हरियाणा के पूर्व आईएएस अधिकारियों की कारस्तानी
- अस्सी फ्लैट्स के दरवाज़े लगवाए
- डकार गए पेंमेंटपेमेंट माँगने पर दी धमकी
- प्रशासन से डलवाया दबाव
- पंचकूला के उद्यमी ने की सीएम विंडो पर शिकायत
डेमोक्रेटिक फ्रंट समवाददात, पंचकुला – 17 अगस्त, 22 :
पंचकूला हरियाणा के पूर्व आईएएस अधिकारियों ने प्रशासनिक पद का दुरुपयोग करते हुए पंचकूला के एक उद्यमी के क़रीब साठ लाख रुपये डकार लिए। इन अफसरों में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बंसीलाल की बेटी और पूर्व आईएएस अधिकारी सरोज सिवाच भी शामिल हैं। इस मामले की शिकायत उद्यमी किशन गुलाटी ने हरियाणा के सीएम से की है और उन्होंने इन अधिकारियों की पेंशन रोकने और अपना पेमेंट दिलाने और इन सभी अधिकारियों के ख़िलाफ़ केस दर्ज करने की माँग की है।
इन अफ़सरों में सतवंती अहलावत पूर्व आईएएस, धनपत सिंह पूर्व आईएएस, डाक्टर अवतार सिंह पूर्व आईएएस, मिसेज सरोज सिवाच (पूर्व आईएएस मुख्यमंत्री बंसीलाल की बेटी) सहित कई बड़े अधिकारी शामिल हैं।
यह मामला वर्ष 2016 का है। जिस दौरान द न्यू हरियाणा आफिसर्स ग्रुप हाउसिंग सोसायटी लिमिटेड पंचकूला सेक्टर-६ एमसीडी जीएम-१ में कंस्ट्रक्शन चल रहा था। इस दौरान पंचकूला की फर्नीचर कंपनी मार्टिंस इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड को एक करोड़ तीस लाख ३२ हजार रुपये का वर्क आर्डर दिया गया। इसमें अस्सी फ्लैट्स के दरवाज़ों को तैयार करना था। उस दौरान उन्होंने सभी क्वालिटी के पैरामीटर सोसायटी की टीम द्वारा चेक किए गए और इसके साथ शेड्यूल के अनुसार थोड़ी पेमेंट रिलीज़ की गई। इसके बाद पेमेंट नहीं मिली तो कई बार काम करने से मना किया गया पर प्रशासनिक दबाव डलवाकर इन अफ़सरों ने जबरदस्ती काम करवाया।
मार्टिंस का काम हो गया तो कंपनी के द्वारा पूरे बकाया की राशि माँगी गई। जिसके बाद सोसायटी के सदस्यों ने पेमेंट करने से इंकार कर दिया। कंपनी के एमडी किशन गुलाटी ने बताया कि कई बार सोसायटी के सभी अधिकारियों से व्यक्तिगत तौर पर भी मुलाक़ात की और पेमेंट का अनुरोध किया। लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। इसके बाद उन्होंने लीगल नोटिस भी भेजा जिसका कोई जवाब नहीं दिया गया। किशन गुलाटी ने बताया कि बाद में तो स्थिति यह हो गई कि आईएएस अफ़सरों ने कुछ पुलिस अधिकारियों की मदद से उनको धमकाना भी शुरू कर दिया। किशन गुलाटी ने हरियाणा सरकार से गुहार लगाई है कि इन अधिकारियों की पेंशन रोकी जाए। इसके साथ ही उनको न्याय दिलवाया जाए।