Wednesday, December 25
  • तीनो विभाग के मुनाफे में होने पर भी माह के आखिर में कर्मचारियों को वेतन देरी से मिलने की समस्या
  • किलोमीटर किराया प्रणाली से निजी बसे लेने का विरोध
  • कॉन्ट्रैक्ट नियुक्तियों में भ्रष्टाचार

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चण्डीगढ़  –  26 सितंबर  :

            पंजाब रोडवेज,पनबस और पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन आंदोलन की राह पर है। यूनियन के अध्यक्ष रेशम सिंह ने सोमवार को यहा चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सबसे बड़ी समस्या तीनो विभागों के मुनाफे में होने के वावजूद कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को माह के आखिर में वेतन दिया जाता है। इस मुद्दे को लेकर कई बार धरना और प्रदर्शन किया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।

             रेशम सिंह मे आगे कहा कि कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों की नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार व्याप्त है। कुल 9300 रुपए प्रतिमाह की नौकरी के लिए एक से डेढ़ लाख रुपए तक रिश्वत ली जा रही है।उनकी मांग है कि इस भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए सरकारी सिस्टम बनाया जाए।

                  उन्होंने कहा कि रोड टैक्स का 18करोड़ रुपया जमा न कराए जाने से बसे खड़ी करनी पड़ी है। यह कुप्रबंध का नमूना है। इन खामियों को बताने वालो का उत्पीड़न किया जाता है।यूनियन द्वारा परिवहन मंत्री को भ्रष्टाचार और धांधली से अवगत कराया गया। लेकिन कोई बदलाव नहीं आया। पीआरटीसी में करीब 219 निजी बसे आठ से नौ रुपए प्रति किलोमीटर की दर से किराए पर लेने की योजना है। निजी बस माफिया इस तरह हावी किया जा रहा है। सरकार के जीएसटी की भी चोरी की जा रही है। रेशम सिंह ने कहा कि अगर समय रहते सरकार इन मुद्दो का हल नहीं करती है, तो यूनियन आंदोलन के लिए सड़को पर उतरेगी।