महाराष्ट्र के सांगली के जाट तहसील के लवंगा गांव से यह वारदात सामने आई है। यह तब हुआ जब उत्तर प्रदेश के रहने वाले चार साधु एक कार में कर्नाटक के बीजापुर से पंढरपुर शहर की ओर जा रहे थे। महाराष्ट्र पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ये साधु सोमवार को गांव के एक मंदिर में रुके थे और मंगलवार को फिर यात्रा शुरू करने वाले थे। पुलिस के मुताबिक ये साधु उस बच्चे से पता पूछ रहे थे लेकिन लोगों ने उन सभी को बच्चा चोर समझ लिया था। ऐसे में इन साधुओं और स्थानीय लोगों के बीच पहले कहासुनी हुई और फिर वहां मौजूद भीड़ साधुओं पर टूट पड़ी। वहीं इस मामले पुलिस अधिकारी के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते बढ़ गई और स्थानीय लोगों ने साधुओं को कथित तौर पर लाठियों से पीट दिया।
- महाराष्ट्र के सांगली में गांववालों ने चार साधुओं को पीटा
- बच्चा चोर होने के शक में साधुओं पर हुआ हमला
- पालघर में दो साधुओं की पीट-पीटकर हो चुकी है हत्या
डेमोक्रेटिक फ्रंट(ब्यूरो) मुंबई -14 सितंबर :
महाराष्ट्र के सांगली में बच्चा चोर होने के शक में 4 साधुओं पर हमले की खबर है। सांगली में ग्रामीणों ने बच्चा चोर होने के संदेह में 4 साधुओं को बुरी तरह पीटा है। हालांकि, इस हमले में साधुओं को चोटें आई हैं और सभी खतरे से बाहर हैं। संतों पर हमला किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। हालांकि, इस मामले में अब तक पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। बता दें कि महाराष्ट्र में इससे पहले भी साधुओं पर हमले की खबर आ चुकी है।
दरअसल, यह घटना जाट तहसील के लवंगा गांव में उस समय हुई, जब उत्तर प्रदेश के रहने वाले चार साधु एक कार में कर्नाटक के बीजापुर से पंढरपुर शहर की ओर जा रहे थे। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ये लोग सोमवार को गांव के एक मंदिर में रुके थे और मंगलवार को यात्रा शुरू करते समय उन्होंने एक लड़के से रास्ता पूछा, जिससे कुछ स्थानीय लोगों को संदेह हुआ कि वे बच्चों का अपहरण करने वाले आपराधिक गिरोह का हिस्सा हैं।
शिवसेना प्रवक्ता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी सिर्फ हिंदूवादी होने का ढोंग कर रही है। वास्तव में बीजेपी को मतलब सिर्फ सत्ता से है, चाहे यह छल से मिले, बल से या भ्रष्टाचार से, पार्टी किसी भी कीमत पर सत्ता में काबिज होने चाहती है।
खबरों के मुताबिक, घटना जाट तहसील के लवंगा गांव में उस समय हुई, जब उत्तर प्रदेश के रहने वाले चार लोग एक कार में कर्नाटक के बीजापुर से पंढरपुर शहर की ओर जा रहे थे। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ये लोग सोमवार को गांव के एक मंदिर में रुके थे और मंगलवार को यात्रा शुरू करते समय उन्होंने एक लड़के से रास्ता पूछा, जिससे कुछ स्थानीय लोगों को संदेह हुआ कि वे बच्चों का अपहरण करने वाले आपराधिक गिरोह का हिस्सा हैं। अधिकारी के मुताबिक, “दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते बढ़ गई और स्थानीय लोगों ने साधुओं को कथित तौर पर लाठियों से पीट दिया।” अधिकारी ने कहा कि पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और पाया कि साधु उत्तर प्रदेश के एक अखाड़े के सदस्य हैं।