डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चण्डीगढ़ :
साहित्य संगम ट्राइसिटी की ओर से आयोजित कवि गोष्ठी प्रोफेसर फूलचंद मानव की अध्यक्षता में संपन्न हुई। कवयित्री सुरजीत बैंस ने गोष्ठी का संचालन करते हुए पॉलीथीन थैलों के प्रयोग का बहिष्कार करते हुए कविताओं के माध्यम से एक संदेश दिया।
वयोवृद्ध कवि शिवनाथ, मुरालीलाल अरोड़ा, मलकीत कौर, राजिंदर कौर व दर्शन टियूना की तिलातिला बीमार हंसी जांदां है कविता छायी रही। प्रिंसीपल गुरदेव कौर की हिंद जाने वाले मेरा सलाम ले जा हिंद-पाक बंटवारे की मार्मिक कविता दिल दहलाने वाली थी।
प्रो. योगेश्वर कौर, नीना दीप, कमलदीप व सुरेंद्र अतेसिंह की कविता कां मडेरे ते बोलया एक नया संदेश दे गई। श्रीमती नीलम गोयल, अमरजीत कौर, स्वर्णसिंह, कर्मजीत कौर, अशोक नादिर, नूर कौर, सुरेंदर कौर, अमरिंदर कौर, कमलजीत कौर व जसबीर भुल्लर का कविता हल्फियां बयान दिल छूने वाली थी।
टेकचंद अत्री और प्रोफेसर मानव की कविताओं का संबोधन सामाजिक परिवेश का मार्गदर्शन कर रहा था। सुरजीत बैंस के धन्यवाद ज्ञापन के साथ गोष्ठी संपन्न हुई। ।