ओमप्रकाश कालवा के राज में नगरपालिका में अशांति क्यों है?काम नहीं होने से उठते तूफान

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ – 07 अक्तूबर :

              ओमप्रकाश कालवा के कार्यकाल में रह रह कर महीने 2 महीने में कोई ना कोई तूफान क्यों उठता रहता है?कभी धरना कभी प्रदर्शन। कभी कर्मचारियों की काम रोको पेन डाउन स्ट्राइक। नगरपालिका के अंदर वाद विवाद और मारपीट। यह सब क्या है? 

             ओमप्रकाश कालवा के कार्यकाल में अनेक घटनाएं हो चुकी है? इन पर मनन और चिंतन किया जाना चाहिए। 

              रावण का पुतला जला दिया गया। ओमप्रकाश कालवा समारोह में थे। नगरपालिका भवन के आगे रामलीला में राम का राजतिलक किया। नगरपालिका में रामराज आना था लेकिन यहां तो  दो दिन बाद ही तूफान उठ खड़ा हुआ।

             नगर पालिका में ठेकेदार बाबूसिंह खीची और अधिकारी भिड़ गए।बाबू सिंह खींची नगरपालिका के ठेकेदार भाजपा के कार्यकर्ता और सामने अधिशासी अधिकारी के कक्ष में ही लेखापाल से भिड़ंत हो गई कि उसके बिल नहीं बनाए जा रहे न पास किए जा रहे। वर्षा पानी की निकासी का ठेका बाबू सिंह का है। खीची का कहना है कि लाखों रुपए के बिल बाकी है अन्य लोगों के बिल पारित किए जा रहे हैं लेकिन उसको भुगतान करने में देरी की जा रही है। ठेकेदार का उत्तेजित होना जायज भी है क्योंकि नगर पालिका द्वारा भुगतान में देरी करना ठेकेदार को मारना ही होता है। 

             नगर पालिका बिल बनाने में और पास करके रख देने में क्या अड़चन है। कहीं से भी रकम आते ही भुगतान करें लेकिन बिल तो बनाया हुआ होना चाहिए। यह मामूली सी घटना ईओ के सामने हुई। बाबूसिंह तो ईओ को ही कह रहा था। वहां उपस्थित एकाऊंटेंट से तू तू मैं मैं के कारण इस स्टेज पर पहुंच गई कि कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया। 

 

            अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा और अधिशासी अधिकारी दोनों ही कार्यालय में उपस्थित रहे हैं और ओमप्रकाश कालवा की समझाइश से कर्मचारियों को शांति रखनी चाहिए थी।

             * नगर पालिका में माननीय अध्यक्ष महोदय के कार्यकाल में भाजपा की तरफ से तो अशांति कम हुई है लेकिन उन्हीं की पार्टी कांग्रेस की तरफ से तूफान ज्यादा लाए गए हैं।इसका कारण क्या है घूम फिर कर बड़ा कारण यही सामने आता है कि नगरपालिका में काम कराने के लिए चक्कर कटवाए जाते हैं।

             इस पर अध्यक्ष को विचार करना चाहिए कि यह स्वायत्तशासी संस्था है। नगर पालिका को पूरा बोर्ड चलाता है जिसमें कांग्रेस का बहुमत है। बोर्ड के अध्यक्ष की ही जिम्मेदारी है की वह बिगड़ी व्यवस्था को सुधारे।

             * नगर पालिका में काम नहीं होने और चक्कर कटवाने के मामले में कांग्रेस पार्टी के ही नेता गुरदर्शन सिंह सोढ़ी ने धरना लगाया तब जाकर उनका काम हुआ। मामूली से काम के लिए उनको नगर पालिका में बार बार चक्कर कटवाए जा रहे थे। केवल भू संपत्ति का नामांतरण करना था। सोढी ने धरना लगाया तब वह काम कुछ घंटों में ही संपन्न हो गया। उस समय सोचा जाना चाहिए था कि एक कांग्रेसी को धरना लगाने की आवश्यकता क्यों हुई थी? लेकिन लगता है कि कालवा जी के पास में समय नहीं है नगर पालिका को सही ढंग से शांति से चलाने का।

             नगरपालिका के अंदर केवल कागजों की नकल मांगने के लिए कांग्रेस पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष नगर पालिका के पार्षद परसराम भाटिया को धरना देना पड़ा था। पूर्व पालिका अध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल को भी नकलों के लेने के लिए कसरत करनी पड़ी थी।

              पट्टों के मामले में कांग्रेसी पार्षद बसंत कुमार बोहरा को शिविर के अंदर पूर्व विधायक गंगाजल मील और अध्यक्ष के सामने खाली कनस्तर बजाना पड़ा था ताकि ये लोग आवाज सुन सकें।  पटों के मामले में मुख्यमंत्री बहुत विनम्र और अनेक नियम बदले ताकि लोगों का भला हो जाए लेकिन नगरपालिका के अंदर पट्टा वितरण के अंदर एकदम ढील रही लोग चक्कर काटते रहे। अभी भी अनेक लोगों के आवेदन पत्र पड़े हैं। कार्यवाही की कोई उम्मीद नजर नहीं आती।

             नगरपालिका के दो पूर्व अध्यक्षों सोहनलाल रांका और गौरीशंकर सोनगरा के साथ क्या व्यवहार रहा है? दोनों कांग्रेस के हैं। दोनों पालिका की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट हैं। गौरीशंकर के भाई रेंवतराम सोनगरा ने तो पट्टा मामले में जिला कलेक्टर को शिकायत की। कांग्रेस का ही पार्षद मोहम्मद फारुख ने आरोप क्यों लगाए? वह भी असंतुष्ट क्यों हुए?

             यहां नंदी शाला का उल्लेख भी जरूरी है। उसे राजाराम गोदारा संचालित कर रहे थे। वे कांग्रेस के ही नेता और पूर्व पार्षद। उनका पुत्र महेंद्र गोदारा अभी पार्षद है। नंदी शाला में क्या हुआ और क्या किया गया।

  •          वहां अनिल धानुका को अध्यक्ष बनाया गया। क्या उनके पास समय है?
  •          अनिल धानुका के अध्यक्ष बनाने के बाद सभी वार्डों में नंदी क्यों घूम रहे हैं? 

             भारतीय जनता पार्टी ने नगर पालिका के निकम्मे पन के कारण व्यवस्था के विरोध में 24 अगस्त 2022 को प्रदर्शन किया था। उस समय जो वादा किया गया वह पूरा नहीं हुआ।

             * कांग्रेस पार्टी के अन्य पदाधिकारी पार्षदों ने अध्यक्ष ओम प्रकाश कालवा पर और उपाध्यक्ष सलीम कुरेशी पर अतिक्रमण आदि के जो आरोप लगाए वह बहुत गंभीर हैं जिनका कोई विधिवत खंडन नहीं किया गया। उनकी उच्च स्तरीय जांच से ही सही स्थिति सामने आएगी।

             नगरपालिका में आम जनता अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी से कैसे मिले कब मिले क्योंकि उनके पास तो हर समय कुछ महिला पार्षदों के पति भाई रिश्तेदार बेटे ही हर समय मौजूद रहते हैं। वहां जगह हो तो ही कोई आदमी अंदर प्रवेश कर सके। बड़ा सोचनीय विषय है कि यह इतने लोग वहां हर समय क्यों मौजूद रहते हैं? पार्षद महिला है तो वह खुद आए और अपना काम करवाएं! 

             ये लोग जो बैठे रहते हैं अध्यक्ष के चारों और वे आम जनता के काम में फुर्सत ही नहीं होने देते कि व्यक्ति अपनी बात अपने अध्यक्ष से कह सके। इन सबके सामने कोई भी बात क्यों करें? अध्यक्ष की छूट के कारण ये कुर्सियों पर जमे रहते हैं। 

              * लोगों का काम नहीं होने से नगर पालिका भवन में किसी न किसी रूप में अशांति सी रहती है।  पुलिस केस हुए महिला कर्मचारियों की ओर से भी हुए। यह भी अशांति साबित करते हैं।

 

            आखिर वातावरण अशांत होने के पीछे और कोई भी कारण है क्या? क्या ओमप्रकाश कालवा का अध्यक्ष बनाना ही यह अशांत वातावरण पैदा कर रहा है कि उनकी ढील  के कारण ही आम जनता के कार्य नहीं हो रहे या इसके पीछे कोई और कारण हो सकता है। नगर पालिका में प्रत्येक दिन हजारों लोग पहुंचते हैं यदि उनके कार्य समय पर हो चक्कर नहीं कटवाए जाए तो उनकी आशीष ही मिलती है। 

             नगर पालिका के आसपास का वातावरण पूर्ण शांति वाला होना चाहिए लेकिन कुछ कार्य ऐसे हुए हैं जिनसे भौतिक रूप से वातावरण शांत नहीं हो रहा। नगर पालिका के पास में पहले कुआ था हजारों लोग पानी भरते थे जल का मतलब ठंडा लेकिन यह कुआ बरसों पहले बंद कर दिया गया। 

            नगर पालिका से सटा हुआ दक्षिण की तरफ हरा भरा जेठमल मूंधड़ा पार्क था जिसके अंदर नगर पालिका ने कचरा पात्र बनाया और वाहन रखने का स्टोर बना दिया।पार्क से भी वातावरण को ठंडक मिलती थी। यह ठंडक भी नगर पालिका प्रशासन ने गायब कर दी। पार्क के लिए बहुत शिकायतें मुख्यमंत्री तक की गई।नगर पालिका प्रशासन पार्क खाली करने के लिए समय मांगता रहा। उपखंड अधिकारी के समक्ष एक परिवाद रेवंत राम सोनगरा बसंत बोहरा आदि की ओर से पेश किया गया कि पार्क को खाली करवाया जाए ताकि आम जनता उसकी ठंडक का लाभ ले सके। पार्क में घूम सके। उपखंड अधिकारी ने सुनवाई करने के बाद में 5 अगस्त 2022 को निर्णय सुनाया कि 4 महीने में नगर पालिका पार्क को खाली कर दें अन्यथा किसी अन्य एजेंसी से पार्क को खाली करवाया जाएगा। 5 अगस्त के बाद में अब तक 2 माह का समय बीत चुका है। अभी 2 माह बाकी है नगर पालिका इस जेठमल मूंदड़ा पार्क को खाली कर देगी तब शायद पार्क की ठंडक से नगरपालिका का वातावरण कुछ ठंडा हो जाए। 

             अध्यक्ष को इस पर विचार करना चाहिए कि किन किन कारणों से नगर पालिका में वातावरण अशांत होता रहता है और हर महीने 2 महीने में कोई तूफान उठ जाता है। ओमप्रकाश कालवा की अध्यक्षता के काल के ढाई साल अशांति में बीते हैं। यदि काम करने में ढील चक्कर कटवाना आदि जैसे हालात रहते हैं जिनके कारण अशांति पैदा होती है तो आगे शांति की उम्मीद ही नहीं करनी चाहिए।

             नगर पालिका में लोगों के काम समय पर होंं किसी को चक्कर नहीं काटने पड़े। इसके लिए अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा को ही समस्त नगर पालिका की शाखाओं में व्यवस्था को दुरुस्त करना होगा। आज तक की जो आव्यवस्था की हालत रही है उसके लिए सीधे तौर पर नगर पालिका अध्यक्ष की ही जिम्मेदारी है। यदि काम कर नहीं पा रहे तो फिर ऐसे ही बाकी की ढाई साल की अवधि बिताएंगे लेकिन नागरिकों के लिए तो अच्छा नहीं होगा। कांग्रेस पार्टी के लिए भी अच्छा नहीं होगा। कांग्रेस को इसके परिणाम भोगने पड़ेंगे।

लालू यादव के खिलाफ चार्जशीट, नौकरी के बदले जमीन घोटाले में CBI ने दाखिल की चार्जशीट

                                नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में घिरे लालू प्रसाद यादव के खिलाफ CBI ने चार्जशीट दायर की है। आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में नौकरी दी और उनसे अपने परिवार के लोगों के नाम पटना में जमीनें लिखवा लीं। चार्जशीट में CBI ने लालू प्रसाद के अलावा राबड़ी देवी और 14 अन्य को आरोपी बनाया है।

  • नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है
  • CBI ने लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली/पटना – 07 अक्तूबर :

            नौकरी के बदले जमीन घोटाले में सीबीआई ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। इस चार्जशीट में उनके अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और 13 अन्य लोग शामिल हैं। एक तत्कालीन जीएम अब रिटायर हो चुके हैं, उनके खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल किया गया है। परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ भी जांच हो सकती है। इस चार्जशीट में लालू के बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का नाम नहीं है।

            अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ रेलवे में उनके कार्यकाल के दौरान कथित तौर पर जमीन के बदले नौकरी घोटाले में चार्जशीट दाखिल किया है। उन्होंने कहा कि लालू की बेटी मीसा भारती और रेलवे के एक पूर्व महाप्रबंधक को भी हाल ही में सीबीआई की विशेष अदालत में दायर चार्जशीट में आरोपी बनाया गया है।

            रेलवे के समूह में नौकरी देने का मामला काफी पुराना है। लालू प्रसाद 2004 से 2009 के बीच केंद्र की यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे। उन पर आरोप है कि पद पर रहते हुए उन्होंने बिहार में बड़ी संख्या में लोगों को रेलवे में नौकरी देने का प्रलोभन दिया और बदले में उनसे जमीन ली। सीबीआइ ने करीब एक वर्ष पहले 23 सितंबर को इस मामले की प्रारंभिक जांच शुरू की। पुख्ता सबूत हाथ लगने के बाद सीबीआइ ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की। सीबीआइ ने आरोप प्रमाणित होने के बाद इसी वर्ष 20 मई को लालू के पटना स्थित आवास के साथ ही देश के अलग-अलग 17 ठिकानों पर छापे मारे। लालू के साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी, पुत्री मीसा भारती, हेमा यादव एवं जमीन देकर नौकरी लेने वाले कुछ अन्य लोगों पर केस दर्ज किया गया था। एजेंसी ने आरोप लगाया है कि पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट जमीन प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान कर अधिग्रहित की थी।

            इसी मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो के आफिसर आन स्पेश ड्यूटी (ओएसडी) रहे भोला यादव को जुलाई में सीबीआइ ने गिरफ्तार किया था। भोला 2005 से 2009 तक लालू के ओएसडी थे। जांच एजेंसी ने पटना से लेकर दरभंगा तक के भोला के ठिकानों पर छापे मारे थे। उनपर आरोप है कि पटना में कुछ संपत्तियों के मालिकों तथा उनके परिवार के सदस्यों को रेलवे में नौकरी देने के बदले में उनकी संपत्तियों को पूर्व मंत्री के परिवार के सदस्यों को बेच दिया गया या भेंट के तौर पर दिया गया था। मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर एवं हाजीपुर के रेलवे जोन में नौकरी पाने वाले 12 लोगों के अलावा राजद सुप्रीमो, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव को इस मामले में नामजद किया है।

मान सरकार द्वारा कर्मचारियों को पक्का करने का वादा छह महीनों में पूरा: हरजोत सिंह बैंस  

  • बतौर शिक्षा मंत्री 3 महीनों में लम्बे समय से चली आ रही कर्मचारियों की माँग को पूरा किया  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

            पंजाब सरकार द्वारा आज एक और मील पत्थर स्थापित करते हुए पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग में काम करने वाले कच्चे अध्यापकों को पक्का करने सम्बन्धी नोटिफिकेशन ‘पॉलिसी फॉर वैलफेयर ऑफ एडहॉक, कॉन्ट्रैक्चुअल, टैम्परेरी टीचर (नेशन बिल्डर) एंड अदर एम्पलॉयज़ इन स्कूल एजुकेशन डिपार्टमैंट’ जारी कर कर्मचारियों को पक्का करने सम्बन्धी किया वादा छह महीनों में पूरा कर दिया है, यह प्रगटावा आज यहाँ स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज यहाँ किया।  


      इस नोटिफिकेशन के साथ शिक्षा विभाग में 8,736 अध्यापक और नॉन-टीचिंग स्टाफ की सेवाएं रेगुलर हो जाएंगी।  


             स. बैंस ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी द्वारा कच्चे मुलाजिमों के साथ वादा किया था कि पार्टी की सरकार बनने के उपरांत कच्चे मुलाजिमों को छह महीनों में पक्का करने का वादा किया था, जिसको हमारी सरकार ने साढ़े पाँच महीनों में ही पूरा कर दिया था।  


             उन्होंने कहा कि जब पिछली सरकारों को सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए अध्यापकों की ज़रूरत थी तो उन्होंने इन अध्यापकों की भर्ती की थी और लम्बे समय तक इनका शोषण किया।  


             उन्होंने कहा हमारी पार्टी के नेता जिनमें स. भगवंत सिंह मान और राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल भी इन अध्यापकों की माँगों का समाधान करवाने के लिए कई बार धरना प्रदर्शनों में शामिल हुए थे और पंजाब विधान सभा के चुनाव से पहले हमारी पार्टी ने गारंटी दी थी कि इन अध्यापकों को पहल के आधार पर पक्का किया जाएगा।  


            स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमने अपना वादा छह महीनों में पूरा कर दिया है और यह विभाग मुझे तीन महीने पहले ही मिला था और मैं मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का शुक्रगुजार हूँ कि उन्होंने मेरा सबसे बड़ा मसला हल कर दिया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने इन अध्यापकों को बहाने लगाकर दो बार पक्का करने का ऐलान किया, परन्तु ज़मीनी स्तर पर कुछ नहीं हुआ।  


             उन्होंने कहा कि हमने सभी कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा कर आज यह नोटिफिकेशन जारी किया है और इस फ़ैसले को यदि कोई कोर्ट में चुनौती देता है तो इसको बचाने के लिए सर्वोच्च अदालत तक लड़ाई लड़ेंगे।  


            उन्होंने कहा कि अब हम जल्द कंप्यूटर अध्यापकों की पुरानी माँग को पूरा करने जा रहे हैं।  
इसके बाद अध्यापकों के हित में ट्रांसफर पॉलिसी तैयार हो चूकी है और जल्द ही पोर्टल खोले जा रहे हैं।

पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के सभी हितधारक

विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 07 अक्तूबर

            मैं यह सूचित करने के लिए लिखता हूं कि मुझे पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा अवैध गतिविधियों के बारे में पता चला है और एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार के रूप में, इन गतिविधियों के बारे में हितधारकों को अवगत कराना मेरा कानूनी और नैतिक कर्तव्य है।

            पिछले हफ्ते या दस दिनों से, मुझे पंजाब में क्रिकेट प्रेमियों और कई हितधारकों से कई शिकायतें मिल रही हैं कि वर्तमान राष्ट्रपति के तहत पीसीए बहुत सारी अवैध गतिविधियों का सहारा ले रहा है जो पारदर्शिता और क्रिकेट प्रशासन की भावना के खिलाफ है। मुझे पता चला कि कल इस संबंध में लोकपाल के पास शिकायत दर्ज कराई गई है।

            मामले की जड़ यह है कि पीसीए अपने पक्ष में संतुलन को झुकाने के लिए मतदान के अधिकार वाले लगभग 150 सदस्यों को शामिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है और ये प्रेरण शीर्ष परिषद / सामान्य निकाय की सहमति के बिना या मुख्य सलाहकार से परामर्श किए बिना किए जा रहे हैं। इसलिए, ये बीसीसीआई के संविधान, पीसीए के दिशा-निर्देशों और खेल निकायों के प्रशासन में पारदर्शिता और नैतिक मानदंडों के उल्लंघन के खिलाफ हैं। अपनी अवैध गतिविधियों को छिपाने के लिए वे पीसीए की औपचारिक बैठकें आयोजित नहीं कर रहे हैं, और सभी निर्णय अपने आप ही ले रहे हैं जो उनके स्वार्थी उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं।

            पीसीए के हित में और नैतिकता, वैधता और पारदर्शिता के हित में, अनुरोध करें कि मुख्य सलाहकार के परामर्श के बिना और शीर्ष परिषद / सामान्य निकाय की सहमति के बिना मतदान के अधिकार के साथ नए सदस्यों को शामिल करने सहित ऐसी सभी अवैध गतिविधियों को किया जाना चाहिए। तुरंत रुक गया। यह पीसीए की अखंडता को बहाल करेगा।

खालसा कॉलेज में फ्रेशर्स पार्टी आयोजित

  • वंशिका बनी मिस फ्रेशर तो जश्मनी बने मिस्टर फ्रेशर

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली :

            मोहाली के  खालसा कॉलेज (अमृतसर) ऑफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज में  विद्यार्थियों के स्वागत हेतु फ्रेशर्स पार्टी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज की प्रिंसीपल डॉ हरीश कुमारी ने दीप प्रज्जवलित कर किया।

 
            आगाज नामक कार्यक्रम में आयोजित मिस्टर फ्रेशर व मिस फ्रेशर प्रतियोगिता में मिस फ्रेशर बीए छात्रा वंशिका व मिस्टर फ्रेशर बीसीए के छात्र जश्मनी को चुना गया जबकि मिस चार्मिंग बीए प्रथम वर्ष की दीक्षा बनी व मिस्टर हैंडसम एम.एससी.  प्रथम वर्ष के छात्र करण बने। इस प्रतियोगिता में कॉलेज की लेक्चरर हरलीन बावा मान व हरविंदर कौर ने जज की भूमिका निभाई।


            फ्रेशर्स पार्टी के दौरान सीनियर व जूनियर कक्षा के विद्यार्थियों कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को समां घंटों बांधे रखा। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विद्यार्थियों द्वारा गीत, डांस, बॉलीवुड सॉन्ग, भंगड़ा इत्यादि की बेहतरीन प्रस्तुति दी गई जिन्हें उपस्थित दर्शकों ने खूब सराहा।


            कॉलेज में आयोजित अन्य इस अवसर पर कॉलेज की प्रिंसीपल डॉ. हरीश कुमारी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अनुशासित जीवन सफलता के लिए महत्वपूर्ण तथ्य है। इसलिए वे हर स्थिति में अनुशासन का सदा ही पालन करें। उन्होंने कहा कि कॉलेज में रैगिंग पर पूरी तरह से रोक है। सीनियर्स विद्यार्थियों को अपने जूनियर्स की हर प्रकार से सहायता करनी चाहिए और आपसी मेल मिलाप और एकता के साथ रहना चाहिए। इस दौरान उनके साथ कॉलेज के अन्य लैक्चरार्स भी उपस्थित थीं।

लोक निर्माण मंत्री ने तरस के आधार पर 15 उम्मीदवारों को सौंपे नियुक्ति पत्र

  • हरभजन सिंह ईटीओ ने नये भर्ती हुए उम्मीदवारों को दी बधाई
  • मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य में नौजवानों को रोज़गार मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध
  • विभाग में 403 और भर्तियां जल्दः कैबिनेट मंत्री

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़:

            लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई. टी. ओ ने आज लोक निर्माण विभाग (पी.डब्ल्यू. डी.) में 15 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुये कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य में नौजवानों को रोज़गार मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है। यह नौकरियाँ तरस के आधार पर ग्रेड-3 और ग्रेड-4 के पदों के लिए दीं गई हैं।


            मंत्री ने नये भर्ती हुए उम्मीदवारों को बधाई देते हुये उनको राज्य के लोगों की पूरी तनदेही और इमानदारी के साथ सेवा करने के लिए प्रेरित किया।

            मंत्री को इस संबंधी अवगत करवाने कि कुछ उम्मीदवार अभी भी पढ़ाई कर रहे हैं, उन्होंने उम्मीदवारों को आगे अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए भी प्रेरित किया।

            कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के नौजवानों को रोज़गार मुहैया करवाने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है।


            उन्होंने बताया कि 201 जूनियर इंजनियर (सिवल), 184 जूनियर क्राफ्टसमैन और 18 जूनियर इंजीनियर (इलैक्ट्रिकल) समेत कम से कम 403 मुलाजिमों की भर्ती की प्रक्रिया मुकम्मल कर ली गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही उनको नियुक्ति पत्र सौंपने जा रही है।


            ज़िक्रयोग्य है कि लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ की तरफ से विभाग में तरस के आधार पर नौकरियों से सम्बन्धित सभी बकाया मामलों को पहल के आधार पर निपटाया गया है। विभाग में अब तक 33 उम्मीदवारों को तरस के आधार पर नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं

आल इंडिया सुदामा कप में दिल्ली की निधि की जीत से रोमांच जारी

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 07 अक्तूबर :

            महिला वर्ग के 35 आयु वर्ग के सिंगल फाइनल मुकाबले में दिल्ली की डा.निधी ने चंडीगढ़ की बिन्नी बंसल को 2-1 के अंतर से हराकर ऑल इंडिया सुदामा कप मास्टर्स बैड‌मिंटन चैपियनशिंप के खिताब पर कब्जा किया।

             स्पोट्स काम्पलैक्स मोहाली में खेले गए मुकाबले में बिन्नी ने डा.निधी को पहले सेट में 21-12 से हराकर मैच में 1-0 की बढ़त बना ली। लेकिन दूसरे सेट में डा.निधी ने वापसी करते हुए बिन्नी को 21-17 तथा तीसरे सेट में 21-18 से हरा दिया। महिला वर्ग के डबल्स के 40 आयु वर्ग में दीपिका व रशमी ने नीतू व संध्या की जोड़ी को 21-12 व 21-17 से मात देकर खिताब जीता।

            वूमैंस के 65 आयु वर्ग के सिंगल फाइनल मैच में मंजीत शर्मा ने डा.मधूलिका को 21-13 व 21-11 से हराकर पहला स्थान प्राप्त किया। पुरषों के 40 आयु वर्ग के डबल्स मुकाबले के पहले सेमीफाइनल में आशीष व हर्षदीप रावत ने मनदीप व सर्बजीत की जोड़ी को 21-13 व 21-16 के अंतर से तथा दूसरे सेमीफाइनल में डा.विक्रम सचदेवा व पंकज बंसल की जोड़ी ने जोत सिंह व ओंकरजीत सिंह को 21-13,20-22 तथा 21-19 से मात देकर फाइनल में जगह सुनिशिचत की।

डड्डूमाजरा पर फोटो प्रदर्शनी में सिटी ब्यूटीफुल के बदसूरत पहलू को सबके सामने लाया गया

  • खूबसूरत माने जाने वाले चंडीगढ़ शहर की ये तस्वीर भी सभी को देखना जरूरी
  • वॉरियर मॉम्स द्वारा आयोजित, प्रदर्शनी में डंपिंग ग्राउंड की तस्वीरें हैं जो इसके आसपास रहने वाले लोगों की दुर्दशा को उजागर करती हैं।

 राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

              शहर भर के कचरे का दिन प्रतिदिन बड़ा होता पहाड़, कचरे के ढेरों से उठती दुर्गंध के बीच जीते समाज और शहर में हाशिये पर रहने वाले लोग, अलग-अलग तरह के कचरे पर पनपने वाले जानवर, ये कुछ ऐसी भयावह तस्वीरें हैं जो शहर के अपने कचरे को समेटे हुए डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राउंड की हैंँ इस खूबसूरत शहर की पर्दे के पीछे की गंदगी को दिखाती अपनी तरह की इस पहली प्रदर्शनी का उद्घाटन शुक्रवार को किया गया।

              इस प्रदर्शनी का आयोजन पंजाब कला भवन में वॉरियर मॉम्स, मदर्स नेटवर्क फॉर क्लीन एयर द्वारा किया जाता है और इसका उद्घाटन भुलत्थ के कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने किया। वॉरियर मॉम्स शहर में हवा और अन्य सभी तरह के प्रदूषण को दूर करने के लिए प्रयासरत एनजीओ है। प्रदर्शनी शुक्रवार (7 अक्टूबर) से 9 अक्टूबर तक सुबह 11.30 बजे से शाम 6 बजे तक विजिटर्स के लिए खुली है। इसमें डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राउंड के आसपास रहने वाले समुदायों की दुर्दशा को दर्शाने वाले प्रसिद्ध फोटोग्राफर रितेश तकसांडे द्वारा खींची गई कई तस्वीरें हैं।

              खैहरा ने कहा कि कचरा गिराने की जगहों पर सही इंतजाम नहीं होने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है और ऐसे में लैंडफिल और स्वास्थ्य पर उनके प्रभाव के बारे में बातचीत को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल थी। कचरा जमा करने वाली जगहें इसके आसपास रहने वाले लोगों के लिए एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है क्योंकि हवा में जारी विषाक्त पदार्थों से श्वसन संबंधी विकार और त्वचा की बीमारियां होती हैं। जिम्मेदार नागरिकों और निर्वाचित प्रतिनिधियों के रूप में, हमें इस डंप से छुटकारा पाने के लिए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन यानि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर मिलकर काम करना चाहिए। और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि कहीं और ऐसे डंप न बनाएं जाएं।’’

              उन्होंने कहा कि ये फोटो प्रदर्शनी कचरा प्रबंधन के मुद्दे के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करने में काफी अधिक मदद कर सकती है। इन तस्वीरों को चंडीगढ़ के सभी निवासियों या किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा देखा जाना चाहिए, जिसने अभी तक यहां आसपास रहने वाले लोगों की समस्याओं को महसूस नहीं किया है और ना ही उनको ये अहसास हुआ है कि हमारे कचरे का उचित प्रबंधन करना अन्य सभी लोगों के लिए कितना महत्वपूर्ण है। हमें मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह के लैंडफिल हमारे देश को कई तरह के नुकसाान पहुंचाना बंद करें। इसके लिए हमें सबसे पहले मजबूत योजना बनानी होगी।

              प्रदर्शनी के साथ ही ‘नो योअर राइट्स-अपने अधिकारों को जानें’ अभियान भी शुरू किया जा रहा है जो कि स्थानीय निवासियों को समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए सही अधिकारियों के साथ कचरे और प्रदूषण से संबंधित मुद्दों को उठाने में मदद करेगा। इसका उद्घाटन प्रसिद्ध और वरिष्ठ पत्रकार और पंजाब के एक पूर्व विधायक कंवर संधू द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डड्डूमाजरा, सिटी ब्यूटीफुल का बदसूरत चेहरा है, जिसे कोई भी देखना पसंद नहीं करता है। यहां पर वेस्ट डंप पर एकत्र किए गए कचरे के ढेर शहर के कचरे के प्रबंधन में प्रशासन की सामूहिक विफलता को दर्शाते हैं।

              वॉरियर मॉम्स ने ‘द डर्टी पिक्चर’ नामक एक फोटो प्रतियोगिता भी आयोजित की थी, जिसमें निवासियों से अपने पड़ोस में कचरे की समस्याओं को दर्शाने वाली तस्वीरें साझा करने के लिए कहा गया था। प्रतियोगिता को शानदार प्रतिक्रिया मिली और विजेता प्रविष्टियों को रविवार को राज्यसभा सांसद बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ‘‘इस प्रतियोगिता में चंडीगढ़ के युवा निवासियों की भागीदारी देखना बहुत उत्साहजनक है। यह हमारा कर्तव्य है कि हम प्रदूषण के खिलाफ आवाज उठाएं और एक साथ काम करने के लिए अपनी शक्ति के भीतर सब कुछ करें ताकि एक समुदाय के रूप में, हम अपने कचरे का बेहतर प्रबंधन कर सकें।’’

              डड्डूमाजरा निवासी शिमला देवी ने कहा कि ‘‘यदि आप इस कॉलोनी में जाकर सर्वेक्षण करेंगे तो आपको ये पता चलेगा कि यहां हर कोई कचरे के कारण बीमार है। अधिकांश लोगों को कोई न कोई बीमारी लग चुकी है और वे त्वचा की समस्याएं, सांस लेने में परेशानी, बुखार, खांसी आदि से जूझ रहे हैं। इस डंपिंग ग्राउंड से बड़े और बच्चे सभी प्रभावित हैं। हमारी जिंदगी की काफी दुर्दशा हो चुकी है और हालात वास्तव में काफी खराब हो चुके हैं।’’

              प्रदर्शनी का आयोजन करने वाली पंजाब की एक वॉरियम मॉम समिता कौर ने कहा कि ‘‘चंडीगढ़, राजधानी होने के बावजूद भी खराब कचरा प्रबंधन वाले शहरों की श्रेणी में आता है। माताओं के रूप में, हम यह देखकर चौंक गए हैं कि कचरा प्रबंधन चेन का अंत घर पर ही कचरे को अलग अलग करने की प्रक्रिया के बिल्कुल विपरीत है जिसका नागरिक परिश्रम से पालन कर रहे हैं। क्योंकि यहां पर आकर तो सारा कचरा एक साथ ही डम्प कर दिया जाता है। हमारी मुख्य चिंता ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 पर सही तरह से अमल करने के संबंध में है। नगर निगम चंडीगढ़ और नागरिकों द्वारा व्यापक प्रयासों और व्यावहारिक समाधान के लिए इस कचरे के पहाड़ की समस्या को हल करने की आवश्यकता है।

              फोटो प्रदर्शनी के आयोजकों में से एक नवनीत चीमा, पंजाब की एक और वॉरियर मॉम, ने कहा कि ‘‘डड्डूूमाजरा चंडीगढ़ प्रशासन के एक अनाथ बच्चे की तरह लगता है, जिसकी कोई नहीं सुनता है और जहां रहने वाले एक वोट बैंक के तौर पर ही देखे जाते हैं। हर बार चुनाव के समय जहां के लोगों से बार-बार झूठे वादे किए जाते हैं और चुनाव के तुरंत बाद उन वादों और लोगों को भुला दिया जाता है। अधिकारियों द्वारा कचरे का प्रबंधन करने के लिए सीखने के लिए विभिन्न शहरों में जाकर किए जाने वाले स्टडी टुअर्स का कोई वास्तविक परिणाम भी नहीं दिख रहा है। अगर कोई परिणाम होता तो कम से कम यहां पर सफाई प्रबंधन बेहतर होता।’’

              वारियर मॉम्स बीते काफी समय से लगातार डड्डूमाजरा डंपिंग ग्राउंड का मुद्दा उठाती रही हैं और इस मुद्दे पर चंडीगढ़ नगर निगम को कई बार पत्र भी लिख चुकी हैं।

भगवंत मान सरकार द्वारा ठेके पर रखे 8736 अध्यापकों की सेवाएं रेगुलर करने के लिए नोटिफिकेशन जारी

  • दीवाली का तोहफ़ा देने के लिए अध्यापकों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया
  • भगवंत मान ने अध्यापकों को बधाई देते हुये राष्ट्र निर्माण के लिए जोश और उत्साह के साथ काम करने की अपील की

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़:

            पंजाब सरकार की तरफ से हाल ही में रेगुलर किये गए 8736 अध्यापकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मुलाकात करके उनका धन्यवाद किया।


            पाँच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सेवाएं रेगुलर करने की लम्बे समय से लटकती आ रही माँग को स्वीकृत करने के लिए मुख्यमंत्री का तह-ए-दिल से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने इस मुद्दे पर सिर्फ़ लटकाये रखा परन्तु भगवंत मान सरकार ने सभी रुकावटों दूर करके उनको रेगुलर करने का रास्ता साफ किया। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि वह इस ऐतिहासिक प्रयास के लिए मुख्यमंत्री के सदा ऋणी रहेंगे।


            इस दौरान मुख्यमंत्री ने अध्यापकों को नोटिफिकेशन की कापी सौंपते हुये उनके साथ विस्तृत बातचीत की। उन्होंने कहा कि 8736 अध्यापकों की सेवाएं रेगुलर करने का नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है और अब वह राज्य सरकार का हिस्सा बन चुके हैं। भगवंत मान ने अफ़सोस ज़ाहिर करते हुये कहा कि यह अध्यापक पिछले लंबे समय से ठेके के आधार पर काम कर रहे थे। यहाँ तक कि इनमें से कुछ अध्यापक पिछले 14 सालों से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।


            मुख्यमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि विद्यार्थियों के रौशन भविष्य के लिए अध्यापकों की रोज़ी-रोटी को सुरक्षित किया जाना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि इस तथ्य को मुख्य रखते हुये उन्होंने इन अध्यापकों की सेवाएं रेगुलर करने का फ़ैसला लिया है। भगवंत मान ने अध्यापकों को न्योता दिया कि वह अपने विद्यार्थियों को कान्वेंट स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों के साथ मुकाबला करने के काबिल बनाने के लिए अपनी ड्यूटी और भी तनदेही के साथ निभाएं।


            मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को हर क्षेत्र में प्राप्तियां हासिल करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अध्यापकों की सेवाएं सिर्फ़ अध्यापन कामों के लिए ही लेने का फ़ैसला किया है। भगवंत मान ने अध्यापकों को बधाई देते हुये भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं।

स्वास्थ्य मंत्री ने डायरैक्टर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के कार्यालय की औचक चैकिंग की

चैकिंग का उद्देश्य विभाग के कामकाज को सुचारू बनाना

 राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

              चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के कामकाज को सुचारू और बेहतर ढंग से चलाने के मद्देनजऱ स्वास्थ्य मंत्री पंजाब स. चेतन सिंह जौड़ेमाजरा ने आज शुक्रवार शाम डायरैक्टर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के कार्यालय की औचक चैकिंग की।  

              उन्होंने बताया कि यह चैकिंग आम लोगों को सरकारी विभागों में चिकित्सा सेवाएं लेने के दौरान आ रही दिक्कतों के मद्देनजऱ की गई है। मंत्री ने अलग-अलग शाखाओं के कार्यालयों वाली बहु-मंजिला ईमारत के हरेक कमरे की निजी तौर पर जाँच की। उन्होंने दफ़्तर के कर्मचारियों/अधिकारियों की सीटों पर उनकी हाजिऱी भी चैक की।

               इसके अलावा जो कर्मचारी किसी सरकारी काम के लिए दौरे पर गए थे, उनकी लोकेशन भी चैक की गई। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दफ़्तर में कर्मचारियों की हाजिऱी सुनिश्चित बनाने के लिए सख़्त हिदायतें जारी की गई हैं।  

              स. जौड़ामाजरा ने अपने दौरे संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार सरकारी विभागों के कामकाज में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे आम लोगों को नागरिक सेवाएं लेने में कोई मुश्किल पेश ना आए।  

              उन्होंने आगे कहा कि आज गैर-हाजिऱ पाए जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खि़लाफ़ बनती कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा मंतव्य प्रशासनिक काम-काज में सुधार लाना है और सरकार का किसी को डराने या धमकाने का कोई इरादा नहीं है।