सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 11 सितंबर :
आर्य समाज मंदिर, मॉडल टाउन यमुना नगर में यमुनानगर-जगाधरी चेंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष व विख्यात शिक्षाविद डॉक्टर मुकेश कुमार सहगल ने साप्ताहिक सत्संग में परिवारों में सामंजस्य की समस्या व बेहतर समन्वय स्थापित करने की प्रक्रिया विषय पर संबोधित किया।
डॉक्टर सहगल ने बताया कि आर्य समाज एक हिंदू सुधार आंदोलन है व इसका मुख्य उद्देश्य शारीरिक, आध्यात्मिक और सामाजिक अच्छाई को बढ़ावा देना है ताकि समाज से अज्ञान दूर हो सके।वैदिक रीति रिवाज़ों से परिवारों व विश्व को श्रेष्ठ बनाते चलो।
डॉक्टर एम॰के॰ सहगल ने बताया कि परिवार का सबसे बुजुर्ग व्यक्ति ही परिवार का असली ख़ज़ाना होता है, परंतु उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि आज के परिवेश में लोगों से बटकर घरों में बस गए हैं व अब घरों से बट कर वो कहाँ जाए!
उन्होने कहा कि कितना अकेला है आज का इंसान कि अपने ही घर में अपनों को ढूंढता है। जहाँ तक रिश्तों का सवाल है लोगों का आधा वक़्त अनजान लोगों को इम्प्रेस करने और अपनों को इग्नोर करने में चला जाता है। कि हमें ये सोचना होगा कि परिवार से बड़ा कोई धन नहीं, पिता से बड़ा कोई सलाहकार नहीं, माँ की छाव से बड़ी कोई दुनिया नहीं, भाई से अच्छा कोई भागीदार नहीं, बहन से बड़ा कोई शुभ चिंतक नहीं, इसलिए परिवार से बड़ा कोई जीवन नहीं। आज के परिवेश में सिर्फ़ जानने से कुछ नहीं होगा बल्कि मानना भी होगा, खुला संप्रेषण करना होगा, तभी समाज में मूलभूत परिवर्तन होंगे, आज हमें शिक्षा व शिक्षण के तरीक़े को भी बदलना होगा तथा गुरूकुल की सही पद्धति को आज की तकनीक के साथ जोड़कर लागू करना होगा।
हवन में डॉक्टर सुषमा आर्य मुख्य यजमान रहीं व सोनिया पुरी, गिरीश वधवा, प्रेम सागर ने भजन प्रस्तुत कर सब को भाव-विभोर किया। इस अवसर पर आर्य समाज मंदिर के प्रधान रमेश चंद्र पहुजा, डॉक्टर हर्ष शर्मा, सोनिया पुरी, सुशील अग्रवाल, रविंद्र पहुजा, गिरीश वधवा, प्रेम सागर अरोड़ा, संजय पहुजा, जितेंद्र चंदोक, रवि अग्रवाल वअन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहें।मंच संचालन मंत्री यश वर्मा ने किया।