Tuesday, December 24

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चण्डीगढ़ –  19 सितंबर  : 

                        कथा व्यास आचार्य श्री हरि जी महाराज हिमाचल वाले के द्वारा 18 सितंबर 2022 से 24 सितंबर 2022 तक दोपहर 3 बजे से  साय 7  बजे  तक श्री सनातन धर्म मंदिर सैक्टर 45 सी चण्डीगढ़ के  परिसर में हो रही हैं और 25 सितंबर कथा विराम के अवसर पर सुबह हवन यज्ञ 8 बजे से कथा सुबह 10 से 12 बजे दोपहर और भंडारा 1 बजे दोपहर से प्रभु इच्छा तक होगा कथा के दूसरे दिन आचार्य श्री हरि जी महाराज जी ने बताया कि भगवान सदैव ही अपने भक्तों के भक्ति भाव में बंधे होते हैं और वे भक्तों की पुकार को कभी भी अनसुना नहीं करते हैं।

                        भक्त पर विपदा आने पर भगवान स्वयं ही उसे हरने के लिए कष्ट सहते हैं, किन्तु भक्तों को कोई कष्ट नहीं होने देते हैं। इस कलयुग रूपी भवसागर से पार पाने का एकमात्र उपाय प्रभु का नाम सुमिनर करना ही है। प्रभु नाम सुमिरन करने पर ही भवसागर से पार पाया जा सकता है कथा ब्यास ने परीक्षित जन्म, कलयुग का प्रवेश, कर्दम ऋषि व देवाहुति के विवाह के बाद जन्मे कपिल भगवान की कथा का सारगर्भित वृतांत सुनाया गया। उन्होंने कहा कि जन्म से मृत्यु तक जीव सुख की तलाश में रहता है उसे वह सुख केवल भगवत प्रेम से ही प्राप्त होता है।

            भागवत कथा के दौरान परीक्षित जन्म का सविस्तान वर्णन किया गया। वहीं कपिल चरित्र का भी वर्णन किया गया। कपिल भगवान ने माता देवहूति से कहा कि ये आसशक्ति ही सुख-दुख का कारण है। यदि संसार में आसक्ति है तो दुख का कारण बन जाती है। यही आसक्ति भगवान और उनके भक्त में हो जाए तो मोक्ष का द्वार खुलता है। और कृष्ण जी के भजनों का गुणगान किया  कथा में ट्राइसिटी एवम हरियाणा पंजाब भगतो ने भाग लिया इस अवसर पर मंदिर कमेटी की सभी कार्यकारणी उपास्थित रही कथा उपरान्त आरती कर प्रसाद वितरीत किया गया