- हल्लाबोल रैली भाजपा की भ्रष्ट व नकारा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिये नयी क्रांति का सूत्रपात करेगी – दीपेंद्र हुड्डा
- महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ रामलीला मैदान दिल्ली में करें हल्ला बोल – दीपेन्द्र हुड्डा
- भाजपा सरकार नौकरियां तो पहले से ही बेच रही थी अब डीजल-पेट्रोल के दामों की तरह सरकारी नौकरियों के रेट भी बढ़ा दिये – दीपेंद्र हुड्डा
- बिन भर्ती पद खत्म करने व निवेश की बजाय नशे को बढ़ावा देने की नीति का नतीजा है 37.3% बेरोजगारी – दीपेन्द्र हुड्डा
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़, 3 सितंबर :
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि दिल्ली के रामलीला मैदान में महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे राक्षसों के खिलाफ संघर्ष का शंखनाद होगा और ये रैली भाजपा की भ्रष्ट व नकारा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिये नयी क्रांति का सूत्रपात करेगी। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई, बेरोजगारी रिकार्डतोड़ है, हल्लाबोल रैली भी रिकार्डतोड़ होगी। दीपेन्द्र हुड्डा ने बताया कि महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करने के लिये लोग बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंच रहे हैं। इस बीच रैली की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। हरियाणा के गाँव-गाँव से से बड़ी संख्या में लोगों का दिल्ली के रामलीला मैदान में पहुंचना भी शुरू हो गया है। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि इस बार भी हल्ला बोल रैली में हरियाणावासियों का नजारा अलग ही दिखायी देगा।
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने हरियाणा में लगातार रिकार्ड बेरोजगारी पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि भाजपा सरकार नौकरियां तो पहले से ही बेच रही थी अब डीजल-पेट्रोल के दामों की तरह सरकारी नौकरियों के रेट भी बढ़ा दिये। बेरोजगार युवाओं से लाखों की अवैध वसूली, भर्ती के नाम पर घोटाले दर घोटाले, बिन भर्ती पद खत्म करने व निवेश की बजाय नशे को बढावा देने की नीति का नतीजा है 37.3% बेरोजगारी। कांग्रेस कार्यकाल में जो हरियाणा विकास के हर पैमाने पर अन्य राज्यों से आगे था, वो आज बेरोजगारी-भ्रष्टाचार में सबसे आगे चल रहा है। कोई दिन शायद ही ऐसा बीतता हो जब अखबारों में बीजेपी-जेजेपी सरकार के भ्रष्टाचार की खबरें न आती हों।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में महंगाई से पहले ही परेशान जनता लगातार रिकार्ड बना रही बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, लूट-खसोट से त्राहि-त्राहि कर रही है। भाजपा-जजपा सरकार की गलत और भ्रष्ट नीतियों ने महंगाई, बेरोजगारी को बेलगाम कर दिया है। मीडिया में छपी खबरों से स्पष्ट है कि सत्ता में शामिल दलों के नेता भी मान रहे हैं कि भाजपा-जजपा राज में सरकारी नौकरियों में जमकर लेन देन हो रहा है। यही कारण है कि विपक्ष द्वारा बार-बार हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग को अनसुना कर सरकार हर घपले-घोटाले पर लीपापोती करने, भ्रष्ट और दोषियों को बचाने में लगी है।