विनोद कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 15 सितंबर :
नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने पंजाब विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रोफेसर राजकुमार के खिलाफ आज पंजाब विश्वविद्यालय के ला डिपार्टमेंट के सामने भारी विरोध प्रदर्शन किया। वाइस चांसलर लॉ ऑडिटोरियम में एक साइंस फेस्टिवल में शामिल होने आए थे। एनएसयूआई के कार्यकर्ता, जिन्होंने पहले ही उपकुलपति की सभी सार्वजनिक गतिविधियों का विरोध करने का फैसला किया हुआ है, ने उपकुलपति के सभागार में आने की खबर मिलते ही आज सुबह सभागार के तीन निकास बिंदुओं का घेर लिया, लेकिन उपकुलपति चौथे निकास द्वार से छात्रों के वहाँ पहुंचने से पहले ही निकल गये.
हुसैन सुल्तानिया, अध्यक्ष एनएसयूआई, सचिन गालव और प्रदीप गुर्जर के नेतृत्व में आक्रोशित छात्र विश्वविद्यालय के उपकुलपति के खिलाफ उनकी छात्र विरोधी नीतियों को अपनाने के विरोध में नारे लगाते रहे। छात्रों ने आरोप लगाया कि उपकुलपति इस विश्व प्रसिद्ध विश्वविद्यालय को आरएसएस की गतिविधियों का अड्डा बनाने का प्रयास कर रहे हैं और विश्वविद्यालय में भाजपा के विभाजनकारी एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं।
इसके अलावा छात्र गर्ल्स हॉस्टल नंबर 4 की वारडन को निलम्बित और स्थानांतरित करने और पिछले दिनों उपकुलपति की मनमानियों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे निर्दोष छात्रों के खिलाफ दर्ज पुलिस मुकदमों को वापस लेने की मांग कर रहे थे. उन्होंने घोषणा की कि वे उपकुलपति के खिलाफ अपना शान्तिपूर्ण विरोध जारी रखेंगे और उनकी मांगों को पूरा होने तक उनके सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार करेंगे।
छात्र नेताओं ने भाजपा की एक छात्र शाखा ABVP का अनुचित रूप से समर्थन करने और उन्हें अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए पक्षपाती रवैया अपनाने के लिए उपकुलपति और यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की भी कड़ी निंदा की.