डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 12 अक्तूबर :
कवियों के राम काव्याञ्जलि विशेषांक में अमूल्य विरासत के फाऊंडर और मोटीवेशनल स्पीकर अमूल्य शुक्ल ने विभिन्न कवियों, शायरों और गीतकारों के ज़रिये हमे राम के और करीब लाने का नेक प्रयास किया। हम सभी राम को सिर्फ़ अपने पूजा घर तक सिमित ना रख कर उनको अपने जीवन मे उतार सके यही काव्याञ्जलि का अनथक मक्सद रहता है।
नानक, कबीर, तुलसीदास, निदा फ़ाज़ली, प. नरेंद्र शर्मा, साहिर लुधियानवी, रामधारी सिंह ‘दिनकर’, मैथली शरण गुप्त, शैलेंद्र, अल्लामा इकबाल जैसे दिग्गज रचनाकारों को सम्मानित किया और उनके नज़रिये से राम को देखने का अवसर मिला। ऐसे रचनाकार जो सभी धर्मों के संवेदनशील लोगों के लिए एक अनोखी और मानवीय परिभाषा गढ़ते हैं। उनकी ऐसी कविताएँ जो हमारे रोज़ के जीवन और संबंधों को बेहतर बना सकतीं हैं।
अमूल्य विरासत द्वारा इस रविवार को विशेष ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसका शीर्षक था — कवियों के राम। दशहरे के पावन अवसर पर राम पर आधारित अनोखी साहित्यिक रचनाएँ प्रस्तुत की गई।
राम पर अधारित कार्यक्रम में आत्मिक संतुष्टि की प्राप्ति हुई। विश्वास, निष्ठा, श्रद्धा, सबुरी, भक्ति, समर्पण जैसी भाव भूमि का अनुभव हुआ।
सीता, रावण, राम का, करें विभाजन लोग,
एक ही तन में देखिये, तीनों का संजोग…
अध्यात्म, साहित्य, संगीत एवं फिल्म प्रेमी इस कार्यक्रम से ऑनलाईन जुड़ सकते हैं, अमूल्य शुक्ल के फेसबुक चैनल के जरिए। यह शो रविवार शाम 4 बजे होता है – किसी प्रेरणादायक हस्ती के जीवन और रचना संसार पर केन्द्रित।