Tuesday, December 24

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़  –  15 सितंबर  : 

            09 अक्तूबर को भगवान् वाल्मिकी जी का प्रकट दिवस मनाने को लेकर वाल्मिकी समुदाय की और से जगह जगह वाल्मिकी मंदिर में कमेटियां बनाने की प्रकिया चल रही है, कई संगठन वाल्मिकी शौभा यात्रा को धूमधाम से मनाने के विषय में विचार विमर्श करतें हुए नजर आ रहें  है,और सभी संगठन इस पावन पर्व को मनाने के लिए अपनी-अपनी राय दे रहें है,इन सभी के बीच सबसे बड़ी बात जो निकल कर सामने आ रही है वह है कि क्या इस बार भी भगवान् वालमिकी शौभा यात्रा राजनीति की भेंट चढेगी या नहीं है?? 

          दरअसल राजनीति और धर्म का वर्षो पुराना नाता रहा हैं,पिछ्ले बार जब भाजपा के पूर्व मेयर राजेश कालिया के समय में भगवान् वालमिकी शौभा यात्रा के चेयरमैन गुरचरण सिंह पर 68 लाख रूपये का जुर्माना लगाया गया था,तब वाल्मिकी समुदाय एवं धर्म प्रेमियों की ओर से जगह जगह राजेश कालिया एवं नगर निगम कमिश्नर के पुतले फूकें गए थे,तब से लेकर आज तक इन राजनीतिक खिलाड़ियों के बीच एक तल्खी नजर आ रही है,जो अब तक साफ दिखाईं दे रही है,हांलाकि शहर के जानें मानें नेता ओमप्रकाश सैनी जी इन दोनों नेताओं को समाज से ऊपर नहीं मानते,और इन दोनों के बीच सुलह करवाने की कोशिश लगातार की जा रही है, आपकों बता दे कि इस चनङीगढ नगर निगम में आम आदमी पार्टी के 14 पार्षद आए हैं,और वार्ड नः 16 से पार्षद पूनम संदीप कुमार शौभा यात्रा का समापन सैक्टर 25 में करवाने के लिए अपना प्रस्ताव रख चुके है,संदीप कुमार का कहना है कि वह चाहतें है इस बार हम भगवान् वाल्मिकी शौभा यात्रा का समापन कालोनी के किसी बुजुर्ग के हाथों करवाना चाहतें है,उन्हे यह चिंता हो रही है कि कहीं हर वर्ष की भांति इस बार भी भगवान् वालमिकी शौभा यात्रा राजनीति की भेंट तो नहीं चढेगी।

        पूनम संदीप कुमार का कहना है कि अगर भगवान् वाल्मिकी शौभा यात्रा का समापन किसी बङे बुजुर्ग के हाथों किया जाता है तो हमारे समाज के बच्चो को एक सीख मिलेगी और वह हम सबके लिए एक प्रेरणा बनेंगी