Wednesday, December 25

            पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर विमान से नीचे उतारने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शिरोमणि अकाली दल के चीफ सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर मान और केजरीवाल को इस पर सफाई देने को कहा है। उनका कहना है कि इन रिपोर्ट्स ने पंजाबियों को दुनिया भर में शर्मिंदा किया है।  उन्होंने इसे शर्मनाक घटना बताते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान और दमी पार्टी (आआपा) के नेता अरविंद केजरीवाल से स्पष्टीकरण देने की मांग की है। इस बीच आआपा ने इन खबरों को झूठा बताते हुए कहा है कि मान की तबीयत नहीं ठीक थी।

यह तस्वीर 14 अप्रैल, 2022 की है, जब मान बैसाखी के अवसर पर दमदमा साहिब माथा टेकने पहुंचे थे। इस दौरान सुखबीर सिंह बादल ने आरोप लगाया था कि मान ने गुरुद्वारा में जब अरदास की तो वह नशे में थे।
यह तस्वीर 14 अप्रैल, 2022 की है, जब मान बैसाखी के अवसर पर दमदमा साहिब माथा टेकने पहुंचे थे। इस दौरान सुखबीर सिंह बादल ने आरोप लगाया था कि मान ने गुरुद्वारा में जब अरदास की तो वह नशे में थे।

सारिका तिवारी/नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 20 सितंबर :

            पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार मामला उन्हें जर्मनी में एक जहाज से नीचे उतारने का है। पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप बाजवा ने सोमवार को जालंधर में दावा किया कि भगवंत मान की हालत ऐसी थी कि वह जहाज में बैठने लायक नहीं थे, इसलिए उन्हें नीचे उतार दिया गया और उनका सामान भी जहाज से निकाल दिया गया।

प्रताप बाजवा का दावा है कि एयरलाइंस व जहाज में बैठे कुछ अधिकारियों से उनकी बात हुई है

            प्रताप बाजवा का दावा है कि एयरलाइंस व जहाज में बैठे कुछ अधिकारियों से उनकी बात हुई है। बाजवा ने मान को जहाज से उतारने के मामले की केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से जांच की मांग की है। 

            वहीं कांग्रेस नेता सुखपाल खैरा ने कहा कि अगर यह खबर सही है जोकि लगता है कि सही है तो अरविंद केजरीवाल को बताना चाहिए कि राजनीति में पियक्कड़ों को बढ़ावा देने से उन्हें क्या फर्क पड़ रहा है। क्या यही भारत में बदलाव की उनकी राजनीति है? किसी भी सीएम ने राजनीति में नैतिकता की मर्यादा ऐसे कभी नहीं गिराई जैसे भगवंत मान बार-बार कर रहे हैं।  

            भगवंत मान 17 सितंबर को जर्मनी से दिल्ली लौट रहे थे। ऐसा कहा जा रहा है कि इसी दौरान फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर उन्हें लुफ्थांसा एयरलाइंस के विमान से नीचे उतार दिया गया। वे नशे में थे, इसलिए एयरलाइन ने ऐसा फैसला लिया।

लुफ्थांसा वेबसाइट के मुताबिक, यह विमान फ्रैंकफर्ट से शनिवार दोपहर 1.40 बजे रवाना होने वाला था। यह दिल्ली में रात 12.55 बजे लैंड करता, लेकिन इस हंगामे के बाद विमान 4 घंटे की देरी से शाम 5.52 बजे उड़ान भर पाया और सोमवार सुबह 4.30 बजे दिल्ली में लैंड हुआ।

बता दें कि जर्मनी में भगवंत मान के साथ उनके दल में राज्य कैडर के चार आईएएस अधिकारी और एक सलाहकार शामिल थे। जर्मनी में निवेशकों के साथ उनकी कई बैठकें हुईं। सीएम भगवंत मान ने विश्व के उद्योगपतियों को 23-24 फरवरी, 2023 को होने वाले ‘प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन’ में शामिल होने के लिए न्योता दिया है।

            विमान के बाकी यात्रियों के अनुसार CM मान ने इतनी शराब पी रखी थी कि वे ठीक से चल नहीं पा रहे थे। उनकी पत्नी और सुरक्षाकर्मी उन्हें संभाल रहे थे। इस वजह से सुरक्षा का हवाला देते हुए मान को नीचे उतार दिया गया। उनके स्टाफ ने कोशिश की कि उन्हें न उतारा जाए, लेकिन फ्लाइट का स्टाफ कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था। एक अन्य यात्री का कहना है कि इस पूरे वाकये के चलते फ्लाइट चार घंटे लेट हुई। सोशल मीडिया पर इसे लेकर सीएम भगवंत मान की आलोचना हो रही है।

                        आपा के मीडिया कम्युनिकेशन के निदेशक चंदर सुता डोगरा ने बताया था कि मुख्यमंत्री की तबीयत ठीक नहीं थी। इसी वजह से 17 तारीख की बजाय वे 18 तारीख को दिल्ली रवाना हुए। उधर, आआपा ने इस पूरे मामले को खारिज कर दिया है। CM कार्यालय के मीडिया प्रभारी नवनीत वाधवा ने कहा कि यह सब फालतू बातें हैं। मुख्यमंत्री के जर्मनी दौरे के कार्यक्रम के मुताबिक उन्हें 18 सितंबर तक जर्मनी में रहना था।

सुखबीर सिंह बादल ने कहा- इस विमान के यात्रियों ने मीडिया को जो जानकारी दी है, वह परेशान करने वाली है। जानकारी के मुताबिक, पंजाब के CM भगवंत मान को लुफ्थांसा फ्लाइट से उतारा गया, क्योंकि वे नशे में थे। इस वजह से फ्लाइट 4 घंटे देरी से उड़ान भर पाई।

            उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि हैरानी की बात यह है कि पंजाब सरकार इन खबरों पर चुप है। CM भगवंत मान और दिल्ली CM केजरीवाल को इस मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए। भारत सरकार को इस मामले में दखल देना चाहिए, क्योंकि इसमें पंजाबी और राष्ट्रीय गौरव शामिल है। अगर मान को विमान से उतारा गया था, तो भारत सरकार को जर्मन सरकार से इस बारे में बात करनी चाहिए।

            दिल्ली कांग्रेस ने भी भगवंत मान को अधिक नशे में होने की वजह से फ्लाइट से उतारे जाने को शर्मनाक घटना बताया। दिल्ली कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से इस घटना से जुड़ी न्यूज क्लिपिंग शेयर करते हुए लिखा गया कि यह बड़े शर्म की बात है।

            साल 2019 में पंजाब के सीएम भगवंत मान ने एक रैली में कहा था कि उन्होंने अब शराब छोड़ दी है और वे अपनी मां की सलाह पर ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा- मेरे कई पुराने वीडियो को सोशल मीडिया पर डालकर मुझे बदनाम किया जाता था। मेरे राजनीतिक विरोधी आरोप लगाते हैं कि मान दिन-रात शराब के नशे में रहता था। इस लिए मैं नए साल पर इसे छोड़ रहा हूं। इसके बाद उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।

मान ने मंच पर अपनी मां और पंजाब की जनता के सामने वादा किया था कि अपना तन मन धन पंजाब की सेवा के लिए लगाएंगे।
मान ने मंच पर अपनी मां और पंजाब की जनता के सामने वादा किया था कि अपना तन मन धन पंजाब की सेवा के लिए लगाएंगे।