यूटी कैडर शिक्षकों की अनदेखी पर चंडीगढ़ युवा दल ने लिखा शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र


सालों से डेपुटेशन पर जमे हैं अन्य राज्यों के शिक्षक : सुनील यादव

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

पंजाब-हरियाणा से चंडीगढ़ में डेपुटेशन पर आये शिक्षकों के कारण यूटी कैडर के शिक्षकों को पदोन्नति के पर्याप्त अवसर न मिलने के कारण उनमें भारी रोष है। विभाग प्रतिनियुक्ति (डेपुटेशन) के नियमों का ठीक से पालन नहीं कर रहा है। जिसे खफा हो के चंडीगढ़ युवा दल के प्रधान विनायक बंगीआ और संयोजक सुनील यादव ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिख मामले पर   यूटी प्रशासक के अधिकारियों को जल्द समस्या के समाधान  के निर्देश देने की बात कही है।

       युवा दल के प्रधान विनायक बांगिया के अनुसार पंजाब-हरियाणा के सैंकड़ों शिक्षक चंडीगढ़ में प्रतिनियुक्ति पर तैनात हैं। शुरू में प्रतिनियुक्ति एक साल के लिये की जाती है लेकिन इसे आचरण व कार्य संतोषजनक होने पर अधिकतम 5 साल के लिये बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि अनेक शिक्षक दस साल से भी अधिक समय से डेपुटेशन पर लगे हैं। इसका असर यूटी कैडर के शिक्षकों पर पड़ रहा है। उन्हें पदोन्नति का पूरे अवसर नहीं मिल पाते।

      संयोजक सुनील यादव के अनुसार यूटी कैडर के शिक्षक दो-दो दशक से अनुबंध पर कार्यरत हैं। विभाग इन्हें पक्का करने के लिये गंभीर नजर नहीं आता। उन्होंने बताया कि प्रतिनियुक्ति पर आने वाले शिक्षकों के पद उनके मूल राज्य में भरे हुये दिखाये जाते हैं। इनके कारण यूटी में भी पद भर जाता है। यानी एक शिक्षक के कारण दो-दो जगह पद भरे माने जाते हैं। यदि प्रतिनियुक्ति पर आये शिक्षकों को निर्धारित अवधि के बाद वापस मूल राज्य भेज दिया जाये तो  यूटी में भी पद खाली हो जायेंगे। इन खाली पदों पर अनुबंधित शिक्षकों को नियमित किया जा सकता है।