मेरा जन्म श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन हुआ, मुझे कंस के औलादों का नाश करना हैः अरविंद केजरीवाल

             कपिल मिश्रा ने इनके मंत्री का सनातन धर्म के विरुद्ध त्रिदेवों (ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश), भगवती माता गौरी का नाम लेते हुए जो शपथ उठाई और गुजरात में अरविंद केजरीवाल के ब्यान ‘मैं हिन्दू धर्म को पागलपन मानता हूँ’ को इनकी रणनीति बताया था, आज केजरीवाल ने उसी बात को सच साबित करते हुए कहा, “मैं देख रहा हूं जब से मेरा गुजरात आना हुआ, तब से पूरे गुजरात में मेरे खिलाफ पोस्टर-होर्डिंग लगाए गए हैं। मेरे खिलाफ लगाए वो तो ठीक है। वो मुझसे नफरत करते हैं। मेरे खिलाफ चाहे जो कर लें, लेकिन उन होर्डिंग्स और पोस्टर के ऊपर भगवान के खिलाफ बड़े अपशब्द इस्तेमाल किए हैं। भगवान का अपमान किया है। जिन्होंने यह किया है, वे नफरत में इतने अंधे हो गए हैं कि भगवान के खिलाफ ऐसे अपशब्द कहें हैं, गुजरात के लोग कतई यह पसंद नहीं करेंगे।” (यह वही ‘अपशब्द’ हैं जिनका प्रण आम आदमी पार्टी के मंत्री ने दिल्ली में उठाया था।) दो दिन के दौरे पर गुजरात पहुंचे केजरीवाल ने वडोदरा में उनके खिलाफ होर्डिंग्स और पोस्टर लगाने वालों को कंस की औलाद कहा। केजरीवाल के अनुसार यह अपमान है लेकिन जिसने छापे और लगवाए उन पर कोई कार्यवाही नहीं (कहीं कोई शिकायत भी नहीं) ।

डेमोक्रेटिक फ्रंट(मेडिया रिपोर्ट), नयी दिल्ली/गुजरात/पंजाब :

                        गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में जोरदार चुनावी अभियान शुरू कर दिया है।  इसके तहत शनिनार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनसभा में कहा, अब ये लोग भगवान को भी बदनाम करने लगे हैं। ये सारी असुरी शक्तियाँ एक हो गईं हैं। मैं एक बेहद धार्मिक आदमी हूँ। मेरा जन्म श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन हुआ था। भगवान श्री कृष्ण ने मुझे एक काम देकर भेजा है – इन कंस की औलादों का सफ़ाया करना, जनता को इनसे मुक्ति दिलाना।अरविन्द केजरीवाल ने ‘जय श्री राम’ का नारा भी लगाया। इसी के साथ उन्होंने गुजरात की जनता से किसी भी हाल में कॉन्ग्रेस को वोट न देने की अपील की है। ये तमाम बातें उन्होंने शनिवार (8 अक्टूबर 2022) को गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान कहीं।

            मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आदिवासी बहुल कहे जाने वाले दाहोद में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए अरविन्द केजरीवाल ने अयोध्या के फ्री दर्शन का वादा किया। उन्होंने कहा कि आम आदमी की सरकार बन जाने के बाद गुजरात से अयोध्या जाने वालों को ट्रेन, रहना और खाना आदि जैसी जरूरी सुविधाएँ उनकी पार्टी मुहैया करवाएगी। केजरीवाल के मुताबिक वो अभी दिल्ली की जनता को ये सुविधाएँ दे रहे हैं जिन्हे छोड़ने वो खुद स्टेशन तक जाते हैं।

            इसी दौरान अरविन्द केजरीवाल ने आगे कहा कि अयोध्या से लौटने वाले यात्रियों का अनुभव उनके लिए जीवन का सबसे संतोषजनक पल था। केजरीवाल ने यह भी कहा कि अगले साल तक अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन कर तैयार हो रहा है। हालाँकि यह घोषणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 6 अक्टूबर 2022 को कर दी थी। तब उन्होंने कहा था कि अयोध्या में 50% राम मंदिर निर्माण हो चुका है जो 2024 की मकर संक्रांति को पूर्ण होने की संभावना है।

            अपने खिलाफ लगे पोस्टरों का जिक्र करते हुए अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि उन्हें अपना अपमान मंजूर है लेकिन भगवान का अपमान वो सहन नहीं करेंगे। इसी सभा में बोलते हुए उन्होंने खुद को कट्टर हनुमान भक्त बताया और जोर से जय श्रीराम का नारा लगाया। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि वो कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पैदा हुए हैं और उनका मकसद विपक्ष में मौजूद कंसों का संहार करना है। (लेकिन यह पोस्टर किसने लगवाये उसकी ना जांच हो न ही उन पर कोई कार्यवाही हो)

            इसी जनसभा में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद थे। अरविन्द केजरीवाल ने बाकी पार्टियों के नेताओं को गुंडागर्दी और हिंसा फैलाने वाला बताया। गुजरात में बदलाव की संभावना को केजरीवाल ने भगवान का काम बताया है। गुजरात में अपने खिलाफ लगे पोस्टरों को भी अरविन्द केजरीवाल ने भगवान के अपमान की संज्ञा दी।

            गौरतलब है कि 5 अक्टूबर 2022 को दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने 10 हजार हिन्दुओं का सामूहिक और सार्वजानिक धर्मान्तरण करवाया था। तब उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से कभी भी पिंडदान न करने की राम-कृष्ण को भगवान न मानने की कसम खिलाई थी। इस मिशन का नाम जय भीम दिया गया था। इस सभा के बाद गुजरात में आम आदमी पार्टी का विरोध करने के लिए काले होर्डिंग लगाए गए हैं। इसमें अरविंद केजरीवाल इस्लामी टोपी पहने हुए हैं। होर्डिंग में लिखा है- “मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम और कृष्ण को भगवान नहीं मनता। मैं हिंदू धर्म को पागलपना मानता हूँ और यही शब्द आम आदमी पार्टी के हैं।”