Tuesday, December 24

वर्ल्ड अर्थराइटिस डे

डेमोरेटिक फ्रंट संवाददाता, मोहाली 11 अक्टूबर, 2022: 

गठिया या अर्थराइटिस जो एक या अधिक जोड़ों में सूजन का कारण बनता है, हर साल दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करता है। हालांकि, रुमेटोलॉजिकल विकारों को अक्सर अनदेखा किया जाता है और इसे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का हिस्सा माना जाता है। इस ग़लतफ़हमी के चलते कई लोग अपनी हालत का इलाज कराने से कतराते हैं। लेकिन स्वास्थ्य की स्थिति का समय पर चिकित्सा हस्तक्षेप से इलाज किया जा सकता है। यह बात वर्ल्ड अर्थराइटिस डे के मौके पर फोर्टिस अस्पताल मोहाली के रुमेटोलॉजी डिपार्टमेंट के सलाहकार डॉ अनिल अब्रोल एक विशेष सत्र के दावं उपस्थित जनों को बताई। गठिया और इससे संबंधित जटिलताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष के आयोजन का विषय “गठिया इलाज योग्य है”। डॉ अनिल अब्रोल ने सत्र में गठिया के कारणों, लक्षणों, रोकथाम और उपचार के विकल्पों पर प्रकाश डाला।

डॉ अनिल अब्रोल ने अपने संबोधन में कहा कि गठिया से संबंधित स्थितियां जोड़ों में दर्द और जकड़न का कारण बनती हैं और फेफड़े, हृदय और गुर्दे जैसे कई अंगों को भी प्रभावित कर सकती हैं और जीवन के लिए खतरा हो सकती हैं।

उन्होंने बताया कि गठिया के रोगियों में दिल का दौरा पड़ने का जोखिम 200% अधिक होता है, स्ट्रोक का लगभग 150% अधिक जोखिम होता है, और शरीर में तेजी से उम्र बढ़ने के अलावा कैंसर और डिप्रेशन विकसित होने का खतरा अधिक होता है। गठिया से पीड़ित मरीजों को काम करने की क्षमता में कमी का सामना करना पड़ता है।

चिकित्सा स्थिति पर चर्चा करते हुए, डॉ अबरोल ने कहा, “गठिया किसी भी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकती है, जिसमें बच्चों के साथ-साथ युवा वयस्क और मध्यम आयु वर्ग की आबादी भी शामिल है। 100 से अधिक विभिन्न बीमारियां हैं जो गठिया का कारण बन सकती हैं जैसे ऑस्टियोअर्थराइटिस, रूमेटोइड अर्थराइटिस, एंकिलोज़िंग स्पोंडिलिटिस, सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमैटोसस (ल्यूपस), वास्कुलिटिस और सोराटिक अर्थराइटिस व कई अन्य बीमारियां।

उन्होंने बताया कि गठिया के सबसे आम लक्षण हैं सुबह-सुबह अकड़न से जुड़े जोड़ों में दर्द और सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते से जुड़ी संयुक्त भागीदारी, युवा पुरुषों में पीठ के निचले हिस्से में दर्द और अकड़न।

यह बताते हुए कि चिकित्सा हस्तक्षेप गठिया के लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकता है। अबरोल ने आगे कहा कि संतुलित आहार, स्वस्थ वजन बनाए रखना, पर्याप्त शारीरिक व्यायाम और धूम्रपान से परहेज गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।