गुरुग्राम के एक औषध अधिकारी की नीयत पर उठे सवाल
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, गुरुग्राम – 1 अक्टूबर :
गुरुग्राम के जिला औषध अधिकारी पर जिले की ही एक कैमिस्ट शाप पर जाकर गलत तरीके से सैपंल लेने व उन सैपंल को जाचं के लिए ना भेजने के आरोप लग रहे है। इसके साथ ही विभाग की और से कैमिस्ट को कारण बताओं नोटिस भी जारी कर दिया। जिसके जवाब में कैमिस्ट ने अपने वकील की सहायता से जवाब दे दिया है लेकिन मामला यही नही थमता नजर आ रहा इस सब में कही ना कही औषध अधिकारी की नीयत पर भी सवाल उठते नजर आते है कि यदि सैपंल लिए तो जाचं के लिए क्यो नही भेजे गए।
सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार झाड़सा रोड़ सैक्टर 15 के पास स्थित एक कैमिस्ट शाप पर दिनांक 24 अगस्त 2022 को औषधि नियंत्रण अधिकारी गुरूग्राम द्वारा निरिक्षण किया गया जिस पर सचांलक के बिना निरिक्षण रिर्पोट को पढाऐं हस्ताक्षार करा लिए गए व ना ही उसकी कोई प्रति सचांलक का दी गई जबकि नियमानुसार यह निरिक्षण रिर्पोट की कापी सचांलक को दी जाानी अनिवार्य है।
वही मौके से विभाग द्वारा 2700 रूप्ये के आस पास मूल्य की दवाईयां सैपंल जाचं के लिए ली गई। जिसकी कोई लिखित कार्यवाही विभाग की और से नही की गई। दिनांक 31 अगस्त 2022 को विभाग द्वारा कारण बताओं नोटिस जारी किया गया जिसमें उनकी दुकान से लिए गए सैपंल से सबधिंत दस्तावेजों की मांग की गई। इसके साथ ही कारण बताओं नोटिस में दुकान में और भी कई कमियों के बारे में जिक्र किया गया। इसके बाद संचालक ने अपने वकील से सपर्क कर इस बारे में बताया की विभाग की टीम आई जरूर थी लेकिन सैपंल के बारे में उन्हे कोई कागजात नही दिए गए केवल निरिक्षण रिर्पोट पर ही हस्ताक्षर कराऐं गए थे। जबकि सैपंल लेने के बाद एक फार्म भरा जाता है जिस पर भी सचालक के हस्ताक्षर कराऐ जाते है लेकिन ऐसा नही हुआ और उन्हे नही बताया गया कि आपके यहां से हमने सैपंल लिए है।
सचांलक द्वारा अपने वकील के माध्यम से विभाग को जवाब देत हुए इस कार्यवाही को नियमो की उल्घना बताया व उक्त अधिकारी पर उचित जाचं व कार्यवाही करने के लिए सरकार से गुहार लगाई है। सचालंक की और से इस जवाब की प्रति प्रधानमंत्री, मुख्यमं़त्री हरियाणा, स्वास्थय मत्री हरियाणा सहित विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजी है ताकि उसे न्याय मिल सके और ऐसे अधिकारियों पर कार्यवाही हो सके।