CBI छापेमारी के बाद मनीष सिसोदिया के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी, देश छोड़ने पर रोक
CBI छापेमारी के बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ अब लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है। जिसके बाद उनके देश छोड़ने पर रोक लग गई है। सीबीआई की तरफ से ये लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। बताया गया है कि कथित आबकारी घोटाले से जुड़े बाकी आरोपियों के खिलाफ भी ये नोटिस जारी किया गया है। CBI ने शुक्रवार को दिल्ली की नई एक्साइज पॉलिसी की जांच के सिलसिले में सिसोदिया के सरकारी आवास पर छापा मारा था। 14 घंटे चली कार्रवाई के दौरान सिसोदिया का मोबाइल, लैपटॉप जब्त किया गया था। CBI कुछ दस्तावेज भी अपने साथ ले गई थी। आम आदमी पार्टी की तरफ से तंज भी कसा जा रहा है, कहा जा रहा है कि इतनी बड़ी छापेमारी के बाद भी सीबीआई के हाथ कुछ नहीं लग पाया।
सारिका तिवारी, डेमोरेटिक फ्रंट, छनदिग्रह/नई दिल्ली :
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की नई आबकारी नीति में कथित अनियमितता के आरोपी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 13 आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्क्युलकर जारी किया गया है। यह लुक आउट सर्कुलर सीबीआई ने जारी करवाया है, ताकि आरोपी देश छोड़कर भाग न सके। सीबीआई ने शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर शुक्रवार को मनीष सिसोदिया के आवास सहित 31 अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी। सिसोदिया ही आबकारी विभाग भी संभालते हैं।
बता दें कि लुकआउट नोटिस जारी होने से ठीक पहले मनीष सिसोदिया की तरफ से एक ट्वीट किया गया। जिसमें उन्होंने पीएम मोदी का एक पुराना वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में पीएम मोदी सीबीआई छापेमारी को लेकर तत्कालीन यूपीए सरकार को घेरते दिख रहे हैं, वो कह रहे हैं कि सीबीआई छापेमारी गुजरात को बदनाम करने के लिए की जा रही है। सरकार एजेंसी का इस्तेमाल कर रही है। इसे शेयर करते हुए सिसोदिया ने लिखा – “माना कि धीरे धीरे तो, मौसम भी बदलते रहते हैं, आपकी रफ़्तार से तो, हवाएं भी हैरान हैं साहब।”
बता दें कि इससे पहले 20 अगस्त की सुबह सीबीआई की एक टीम ने मनीष सिसोदिया के घर पर छापेमारी की थी। ये छापेमारी करीब 14 घंटे तक चली इस दौरान सीबीआई ने बताया कि आबकारी नीति मामले को लेकर सिसोदिया और बाकी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिसके तहत ये छापेमारी की गई. हालांकि छापेमारी के बाद क्या निकला, ये एजेंसी की तरफ से साफ नहीं किया गया। इसे लेकर आम आदमी पार्टी की तरफ से तंज भी कसा जा रहा है, कहा जा रहा है कि इतनी बड़ी छापेमारी के बाद भी सीबीआई के हाथ कुछ नहीं लग पाया।