Tuesday, December 24


कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 15 सितंबर  :   

      राज्य स्तरीय पांचवें राष्ट्रीय पोषण माह की बधाई देते हुए भाजपा प्रेदश कार्यकरणी की सदस्य और गेल की पूर्व निदेशक बंन्तो कटारिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सशक्त नेतृत्व में महिलाओं, युवाओं विशेषकर बच्चों के उत्थान के लिए उठाए जा रहे कदम आज मिसाल बन रहे हैं।
            श्रीमती कटारिया ने कहा कि कुपोषण हमारे लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। पर्याप्त पोषण आहार न मिलने से महिलाओं में खून की कमी होने से बीमारी और उनके दिनचर्या के काम में रूकावट पैदा होती है। इन्हीं चिंताओं को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने कुपोषण को देश में जड़ से खत्म करने के लिए वर्ष 2018 में राष्ट्रीय पोषण मिशन का संकल्प लिया । बच्चों, गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं के पोषण स्तर में बढोतरी करने के लिए इस पहल में हरियाणा अच्छा काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अगस्त 2020 में मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना की शुरुआत की । इस योजना के तहत 9 लाख बच्चों और 3 लाख महिलाओं को सप्ताह में छह दिन दूध उपलब्ध करवाया जा रहा है, ताकि उनका पोषण स्तर बढाया जा सके।


            श्रीमती कटारिया ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुपोषण मुक्त भारत अभियान में भागीदारी करने के लिए हम सबको मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने राजनीति से लेकर सामाजिक, प्रशासनिक व्यवस्था में आमजन की भागीदारी के साथ सुधार करते हुए नए भारत के निर्माण की नींव रखी है। महिलाओं, युवाओं विशेषकर बच्चों के उत्थान के लिए उठाए जा रहे कदम आज मिसाल बन रहे हैं।


            उन्होंने कहा कि भारत सरकार की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष घोषित किया है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने चावल, गेहूं, मक्का, बाजरा, मसूर, मूंगफली, अलसी, सरसों और सोयाबीन की 79 बायोफोर्टिफाइड किस्में विकसित की हैं। आलू, शकरकंद, रतालू और अनार की 8 बायोफोर्टिफाइड किस्मों को किसानों के बीच लोकप्रिय बनाया जा रहा है। प्राकृतिक खेती, नैनो, यूरिया को बढ़ावा और मिट्टी के पोषक तत्वों की जानकारी के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड जैसी कई अहम पहल केंद्र सरकार ने की हैं।


            उन्होंने बताया कि चूल्हे पर खाना बनाती महिलाओं की आंखों में आये पानी व धुंए के कारण होती दमे की बीमारी को नरेंद्र मोदी ने महसूस किया और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से हर जरूरतमंद महिला को निशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाने का काम किया है। शौचालय की कमी के चलते महिलाओं को स्वास्थ्य, सुरक्षा की होने वाली चिंता को दूर करते हुए प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत घर-घर शौचालय, सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय निर्माण पर जोर दिया।