करणीदान सिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फॉन्ट – सूरतगढ़ 19 सितंबर :
नगर पालिका प्रशासन की ओर से आज सुबह मुख्य बाजार में सुभाष चौक से महाराणा प्रताप चौक रेलवे रोड के एवं करनाणी धर्मशाला के और सामने के अतिक्रमण हटाए गए।
नालों पर स्थाई अतिक्रमण को जेसीबी से तोड़ दिया गया। आज करीब 50 के लगभग अतिक्रमण हटाए गए। दुकानदार दुकानें खोलने आए उससे पहले जेसीबी चल चुकी थी।
इन अतिक्रमणों को हटाने से नाले दिखाई देने लगे हैं। अब नालों की समुचित सफाई हो सकेगी। नालों के अतिक्रमण हटाने की मांग बहुत बार उठी।
नालों पर अतिक्रमण के हटाए जाने से कुछ दुकानदार क्रोधित भी हुए और स्वच्छता निरीक्षक से वाद विवाद भी किया। दुकानदार आक्रोशित थे मगर स्वच्छता निरीक्षक ने समुचित बातचीत की और अपने आप को संयत रखा।
नगर पालिका प्रशासन की ओर से घोषणा की गई है कि दुकानों के आगे नालों पर स्थाई या अस्थाई अतिक्रमण है उसे हटा लिया जाए। यदि अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो नगर पालिका प्रशासन अतिक्रमण हटाने का अभियान निरंतर जारी रखेगा और जो सामग्री सामान अतिक्रमण पर पाया जाएगा उसे जब्त कर लिया जाएगा। इसकी सारी जिम्मेदारी दुकानदार की होगी तथा हर्जाना दुकानदार से वसूल किया जाएगा।
नगर पालिका प्रशासन ने आज अतिक्रमण सुबह जल्दी की घटाएं दुकानदार पहुंचे उससे पहले नालों के अतिक्रमण हटाए जा चुके थे।नगर पालिका की ओर से अनेक बार अतिक्रमण हटाने की सूचनाएं दी गई मगर दुकानदारों ने अतिक्रमण नहीं हटाए तब नगर पालिका ने आज से यह अभियान शुरू किया है।
महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि नगरपालिका द्वारा सवा दो साल पहले नालों के अतिक्रमण 17 मार्च 2020 से हटाने का अभियान शुरू करना था। दुकानदारों ने एक दिन पहले 16 मार्च 2020 को नगरपालिका प्रशासन से बात की और कहा कि 22 मार्च 2020 तक वे खुद अतिक्रमण हटा लेंगे। दुकानदारों ने इसके बाद अपने आप अतिक्रमण नहीं हटाए। नगरपालिका की ओर से लाऊडस्पीकर पर अनेक बार अतिक्रमण हटा लेने की सूचना दी गई लेकिन दुकानदारों ने परवाह नहीं की। नालों पर अतिक्रमण बढते रहे।
दुकानदारों का आरोप था कि उनको पहले सूचना नहीं दी गई। दुकानदारों ने जो भरोसा दिया था कि अतिक्रमण खुद हटा लेंगे, वह भरोसा खुद ने भुला दिया। दुकानदार बताएंगे कि सवा दो साल तक उन्होंने खुद ने अतिक्रमण क्यों नहीं हटाए?
एक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि नगरपालिका तो अपने नालों पर से अतिक्रमण हटा रही है। दुकानों को तो स्पर्श भी नहीं कर रही। फिर अपने नालों के अतिक्रमण हटाने की सूचना किसी को भी क्यों दे?
दुकानदारों ने अतिक्रमण नहीं हटाए तो नगरपालिका हटाएगी यह चेतावनी दी गई है जिसका मतलब एकदम साफ है कि अतिक्रमण हटाए जाने का अभियान जारी रहेगा। दुकानदार खुद अतिक्रमण नहीं हटाएंगे तो नगरपालिका हटा देगी।