Tuesday, December 24

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली  : 

            राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी की एक विशेष मीटिंग का आयोजन समता आश्रम बलौली में राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी के संस्थापक एवं पूर्व न्यायाधीश डा आनंद वर्धन शर्मा की अध्यक्षता में की गई। मीटिंग में कमेटी से जुड़े सभी सदस्य व क्षेत्र के मौजीज व्यक्तियों ने भाग लिया।

            मीटिंग में डा आनंद वर्धन शर्मा ने कमेटी के साथ जुड़े पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ समाज कल्याण के मुद्दों पर विस्तार से बातचीत कर कमेटी सदस्यों को जनहित व समाजसेवा में ज्यादा से ज्यादा भाग लेने के बारे में दिशानिर्देश दिए।

            उन्होंने कहा कि एनएचआरसी संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग जेनेवा स्वीटजरलैंड से जुड़ी हुई कमेटी है। भारत में इस कमेटी से सभी राज्यों से लोग जुड़ रहे हैं। जिसमें रिटायर्ड क्लास वन आफिसर पूर्व न्यायाधीश अधिवक्ता भी शामिल हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी का मुख्य कार्य समाज में फैली बुराईयों के प्रति लोगों को जागरूक करना है। जैसे नवयुवकों में फैल रही नशे की आदत व उसके कारण समाज में हो रहे क्राइम जो कि चिंता का विषय है।

            उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं कि प्रशासन अपनी कारवाई नहीं कर रहा। प्रशासन अपने स्तर पर लगा हुआ है पर जब तक समाज के लोग इस बुराई को खत्म करने का प्रण नहीं लेंगे तो यह बुराई खत्म नहीं हो सकती। इसलिए हमें प्रशासन के साथ सहयोग करते हुए समाज से नशे जैसी बुराई को उखाड फेंकने का कार्य करना है। इसके साथ उन्होंने कहा कि समाज में किसी भी व्यक्ति के साथ कहीं पर भी अन्याय हो रहा है और उसकी कही पर भी सुनवाई नहीं हो रही तो ऐसे लोगों के साथ राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी (एनएचआरसी) साथ खड़ी है।

            कमेटी में एडवोकेट भी शामिल हैं जो ऐसे लोगों के केस निशुल्क लड़ेंगे। इसके साथ ही पीड़ित को हाई कोर्ट में भी कमेटी की तरफ से वकील मुहैया कराया जाएगा। बशर्ते आप सच्चे हो आपके केस में किसी भी तरह का झूठ ना हो। इसके साथ ही समाज में आपके आसपास कोई अवैध कार्य हो रहा हो। जिससे समाज या पर्यावरण को किसी भी प्रकार का खतरा हो तो उसके खिलाफ कमेटी की तरफ से कारवाई के लिए सरकार कोर्ट के संज्ञान में मामले लाकर उस अवैध कार्य को बंद करवाया जाएगा। एनएचआरसी हर प्रकार से समाज के बेसहारा असहाय लोगों के साथ खड़ी है।