Panchang

पंचांग 11, अगस्त 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य कराना चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट – 11 अगस्त 22 :

नोटः आज श्रीसत्यनारायण व्रत एवं रक्षाबंधन (राखी) है।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

विक्रमी संवत्ः 2079,

 शक संवत्ः 1944,

 मासः श्रावण़, 

पक्षः शुक्ल, 

तिथिः चतुर्दशी प्रातः काल 10.39 तक है।

 वारः गुरूवार, 

नक्षत्रः उत्तराषाढ़ा प्रातः 06.53 तक है

 योगः आयुष्मान अपराहन् काल 03.31 तक,

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

 करणः वणिज,

 सूर्य राशिः कर्क,   चंद्र राशिः सिंह, 

सूर्योदयः 05.52,  सूर्यास्तः 07.00 बजे।