डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस के मौके पर विद्यार्थियों द्वारा डी एस डब्लू के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा सभी शिक्षकगणों का विधिवत स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माननीय कुलपति श्री राज नेहरू जी द्वारा दीप प्रज्जवलन से की गयी। तत्पश्चात विद्यार्थियों द्वारा भारतीय संस्कृति में निहित गुरु -शिष्य परंपरा को एक छायाचित्र द्वारा दर्शाया गया।
इसी शृंखला में कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की डीन एकेडेमिक्स प्रो ज्योति राणा एवं कुलसचिव महोदय प्रो आर एस राठौर ने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी।
प्रो राठौर ने डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णन द्वारा शिक्षा जगत में दिए गए अमूलय योगदान को याद करते हुए उनके प्रति समस्त शिक्षक परिवार की और से आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में बी वॉक की छात्रा अंजलि ने एक कविता के माधयम से शिक्षण के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। इसके पश्चात लोकेश द्वारा एक सुंदर गीत की प्रस्तुति दी गयी।
इसी प्रकार विश्वविद्यालय के विद्यार्थी लता एवं कोमल द्वारा सुंदर नृत्य प्रस्तुति दी गयी।
विश्वविद्यालय के संगीत विभाग के इंस्ट्रक्टर डॉ अमरजीत सिंह और डॉ राज तेवतिया ने अपनी सुंदर प्रस्तुति से समा बाँध दिया।
इस अवसर पर डी एस डब्लू के प्रयास से एक फोटो प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया जिससे अर्जित होने वाली धनराशि को सामाजिक कल्याण हेतु दान में उपयोग करने का लक्ष्य रखा गया। कार्यक्रम में शिक्षकों के लिए अनेक रोचक खेल भी आयोजित किये गए। कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में मौजूद कुलगुरु श्री राज नेहरू ने सभी शिक्षकों को सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय कुलपति महोदय ने शिक्षक दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए समस्त शिक्षक परिवार को उनके दायित्व से अवगत करवाते हुए कहा की शिक्षक होना अपने आप में एक अवसर के साथ-साथ उत्तरदायित्व भी है। यह समाज एवं राष्ट्र की प्रगति में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का अवसर देता है।
इसलिए हम सब का यह दायित्व है की इस सुअवसर का पूर्ण उपयोग करते हुए मन, वचन एवं कर्म से राष्ट्र की युवा पीड़ी का मार्गदर्शन करें।
कार्यक्रम के अंत में डी एस डब्लू टीम की और से डॉ प्रीती ने सभी का धन्यवाद किया।