Tuesday, September 16

सब-इंस्पेक्टर की कार के नीचे आई.ई.डी. लगाने का मामलाः पंजाब पुलिस ने मोटरसाईकल मुहैया करवाने वाले व्यक्ति को किया गिरफ्तार


राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध चल रही निर्णायक जंग के दौरान एक और महत्वपूर्ण कार्यवाही के अंतर्गत, पंजाब पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया, जिसने कैनेडा स्थित गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लंडा के निर्देशों पर अमृतसर में सब-इंस्पेक्टर की कार के नीचे इम्परूवाईजड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आई. ई. डी.) लगाने के लिए मुलजिमों की तरफ से इस्तेमाल किये गए मोटरसाईकल का प्रबंध किया था।


यह जानकारी देते हुये डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने शनिवार को यहाँ बताया कि गिरफ्तार किये गए मुलजिम की पहचान सतनाम सिंह उर्फ हनी निवासी पट्टी, तरन तारन के तौर पर हुई है। इस मामले में यह नौवीं गिरफ्तारी है। वह लंडा के सीधे संपर्क में था और उसके द्वारा दिए गए कामों को पूरा कर रहा था।


यह कार्यवाही मुख्य दोषी युवराज सबरवाल उर्फ यश, जिसने तरन तारन के गाँव पट्टी के दीपक ( गिरफ्तार) के साथ मिल कर 16 अगस्त, 2022 को अमृतसर के सी- ब्लाक रणजीत ऐवीन्यू के क्षेत्र में सब- इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह की रिहायश के बाहर पार्क की ऐसयूवी बोलैरो ( पीबी02- सीके- 0800) के नीचे आईईडी लगाई था, की गिरफ्तारी से एक दिन बाद अमल में लाई गई है।


डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि सतनाम हनी के लखबीर लंडा की तरफ से दिए गए वीजे पर दुबई भागने की कोशिश करने की ख़ुफ़िया सूचना के आधार पर स्टेट स्पैशल आपरेशन सैल ( ऐसऐसओसी), एसएएस नगर की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सतनाम हनी को आइपीसी की धारा 153, 153-ए और 120-बी, एनडीपीएस एक्ट की धारा 21- 61- 85 और हथियार एक्ट की 25- 54- 59 के अंतर्गत पुलिस थाना एस. एस. ओ. सी. मोहाली में दर्ज एफआईआर नंबर 6 23/ 08/ 2022 में गिरफ्तार किया गया है।


डीजीपी ने बताया कि प्राथमिक जांच अनुसार सतनाम हनी 2015 में तरन तारन में अपने दोस्त मलकीत सिंह उर्फ लड्डू निवासी पट्टी के विवाह में लखबीर लंडा के संपर्क में आया था। बाद में साल 2021 के दौरान एक स्थानीय अनाज मंडी में फ़सल की ढुलाई करने वाला हनी, मलकीत लड्डू, जो उस समय ट्रक यूनियन पट्टी का प्रधान था, के साथ घनिष्ठ रूप् से जुड़ा था।


उन्होंने बताया कि सतनाम हनी का नाम एक दोहरे कत्ल केस में भी सामने आया था, जिसमें मई 2021 में पट्टी बाबा बल्लू शाह की दरगाह पर लखबीर लंडा के इशारे पर गैंगस्टर प्रीत सेखों की तरफ से अमनदीप सिंह उर्फ फ़ौजी और परभदीप सिंह उर्फ पूर्ण का कत्ल किया गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में मलकीत लड्डू, सुमेर सिंह उर्फ बिल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि सतनाम हनी और गौरवदीप सिंह उर्फ गोरी को मलकीत लड्डू के साथ नज़दीकी के कारण नामज़द किया गया था।


डीजीपी ने बताया कि सतनाम हनी लखबीर लंडा के साथी के तौर पर काम करता था और उसके निर्देशों पर हनी लंडा के आतंकवादी हार्डवेयर की कई खेपों को संभालता था और हनी को कम से कम छह मौकों पर मोटी रकम दी गई थी। उन्होंने कहा कि लंडा ने उससे वायदा किया था कि वह, उसको दुबई के द्वारा कैनेडा पहुँचा देगा।


जांच से पता लगा है कि सतनाम हनी ने अब तक लखबीर लंडा के इशारे पर अलग-अलग मौकों पर और अलग-अलग कार्यवाहियों के लिए लगभग 4 लाख रुपए की रकम, एक आई. ई. डी., 02 पिस्तौल और 20 ज़िंदा कारतूस प्राप्त किये हैं।


डीजीपी ने दोहराया, ‘‘मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से समाज विरोधी तत्वों को ज़ीरो-टौलरैंस अपनाने के साथ, पंजाब पुलिस राज्य में से गैंगस्टरों और नशों का सफाया करने के लिए वचनबद्ध है।’’


ज़िक्रयोग्य है कि इस मामले में लौजिस्टिक, तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करने के दोष में गिरफ्तार किये गए छह अन्य व्यक्तियों की पहचान बख़ार्स्त कांस्टेबल हरपाल सिंह और फतेहदीप सिंह दोनों निवासी गाँव सभरा ज़िला तरन तारन, रजिन्दर कुमार उर्फ बाऊ निवासी हरीके ज़िला तरन तारन, खुशहालबीर सिंह उर्फ चिट्टू, वरिन्दर सिंह उर्फ अब्बू और गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी तीनों निवासी भिक्खीविंड के तौर पर हुई है। स्थानीय पुलिस ने मौके से करीब 2.79 किलो वज़न वाला आईईडी को ट्रिगर करने वाला मोबाइल फ़ोन और करीब 2.17 किलोग्राम उच्च विस्फोटक भी बरामद किया था।