गिरफ्तार DSP ने लिए थे सीनियर अधिकारियों के नाम, ड्रग सप्लायर से लिए 10 लाख

रिश्वत मामले में DIG इंद्रबीर सिंह से पूछताछ, गिरफ्तार DSP ने लिए थे सीनियर अधिकारियों के नाम, ड्रग सप्लायर से लिए 10 लाख ड्रग सप्लायर से NDPS एक्ट के तहत दर्ज FIR में नाम न शामिल करने के लिए 10 लाख रुपए रिश्वत लेने के मामले में डीएसपी लखबीर सिंह से पूछताछ कर रही विजिलेंस ब्यूरो की टीम सोमवार को अमृतसर पहुंची। कुछ समय पहले तरनतारन पुलिस ने पट्टी मोड़ के पास से ड्रग सप्लायर पिशोरा सिंह को पकड़ा। इसी मामले में उसके साथी सुरजीत सिंह निवासी तरनतारन को भी गिरफ्तार किया गया था। पुलिस छापामारी से बचने के लिए डीएसपी लखबीर सिंह के साथ 10 लाख रुपए की डील हुई थी। मामले में कार्रवाई करते हुए तरनतारन पुलिस ने डीएसपी लखबीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन बाद में मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो को सौंप दी गई।

नरेश शर्मा भारद्वाज, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर/चंडीगढ़ – 22 अगस्त :

ड्रग सप्लायर से NDPS एक्ट के तहत दर्ज FIR में नाम न शामिल करने के लिए 10 लाख रुपए रिश्वत लेने के मामले में डीएसपी लखबीर सिंह से पूछताछ कर रही विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने सोमवार को अमृतसर में सीएम रेस्ट हाउस में विजिलेंस के एसएसपी गुरमीत सिंह ने डीआईजी इंद्रबीर सिंह से 5 घंटे तक पूछताछ की। उनका कहना है कि रिपोर्ट अपने अंतिम दौर पर है और जल्द ही इसे मुकम्मल करके सीनियर अधिकारियों को भेज दिया जाएगा।

मामले की जांच कर रहे एसएसपी विजिलेंस अमृतसर वरिदर सिंह और एसएसपी फिरोजपुर गुरमीत सिंह ने बताया कि समन भेजकर डीआइजी इंद्रबीर सिंह को बुलाया गया। फिलहाल वह मामले की जांच कर रहे हैं। विजिलेंस के अधिकारियों के सवालों के जवाब देने के बाद डीआइजी चले गए।

उल्लेखनीय है कि इस मामले में भिखीविड थाने की पुलिस ने 30 जून की दोपहर माड़ी मेघा गांव निवासी सुरजीत सिंह को 900 ग्राम अफीम सहित काबू किया था। पुलिस ने जब जांच आगे बढ़ाई तो तीन जुलाई की रात बोपाराय माडल गांव निवासी पिशोरा सिंह को ढाई सौ ग्राम हेरोइन व एक लाख ड्रग मनी सहित काबू किया। आरोपितों से पूछताछ के दौरान जांच में सामने आया कि डीएसपी लखबीर सिंह ने उनसे रिश्वत ली थी। यह बात सरकार के सामने आते ही मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो को सौंपी गई। विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए डीएसपी लखबीर सिंह को दबोच लिया। फिर इस मामले में दुबली गांव निवासी हीरा सिंह को 9.97 लाख रिश्वत सहित और तरनतारन सीआइए स्टाफ के मुंशी एएसआइ रछपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। डीएसपी से की गई पूछताछ में डीआइजी का नाम सामने आया तो इसके बाद विजिलेंस की तरफ से उनके बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में सीतो गांव निवासी निशान सिंह अभी तक फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। आरोप बेबुनियाद: डीआइजी

डीआइजी इंदरबीर सिंह ने उन पर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोप को निराधार बताया है। उन्हें अधिकारियों ने जांच के लिए बुलाया है और वह जांच में सहयोग कर चुके हैं।