चंडीगढ़ के एक परिवार ने चंडीगढ़ पुलिस के ए एस आई बलदेव राज पर लगाए जाली कागजात तैयार करने के आरोप
डेमोक्रेटिक फ्रंटसंवाददाता चंडीगढ़ – 16 अगस्त, 22 :
चंडीगढ़ के एक परिवार ने चंडीगढ़ पुलिस के ए एस आई पर जाली कागजात तैयार कर मकान हड़पने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पारिवारिक विवाद का फायदा उठाते हुए इस जालसाज ए एस आई बलदेव राज ने मकान के जाली कागज तैयार किये और उनके पिता बिहारी लाल, सौतेली माँ रंजन देवी, सौतले भाई हिमांशु धवन इन सब ने मिल कर जालसाजी की। अब उनके मकान को धक्के से कब्जाने की कोशिश कर रहा है। चंडीगढ़ पुलिस के इस ए एस आई का विवादों से पुराना नाता रहा है, उस पर माननीय न्यायालय में जाली दस्तावेज और प्रॉपर्टी हथियाने बाबत विभिन्न केस चल रहे हैं। ए एस आई बलदेव राज पर FIR no 90 तिथि 9 /7 /2022 , में धारा 406 ,420 ,341 ,448 ,120 बी आई पी सी के तहत मौली जागरा पुलिस स्टेशन में दर्ज है। इतना होने पर भी विभाग की तरफ से उसे महिला थाना चंडीगढ़ बतौर जाँच अधिकारी के तौर पर न्युक्त किया हुआ है।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में अमित धवन ने बताया कि सेक्टर 44 के मकान 2023 की रजिस्टर्ड विल उनकी स्वर्गवासी माता सत्यादेवी के नाम 1989 में हुई थी। जिसके अनुसार इस मकान के जो वारिस हसीन वो सत्या देवी के 3 बच्चे और एक पति हैं।लेकिन उनके पिता बिहारी लाल ने उनकी सौतेली माँ रंजना देवी, सौतेले भाई हिमांशु धवन के बहकावे में आकर ए एस आई बलदेव राज के साथ मिल कर जाली कागज तैयार किये। बलदेव राज पुलिस पावर का इस्तेमाल करते हुए और उसका फायदा उठाते हुए इस मकान के जाली कागज बनवाए और विल अपने और अपनी पत्नी (सुमन) के नाम पर तैयार करवा ली।जबकि उनकी माता सत्या देवी के नाम इस मकान की रजिस्टर्ड विल है।खुद को मकान का मालिक बता कर मेरे पिता बिहारी लाल और सौतेले भाई के साथ मिल कर बलदेव राज ने मकान पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहा है। अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ मिलकर कई बार वो आ चुका है। बलदेव राज किसी भी तरीके से मकान पर कब्ज़ा करना चाहता है।
उन्होंने आगे कहा कि बलदेव राज का काम ही डिस्प्यूट प्रॉपर्टी खरीदने का है। पुलिस वर्दी और अपने पुलिस साथियो का फ़ायदा उठाकर इस तरह का काम बिना किसी डर के करता आ रहा है। उसके खिलाफ पुलिस कंप्लेंट देने के बाबजूद भी कोई कार्रवाई नही हो रही। पुलिस आम आदमक की सहायता के लिए है, हरैसमेंट करने के लिए नही है। उन्होंने बताया कि उनके दादा जी भगत राम जी ने यह मकान अजीत सिंह से खरीदा था। जिसकी पावर ऑफ अटॉर्नी और रजिस्टर्ड विल हमारे पास है। करीब 33-34 साल पहले अजित सिंह कोठी नंबर 2023 सेक्टर 44 सी , मेरे दादा भगत राम जी को बेच कर चला गया था। पुलिस ए एस आई बलदेव राज ने अब इस मकान के जालो कागज तैयार कर अपने परिवार व अन्य किसी के नाम पर यह प्रोपेर्टी ट्रांसफर करवाना चाहता है।बलदेव राज वीमेन सेल में तैनात है, वो अपने साथियों के साथ मिल कर अपने रुतबे का इस्तेमाल कर मकान को हथियाना चाह रहा है। मेरी दो बहनें है, जिसमे से एक विधवा है और आर्थिक तंगी से झूझ रही है। उसका बेचारी का हक भी मारने को तैयार बैठे है ये लालची लोग। बलदेव राज के खिलाफ थानों में केस दर्ज हैं। पुलिस भी उस पर कोई कार्रवाई नही कर रही। जिस पुलिस ने हमें इंसाफ दिलवाना है, वो ही इस बलदेव राज का साथ दे रहे हैं।
कई बार एस एस पी, तथा एस एच ओ व् अधिकारीगण को कई शिकायते दी जा चुकी है, पर पुलिस कर्मी होने की वजह से इस पर कोई कार्यवाही नहीं होती। बस बुला कर खानापूर्ति ही करते है और हमे ही डराने धमकाने लग जाते है।
तो फिर हमे इन्साफ कौन देगा । कोर्ट भी उन्ही दस्तावेजों पर कारवाही करेगा जो ये पुलिस के लोग रिपोर्ट्स लेकर कोर्ट ने जमा करवाएंगे।
कृपया हमें इन्साफ दिलवाने में हमारी मदद करें I