कांग्रेस और भाजपा की तरफ से पंजाब में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकार को भंग करने के लिए पाई सांझ के कारण विश्वास प्रस्ताव ज़रूरीः मुख्यमंत्री
- कांग्रेस और भाजपा को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया
- पंजाब विधान सभा में विश्वास प्रस्ताव पेश
- भाजपा पर पिछले दरवाजे से अपनी सरकारें बनाने के लिए दल-बदल विरोधी कानून का प्रयोग करने का लगाया दोष
- विधान सभा के ‘खियाली या मोक’ सत्र करवाने के लिए विरोधी पार्टियों के नेताओं की आलोचना की
राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
कांग्रेस और भाजपा को एक ही सिक्को के दो पहलू बताते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कहा कि विधान सभा में विश्वास प्रस्ताव लाना इस कारण ज़रूरी था क्योंकि दोनों पार्टियों ने राज्य में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को तोड़ने के लिए हाथ मिला लिया है।
विधान सभा में विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा देश भर में पिछले दरवाजे से अपनी सरकारें बनाने के लिए दल-बदल विरोधी कानून का प्रयोग नये हथियार के तौर पर कर रही है और बदकिस्मती से इसकी सबसे बड़ी पीड़ित होने के बावजूद कांग्रेस इस की हिमायत कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने विधायकों को लुभा कर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और अन्य राज्यों में चुनी हुई सरकारें भंग की हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में तीन बार सरकार भंग करने की कोशिशें की गई और अब पंजाब में पैसों से विधायकों को खरीदने की कोशिशें हो रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि भाजपा राज्य में सत्ता हासिल की मृग तृष्णा के पीछे भाग रही है और इस कदम के द्वारा वह ‘ दुक्कियों के साथ आप के यक्क्के खरीदने’ की कोशिशें कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा पैसे के बैगों का प्रयोग करके लोकतंत्र को अपूर्णीय घाटा डाल रही है। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस भी यही करती रही है और अब यह भगवा पार्टी कांग्रेस के नक्शे कदम पर चल रही है। कांग्रेस और भाजपा की सांझ का हवाला देते हुये भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस की लीडरशिप ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘ भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू की है परन्तु इस यात्रा के दौरान गुजरात और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों से जानबुझ कर दूरी रखी गई है जिससे मतदान में भाजपा को लाभ दिया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने राजनीति में लोक भलाई का नया एजेंडा स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि इसी कारण भाजपा लीडरशिप को अपना विघटनकारी एजेंडा छोड़ कर लोगों की भलाई संबंधी बात करने के लिए मजबूर होना पड़ा। भगवंत मान ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी का प्रभाव है कि जो नेता लोगों को बाँटते थे, वह अब स्कूलों, कालेजों और अस्पतालों के उद्घाटन करते नज़र आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब भाजपा में दल-बदलू राज कर रहे हैं और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, जो मुख्यमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान भाजपा के इशारे पर चल रहे थे, ने अब औपचारिक तौर पर भाजपा का पल्ला पकड़ लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधते हुये उन्होंने कहा कि यह पहली दफ़ा हुआ है कि मतदान में हार के बाद किसी पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा ही गायब हो गया है। भगवंत मान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी के कार्यकाल में हुई अनियमितताओं के कारण ही वह अब गायब हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं को कोई काम न करने के कारण लोगों ने सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं को लोगों ने प्रांतीय विधान सभा से बाहर किया परन्तु यह नेता अब ‘खियाली या मोक सत्र’ करवा कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं और अपनी निराशा निकाल रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के लोगों ने उम्मीद को वोट डाली और आम आदमी पार्टी ( आप) राज्य को देश भर में से अग्रणी बनाने के लिए अथक कोशिशें कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने लोगो के फंडों के उचित प्रयोग को यकीनी बनाने के लिए ऐतिहासिक स्कीम ‘एक विधायक, एक पैन्शन’ पास की और राज्य भर में 100 के करीब आम आदमी क्लीनिक लोगों को मानक सेहत सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित किये गए। उन्होंने कहा कि राज्य भर में लाखों घरों को 600 यूनिट मुफ़्त बिजली मुहैया करवाई जा रही है। भगवंत मान ने कहा कि एक तरफ़ नयी भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और दूसरी तरफ़ ठेके पर रखे मुलाजिमों की नौकरियाँ रेगुलर करने की प्रक्रिया भी चल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से लाभार्थियों को उनके घरों पर जाकर आटा-दाल मुहैया करवाने की योजना जल्द ही शुरू की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार लोगों की, लोगों की तरफ से और लोगों के लिए होती है परन्तु भाजपा और कांग्रेस ‘ऑपरेशन लोटस’ के द्वारा लोगों के जनादेश का अपमान करने की कोशिशें कर रही हैं। राष्ट्रपति भवन में स्थित मुग़ल गार्डन की मिसाल देते हुये उन्होंने कहा कि उसमें अलग-अलग किस्मों के फूल हैं, जिस कारण लोग इनकी विभिन्नता देखने जाते हैं। भगवंत मान ने कहा कि इसी तरह लोकतंत्र में विरोधी पक्ष और सत्ताधारी बैंच की अपनी अलग-अलग अहमीयत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल सदन की कार्यवाही में विघ्न डालने की रिवायत बन गई है और यहाँ तक कि राजनैतिक नेता अक्सर इस पर गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि इसके द्वारा लोकतंत्र की आत्मा को ठेस पहुंचायी जाती है, जो रचनात्मक संकेत नहीं हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के लोगों ने सरकार की नीतियों पर पूरा भरोसा प्रकट किया और इस विश्वास को बहाल करने के लिए यह प्रस्ताव पेश किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रस्ताव दर्शाता है कि लोगों का हममें विश्वास है और हमें लोगों में विश्वास है। भगवंत मान ने कहा कि भाजपा लोगों का भरोसा छीनने की भद्दी चालें चल रही है परन्तु ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि हार-ज़िंदगी का हिस्सा है परन्तु कांग्रेस इसको हज़म नहीं कर पा रही, जिस कारण वह ‘ऑपरेशन लोटस’ के हक में उतरी हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कांग्रेस के दिवालियापन को दर्शाता है जो अब अपने विधायकों को बेचने की हद तक चला गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की शिखर की लीडरशिप ने ‘भारत जोड़ो’ यात्रा निकाली है परन्तु वह राजस्थान में अपना घर नहीं संभाल सकी। विरोधी पक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा को आड़े हाथों लेते हुये भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस के सीनियर नेता ‘ ऑपरेशन लोटस फेल हो जाने के सदमे में हैं, जैसे उनकी बनायी स्कीमें धाराशाही हो गयी हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रस्ताव के द्वारा तथ्यों को लोगों सामने रखा जा रहा है क्योंकि सत्र लाइव चल रहा। उन्होंने कहा कि जो लोग इस सत्र की माँग कर रहे थे, वह बहस से भाग गए हैं। भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेसी नेता भाजपा की ‘बी’ टीम के तौर पर काम कर रहे हैं और यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि कांग्रेसी नेताओं ने विधान सभा के बहुत ही सम्मानीय पद वाले स्पीकर के विरुद्ध शर्मनाक नारेबाज़ी की है।