग वज़ीफ़ा स्कीमों के अंतर्गत बच्चों को मिलने वाले वज़ीफा, मिड-डे-मील, खेल के मैदान, सप्लीमैंटरी स्टडी मेटीरियल, विद्यार्थियों के दाखि़लों सम्बन्धी, स्कूलों की ग्रेडिंग, विभाग द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली अलग-अलग मोबाइल ऐप सम्बन्धी, विद्यार्थियों और अन्य सुविधाओं आदि संबंधी जानकारी हासिल की।  
              उन्होंने अध्यापकों द्वारा तैयार किये गए आकर्षक और रंगदार टीचिंग ऐड को भी देखा।  
 
            प्रतिनिधिमंडल द्वारा पंजाब के सरकारी स्कूलों के दौरे के उपरांत पंजाब के प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमति जसप्रीत तलवाड़ आई.ए.एस. के साथ एक विशेष मीटिंग की गई।  
              मीटिंग के दौरान पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग के संगठनात्मक ढांचे, अध्यापकों और विद्यार्थियों सम्बन्धी जानकारी, अध्यापक प्रशिक्षण प्रोग्रामों, अध्यापक भर्ती, स्मार्ट स्कूल नीति, ऑनलाइन अध्यापक तबादला नीति, खेल नीति और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों संबंधी जानकारी साझा की। इसके अलावा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् पंजाब द्वारा स्कूली शिक्षा के लिए की जा रही कार्यवाहियों संबंधी भी विस्तार से चर्चा की।  
              पंजाब सरकार के भविष्य के लक्ष्यों के बारे में महाराष्ट्र के प्रतिनिधिमंडल को अवगत करवाते हुए श्रीमति तलवाड़ ने बताया राज्य सरकार द्वारा बहुत जल्द 100 स्कूल ऑफ ऐमिनेंस तैयार किये जा रहे हैं, जिसके लिए 200 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। इसके अलावा भविष्य में स्कूल प्रमुखों और अध्यापकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करवाने के लिए भी बजट में 30 करोड़ रुपए रखे गए हैं।  

              इस मौके पर गोरी पराशर जोशी विशेष सचिव स्कूल शिक्षा, डॉ. मनिन्दर सिंह सरकारिया डायरैक्टर एस.सी.ई.आर.टी. पंजाब, मनोज कुमार डिप्टी स्टेट प्रोजैक्ट डायरैक्टर, गुरजीत सिंह डिप्टी स्टेट प्रोजैक्ट डायरैक्टर, किरणजीत सिंह टिवाना सचिव पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

प्रशासनिक सुधार मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर द्वारा राजपुरा और पटियाला में सेवा केन्द्रों का जायज़ा  

  •  डिजिटल साईन सर्टीफिकेट मोबाइल फ़ोन पर मिले, लोगों ने किया मंत्री का धन्यवाद  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              प्रशासनिक सुधारों संबंधी विभाग के मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने आज राजपुरा और पटियाला के सेवा केन्द्रों का जायज़ा लेते हुए अपने काम-काज के लिए यहाँ आए लोगों के साथ बातचीत करके फीडबैक हासिल की। इस मौके पर मीत हेयर ने कहा कि भगवंत मान सरकार ने लोगों के लिए सुविधा की जगह दुविधा बन चुके सेवा केन्द्रों की कार्यप्रणाली में व्यापक सुधार करते हुए यहाँ प्रदान की जाने वाली सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए नयी पहलें की हैं।  

               कैबिनेट मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर राज्य के सभी विभागीय सेवाओं का किया जा रहा डिज़ीटलाईजेशन के अंतर्गत सेवा केन्द्रों द्वारा भी 183 सेवाएं लोगों को फ़ोन पर मुहैया करवाने की शुरुआत के साथ एक ही काम के लिए सेवा केन्द्रों के कई-कई बार चक्कर लगने बंद होने के कारण लोगों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का कहना है कि लोगों की सरकार, लोगों के द्वार हो, इसलिए वह ख़ुद सेवा केन्द्रों का निरंतर दौरा करके लोगों का फीडबैक ले रहे हैं।  

               गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बताया कि भगवंत मान सरकार ने एक नवीन पहल करके विद्यार्थियों को अपने दाखि़लों के लिए ज़रुरी सर्टीफिकेटों के लिंक वाट्सऐप पर भेजने शुरू किये हैं, जिससे विद्यार्थियों का सेवा केन्द्रों में बार-बार चक्कर लगाने का झंझट ही खत्म कर दिया गया है।  

               उन्होंने आगे बताया कि भगवंत मान सरकार ने पहले पड़ाव अधीन 6 सेवाएं, लोगों के आय और संपत्ति, सर्टिफिकेट, ग्रामीण क्षेत्र सर्टिफिकेट, जन्म सर्टिफिकेट में नाम जोडऩा, जनरल जाति सर्टिफिकेट और सीनियर सिटिजन पहचान पत्र के लिए फॉर्म भरने के कारण होने वाली समय की बर्बादी वाली प्रणाली को ख़त्म कर केवल ऑन-लाईन फॉर्म भरने की नयी प्रणाली शुरू करके लोगों को बहुत बड़ी राहत दी है, जिससे पैसे और समय की बर्बादी बंद हुई है।  

               मीत हेयर ने आगे कहा कि पिछले दो-चार दिनों के अंदर-अंदर 46 हज़ार से अधिक सर्टीफिकेट्स लोगों के फोनों पर मुहैया करवाए गए हैं, जिससे 90 लाख कागज भी एक साल में बचेगा और लोगों को बड़ा फ़ायदा पहुँचेगा। इसके बिना टोकन सिस्टम में भी व्यापक सुधार किया गया है।  

               इस दौरान सेवा केन्द्रों में प्रदान की जा रही सेवाओं से राहत महसूस करते हुए और खुश नजऱ आए लोगों ने मीत हेयर का धन्यवाद करते हुए बताया कि डिजिटल साईन सर्टिफिकेट उनके फ़ोन पर ही प्राप्त हो गया है।  

               जबकि कुछ बुज़ुर्गों का कहना था कि असली प्रशासनिक सुधार क्रांति तो भगवंत मान सरकार ने लाई है, क्योंकि आज जब वह अपने काम-काज के लिए यहाँ फॉर्म भरने लगे तो बिना फॉर्म भरे केवल एक दस्तख़त कर उनको ज़रुरी सर्टिफिकेट बिना परेशानी के तुरंत प्राप्त हो गए हैं। इसके अलावा कुछ लोगों ने अपने बिजली बिल ज़ीरो आने के लिए भी मुख्यमंत्री भगवंत मान और मंत्री मीत हेयर का विशेष रूप से धन्यवाद किया।  

               इस मौके पर राजपुरा के विधायक नीना मित्तल, डायरैक्टर प्रशासनिक सुधार गिरिश दयालन, डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी, एस.एस.पी. दीपक पारिक, ए.डी.सी. ईशा सिंघल, एस.डी.एम्ज़ डॉ. इस्मत विजय सिंह और डॉ. संजीव कुमार और सहायक कमिश्नर (ज) किरपालवीर सिंह भी मौजूद थे।  

डॉ. बलजीत कौर ने सामाजिक सुरक्षा विभाग की पेंशनों सम्बन्धी सर्वे करवाया  


  •   90,248 मृतक लाभार्थियों की हुई पहचान
  • जि़ला अधिकारियों को 21 अक्तूबर, 2022 तक अविभाजित राशि खजाने में जमा करवाने के दिए आदेश

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

            पंजाब सरकार के सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा बुज़ुर्गों, विधवाओं, आश्रित बच्चों और दिव्यांगजनों की पेंशनों सम्बन्धी मेरे हुक्मों के अनुसार सर्वे किया गया है। उक्त प्रगटावा पंजाब के सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग के मंत्री डॉ. बलजीत कौर द्वारा किया गया। सर्वे सम्बन्धी कुछ अखबारों में छपी खबरों को बेबुनियाद करार देते हुए डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि 04 अगस्त, 2022 को उन्होंने विभाग के जि़ला अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी। मीटिंग के दौरान उन्होंने समूह जि़ला अधिकारियों को हिदायत की थी कि बुढापा पेन्शन, विधवा और बिना आश्रय प्राप्त औरतों, आश्रित बच्चों और दिव्यांजनों के लिए वित्तीय सहायता स्कीम के मृत हो चुके लाभार्थियों की पहचान की जाये। यह सुनिश्चित बनाया जाये कि किसी भी मृतक लाभार्थी के खाते में पेन्शन न भेजी जाये। बुढापा पेन्शन और अन्य वित्तीय सहायता स्कीमों के मौजूदा लाभार्थियों का सर्वे किया जाये।  
 
             विभाग द्वारा मेरे हुक्मों की पालना हेतु जि़ला सामाजिक सुरक्षा अफसरों को हिदायत की कि वह लाभार्थियों की लिस्टों सम्बन्धी बाल विकास प्रोजैक्ट अफसरों को भेजकर, लाभार्थियों में से मृतक की पहचान आंगनवाड़ी वर्करों के द्वारा करवाएंगे। बाल विकास प्रोजैक्ट अफ़सर यह डेटा एकत्रित करके जि़ला सामाजिक सुरक्षा अफसरों के दफ़्तर में भेजेंगे।  
 
             उन्होंने बताया कि यह सर्वे मुकम्मल होने के उपरांत जि़ला सामाजिक सुरक्षा अफसरों द्वारा 90248 मृतक लाभार्थियों की पहचान की गई है। मृतक लाभार्थियों के खातों में आगे से पेन्शन की राशि भेजनी बंद कर दी गई है। इन लाभार्थियों के खाते तुरंत बंद करके और इन खातों में पड़ी अविभाजित राशि तारीख़ 21 अक्तूबर 2022 तक वापस सरकार के खजाने में जमा करवाने के लिए जि़ला सामाजिक सुरक्षा अफसरों को हिदायतें जारी कर दी गई हैं।  
 
             आदेशों के अनुसार कार्यवाही करते हुए मृतक लाभार्थी की पहचान करके इनके खातों में पड़ी राशि को वापस प्राप्त करने के साथ जहाँ सरकार का वित्तीय नुकसान रोका जा सकेगा और इस राशि से अन्य जरूरतमंद लोगों की सहायता की जा सकेगी।

एस.वाई.एल  की मीटिंग से पहले कैप्टन ने मुख्यमंत्री को दी सलाह

  • कहा स्पष्ट रहो कि पंजाब के पास किसी अन्य राज्य को देने के लिए एक भी बूंद नहीं


राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री एंव भाजपा के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिदंर सिंह ने वीरवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान को सतलुज-यमुना लिंक नहर के मुद्दे पर अपनी स्पष्टता पर डटने की सलाह दी है। गौर हो कि आज हरियाणा के संबंधित अधिकारियों व नेताओं के साथ मिलकर इस संबध में शुक्रवार को सतलुज-यमुना लिंक नहर को लेकर विचार किया जाना है।

             मुख्यमंत्री भगवंत मान से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वष्ट शब्दों में कहा है कि पंजाब के पास किसी अन्य राज्य को देने के लिए पानी की एक बूंद भी नहीं है, इसलिए एस.वाई.एल के मुद्दे पर होने वाली बैठक दौरान वे पंजाब की ओर से स्पष्ट करें कि पानी के मुद्दे पर किसी को किसी तरह की अस्पष्टता न रहे। भविष्य में इस प्रकार का कोई सवाल न रहे, जो पंजाब के अधिकार के लिए महंगा साबित हो। पूर्व मुख्यमंत्री एंव भाजपा नेता कैप्टन अमरिदंर सिंह ने साफ तौर पर कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को स्पष्ट होना पड़ेगा कि पंजाब के पास इस समय किसी अन्य को देने के लिए पानी की एक बूंद भी अतिरिक्त नहीं है।

               मुख्यमंत्री भगवंत मान को अपनी अनुभव भरपूर सलाह में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उम्मीद प्रकट की है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब की जमीनी हकीकत से भलि प्रकार से परिचित हैं, कि पंजाब पहले से पानी के संकट से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के पास हरियाणा सहित किसी भी अन्य राज्य को अतिरिक्त पानी देने पर कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।

             कैप्टन अमरिदंर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री रहते पंजाब के पानी को दूसरे राज्यों को देने से बचाने के लिए साल 2004 में एतिहासिक जल बांट समझौता रद करने वाला एक्ट बनाया था, अन्यथा पंजाब अभी तक पूरी तरह से बंजर हो जाता।

              पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को यमुना के पानी का मुद्दा प्रभावशाली एंव जोरदार तरीके से उठाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का पंजाब के पानी पर कोई रिपेरीयन अधिकार नहीं है। जिस पानी पर हरियाणा अपना दावा कर रहा है, ताजेवाला हैराज द्वारा आने वाले यमुना के पानी पर हरियाणा का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि यमुना के पानी को पंजाब व हरियाणा के बीच 60-40 के अनुपात से स्रोत की बांट की गई थी।

              कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात से पहले उन्हें विश्वास में लेना चाहिए था। मुख्यमंत्री मान पूरे पंजाब की अध्यक्षता पानी के मुद्दे पर करेंगे और प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति इस बात की उम्मीद करेगा कि मुख्यमंत्री मान प्रदेश के महत्वपूर्ण मुद्दे को किस तरह से देखते हैं एंव इसकी रक्षा किस तरह से करते हैं। ये बात कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को शुक्रवार को होने वाली बैठक के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कही।

9200 करोड़ रुपए की बाज़ार कीमत वाली 26,300 एकड़ कृषि योग्य शामलात ज़मीन की गई चिन्हित: कुलदीप सिंह धालीवाल

  •  इन ज़मीनों से नाजायज कब्ज़े हटाकर चकोते पर चढ़ाने के लिए पंचायतों को सौंपा जायेगा  
  •   153 ब्लॉकों में से 86 ब्लॉकों के शामलात ज़मीन सम्बन्धी मौजूदा राजस्व विभाग के रिकॉर्ड को जाँचने- पड़तालने का काम मुकम्मल, बाकी काम एक साल के अंदर-अंदर मुकम्मल कर लिया जायेगा  
  •   शामलात ज़मीनों पर नाजायज कब्जों सम्बन्धी शिकायत या सूचना देने के लिए वाट्सऐप नंबर 9115116262 जारी, सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जायेगी  


  
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

            राज्य के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने वीरवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा गाँवों की शामलात ज़मीनों से नाजायज कब्ज़े छुड़ाने और शामलात ज़मीनों की पहचान करने के लिए सरकार द्वारा बड़े स्तर पर मुहिम आरंभ की गई थी। उन्होंने बताया कि इस मुहिम को सुचारू ढंग से चलाने के लिए ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग द्वारा एक अलग शामलात सैल की स्थापना की गई है।  
 
             कुलदीप सिंह धालीवाल ने बताया कि विभाग द्वारा शामलात ज़मीनों से संबंधित सभी राजस्व विभाग के रिकॉर्ड को पूरी गहराई से जाँचा-पड़ताला जा रहा है, जिस सम्बन्धी अब तक 153 ब्लॉकों में से 86 ब्लॉकों के शामलात ज़मीन सम्बन्धी मौजूदा राजस्व विभाग के रिकॉर्ड को जाँचने-पड़तालने का काम मुकम्मल हो चुका है। इस पड़ताल के दौरान विभाग ने 26300 एकड़ कृषि योग्य पंचायती ज़मीन की पहचान की गई है, जो पंचायतों के पास नहीं थी, जिसकी अंदाजऩ बाज़ार कीमत लगभग 9200 करोड़ रुपए है।  
 
             ग्रामीण विकास मंत्री ने पहली सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसी भी पहली सरकार ने शामलात ज़मीनों की देखभाल को संजीदगी से नहीं लिया। उन्होंने कहा कि परन्तु हमारी सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 26,300 एकड़ शामलात ज़मीन की पहचान की है, जो हमारी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है।  
 
             कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द ही बाकी बचे ब्लॉकों में शामलात ज़मीन की पहचान का काम मुकम्मल किया जाये, जिससे कि और हजारों एकड़ शामलात ज़मीन की पहचान की जा सके। जिस संबंधी विवरण 31 दिसंबर, 2022 से पहले साझे किये जाएंगे और उन्होंने साथ ही कहा कि ऐसी सभी ज़मीनों के कब्ज़े लेने का लक्ष्य दिसंबर 2023 तक मुकम्मल कर लिया जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शामलात ज़मीनों के रिकॉर्ड को विभाग की वैबसाईट पर भी अपलोड किया जा रहा है।  
 
             कुलदीप सिंह धालीवाल ने पंचायती ज़मीनों से नाजायज कब्ज़े छुड़ाने की मुहिम को आगे चलाते हुए एक वाट्सऐप नंबर जारी करते हुए पंजाब के समूह नागरिकों से अपील की है कि पंजाब निवासी शामलात ज़मीनों पर नाजायज कब्जे सम्बन्धी शिकायत या सूचना वाट्सऐप नंबर 9115116262 पर दें, जिससे विभाग की कारगुज़ारी में और भी सुधार किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जायेगी।  
 
             ग्रामीण विकास मंत्री ने बताया कि पिछले लगभग 7 महीनों के दौरान सरकार द्वारा शामलात ज़मीनों से नाजायज कब्ज़े छुड़वाने की मुहिम के पहले पड़ाव के दौरान कुल 9126 एकड़ ज़मीन का कब्ज़ा ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग के द्वारा ग्राम पंचायतों से प्राप्त किया जा चुका है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अपील के उपरांत लोगों द्वारा प्रेरित होकर बड़ी संख्या में शामलात ज़मीनों से अपने तौर पर कब्ज़े छोड़ते हुए गाँवों की पंचायतों को लगभग 3435 एकड़ ज़मीन सौंपी गई है। वहीं ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग द्वारा 5691 एकड़ ज़मीन अपने स्तर पर प्रयास करें और कानूनी दख़ल के द्वारा हासिल की गई।  
 
             कुलदीप सिंह धालीवाल ने ऐलान किया कि जो कोई पंचायती ज़मीनों से नाजायज कब्ज़े छुड़वाए गए हैं, उनको गाँवों के विकास के लिए कृषि योग्य ज़मीनों को चकोते पर चढ़ाया जायेगा, जहाँ ज़मीन कृषि योग्य नहीं होगी उन ज़मीनों का इस्तेमाल पर्यावरण को बचाने के लिए वृक्ष लगाए जाने के लिए किया जायेगा।

पहली बार पंजाब का आबकारी राजस्व 6 महीनों में 4000 करोड़ के पार: चीमा      

  • नयी आबकारी नीति के स्वरूप पिछले साल की अपेक्षा 38 प्रतिशत का सेहतमंद वृद्धि
  •  पिछली सरकारों ने 22,500 करोड़ से अधिक की लूट में शराब माफिया की मदद की   


 राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

            के वित्त, योजना, आबकारी और कर मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने आज यहाँ बताया कि राज्य का आबकारी राजस्व पहली बार वित्तीय वर्ष के शुरुआती छह महीनों में 4000 करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गया है, जिससे राज्य को 4280 करोड़ रुपए का कुल आबकारी राजस्व एकत्रित हुआ है।  


             आज यहाँ पंजाब भवन में प्रैस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने खुलासा किया कि चालू वित्तिय वर्ष के दौरान आबकारी राजस्व में पिछले साल की इसी समय-सीमा के आंकड़ों की अपेक्षा 37.62 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि साल 2021 और 2022 के दौरान 1 अप्रैल से 12 अक्तूबर तक आबकारी राजस्व वसूली क्रमवार 3110 करोड़ रुपए और 4280 करोड़ रुपए रही। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग इस बात के लिए बधाई के पात्र हैं कि उनकी सरकार ने इस अरसे के दौरान आबकारी राजस्व में 1170 करोड़ रुपए की वृद्धि दर्ज की है।  


            शराब माफीए के साथ मिलीभुगत के कारण आबकारी नीति में अपेक्षित बदलाव न करने के लिए पहले की राज्य सरकारों पर तीखा हमला बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि यदि बीते 15 सालों के दौरान हरेक साल आबकारी वसूली में केवल 7 प्रतिशत की वृद्धि से हिसाब लगाएं तो इन पार्टियों ने शराब माफीए को 22,500 करोड़ रुपए से अधिक का सरकारी खज़़ाना लुटाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार के इरादे इसी बात से स्पष्ट हो जाते हैं कि इसकी तरफ से 9000 करोड़ रुपए का आबकारी कर एकत्र करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जब कि पिछली सरकार का लक्ष्य केवल 6200 करोड़ रुपए का था।  


            वित्त मंत्री ने कहा कि शराब माफिया की लॉबी केंद्र सरकार के द्वारा बार-बार इस पॉलिसी को तोडऩे के लिए हमारे अफ़सर साहिबान को तंग कर रही है। उन्होंने कहा पंजाब की ईमानदार सरकार मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व अधीन और दिल्ली के मुखमंत्री अरविन्द केजरीवाल की क्रांतिकारी सोच के अंतर्गत लोगों के कल्याण के लिए अपने अफसरों के साथ खड़ी है और केंद्र द्वारा अलग-अलग एजेंसियों के दबावी हथकंडों के आगे झुकेगी नहीं। उन्होंने कहा कि पंजाब की विरोधी पक्ष की पार्टियाँ भी इसी शराब माफीए के दबाव अधीन पंजाब सरकार की आबकारी नीति पर सवाल उठा रही हैं। उन्होंने इन पार्टियों को चुनौती दी कि वह जवाब दें कि उनकी सरकारों के समय आबकारी वसूली में अपेक्षित वृद्धि क्यों नहीं हुई थी।  

     
             38 प्रतिशत की यह सेहतमंद वृद्धि नयी आबकारी नीति को समर्पित करते हुए स. चीमा ने कहा कि आबकारी नीति 2022-23 ने पंजाब में शराब के कारोबार में एक सराहनीय बदलाव की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि आबकारी नीति के मुख्य दोहरे उद्देश्य राजस्व को बढ़ाना और उपभोक्ताओं को किफ़ायती और मानक शराब मुहैया करना है। वित्त मंत्री ने कहा कि इस नीति के अंतर्गत नयी तकनीकों के द्वारा पड़ोसी राज्यों से शराब की तस्करी पर सख़्त निगरानी रखने की भी कोशिश की जा रही है।  


            इस संबंधी और जानकारी देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि शराब के व्यापार की असली संभावना का मुल्यांकन ई-टैंडरिंग के स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से परचून समूहों को अलॉट करके किया गया है। उन्होंने बताया कि यह ठेके लगभग 30 करोड़ के साधारण आकार के समूहों में बनाए गए थे और राज्य में 175 समूहों में कुल 6378 ठेके की ई-नीलामी की गई थी।


            राज्य में अधिक से अधिक मुकाबले वाली कीमतों पर शराब की उपलब्धता को सुनिश्चित बनाने के लिए की गई पहलों पर प्रकाश डालते हुए स. हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि ड्यूटी प्रणाली को और उदार बनाया गया है और पंजाब मीडियम लीकर (पी.एम.एल.), आई.एम.एफ.एल., आई.एफ.एल. और बीयर के लिए न्यूनतम परचून बिक्री कीमत को नयी आबकारी नीति में शामिल किया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि पड़ोसी राज्यों के मुकाबले शराब की कम कीमतें और विभाग द्वारा की गई सख्ती के कारण पंजाब में शराब की तस्करी में भारी कमी आई है। उन्होंने कहा कि पी.एम.एल और आई.एम.एफ.एल की कीमतें घटने के कारण उपभोक्ता अब तस्करी वाली शराब या लाहन से बनी अवैध शराब से परहेज़ कर रहे हैं।


            स. चीमा ने कहा कि राज्य में रोजग़ार की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ पूँजी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए नीति में नये डिस्टिलरी लाइसेंस और बरूअरी लाइसेंस के लिए उपबंध किये गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में माल्ट सपिर्ट के उत्पादन के लिए नया लाइसेंस भी शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में हरेक परचून ठेके पर पी.ओ.एस मशीनें लगाई जाएंगी, जिससे यह सुनिश्चित बनाया जा सके कि ग्राहकों को शराब की खरीद के लिए रसीद मुहैया करवाई जाये।  


            स. हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने विकास और खुशहाली के युग की शुरुआत करने के साथ-साथ लोगों के साथ किये सभी वादों को पूरा करने के लिए राज्य का अपना राजस्व बढ़ाने के लिए कई प्रयास किये हैं। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग द्वारा पिछली सरकारों के दौरान डिफॉल्टर हुए लोगों के खि़लाफ़ भी शिकंजा कसा है।

पंजाब पुलिस द्वारा आरपीजी हमले का मुख्य दोषी मुम्बई से गिरफ़्तार  

  •  गिरफ़्तार मुलजिम चड़त सिंह कैनेडा स्थित आतंकवादी लखबीर लंडा का करीबी साथी: डीजीपी गौरव यादव  
  •   इस मामले में अब तक आठ दोषी गिरफ़्तार, आखिरी दोषी की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी जारी: आईजीपी सुखचैन गिल 

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

            पंजाब पुलिस की काउन्टर इंटेलिजेंस ने केंद्रीय एजेंसी और ए.टी.एस. महाराष्ट्र के साथ साझे ऑपरेशन में रॉकेट प्रोपैल्ड ग्रेनेड (आर. पी. जी.) हमले के मुख्य दोषी चड़त सिंह को आज सुबह मुम्बई से गिरफ़्तार करने के बाद एक और बड़ी सफलता हासिल की। यह आरपीजी हमला 9 मई, 2022 को मोहाली में इंटेलिजेंस हैडक्वाटर पर लगभग 19.45 बजे किया गया था।  


              पंजाब पुलिस के डायरैक्टर जनरल (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि गिरफ़्तार किया गया मुलजिम इस हमले का मुख्य संचालक है और कैनेडा स्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादी लखबीर सिंह उर्फ लंडा का सहयोगी है।  

             उन्होंने कहा कि मुलजिम चड़त ने लंडा की मदद से राज्य भर में एक मज़बूत अपराध नेटवर्क बनाया हुआ था और आरपीजी हमले को अंजाम देने वाले व्यक्तियों को लौजिस्टिक सहायता और पनाह प्रदान कर रहा था। चड़त ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हरविन्दर सिंह उर्फ रिन्दा के द्वारा पाकिस्तान आईएसआई के सक्रिय समर्थन के साथ सरहद पार से एक आरपीजी, एके-47 और अन्य हथियार भी मंगवाए थे।  

             इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस ( आई. जी. पी.) हैडक्वाटर सुखचैन सिंह गिल ने प्रैस कॉनफ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि मुलजिम चड़त सिंह की गिरफ़्तारी के साथ पंजाब पुलिस इस मामले में अब तक आठ मुलजिमों को गिरफ़्तार कर चुकी है, जब कि हमले में शामिल एक और नाबालिग मुलजिम की दिल्ली पुलिस द्वारा हाल ही में की गई गिरफ़्तारी से इस मामले में गिरफ़्तारियों की कुल संख्या 9 हो गई है।  
             इससे पहले पंजाब पुलिस द्वारा निशान सिंह, जगदीप सिंह, बलजिन्दर सिंह रैंबो, कंवरजीत सिंह बाठ, अनंतदीप सिंह सोनू, बलजीत कौर सुक्खी, लवप्रीत सिंह विक्की को गिरफ़्तार किया गया था।  

             उन्होंने कहा कि पुलिस टीमें इस मामले के आखिरी दोषी दीपक कुमार निवासी झज्जर, हरियाणा को गिरफ़्तार करने के लिए छापेमारी कर रही हैं, जिसने आरपीजी हमला किया था।  

             इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुए आईजीपी सुखचैन गिल ने बताया कि मुलजिम चड़त एक आदतन अपराधी है और वह पंजाब में कत्ल, कत्ल की कोशिश और आम्र्स एक्ट के अंतर्गत कई घृणित अपराधों के मामलों का सामना कर रहा है। मुलजिम एक कत्ल केस में उम्र कैद की सजा भुगत रहा था और आरपीजी हमले के समय पर वह पैरोल पर बाहर था। उन्होंने आगे बताया कि चड़त ने अपने साथियों के साथ मिलकर मार्च 2015 में तरनतारन के खेमकरण में एक दुकानदार शशी कपूर का कत्ल कर दिया था।  

 आईजीपी ने कहा कि चड़त ने अपनी पैरोल के दौरान आरपीजी हमला किया, जिसका उद्देश्य राज्य में सांप्रदायिक सद्भावना और शांति को भंग करना था, को अंजाम देने के लिए तरनतारन क्षेत्र से निशान कुल्ला और अन्यों समेत अपने साथियों को दोबारा इक_ा किया।