कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :
हाफिजपुर गांव में ग्रामीणों ने एकत्रित हो मलिकपुर खादर पशु अस्पताल के पशु चिकित्सक के खिलाफ रोष प्रकट किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में काफी गाय व उनके वंशज अज्ञात बिमारी की चपेट में है। जिसके कारण गाय व उनके वंशज तकलीफ में तड़प रहे हैं। उनकी तकलीफ को देखते हुए पशु चिकित्सक को फोन किया तो उन्होंने लापरवाही व गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा है कि ना तो उनके पास कोई दवाई है और ना ही उनके पास पशुओं की जांच करने का समय है। ग्रामीणों का कहना है एक तो वह पशुओं में आ रही बीमारी को लेकर पहले ही परेशान हैं ऊपर से पशु अस्पताल के डॉक्टर इस तरह के बात करते हैं। पशु चिकित्सक द्वारा दिए गए बयान से नाराज ग्रामीणों ने पशु चिकित्सक के खिलाफ रोष प्रकट किया है।
ग्रामीण राजीव रिंकु, सुखबीर, गुलजार, जगबीर रुस्तम संजीव शिवम ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कई दिनों से गाय व उसके वंशजों में अज्ञात बीमारी के लक्षण नजर आ रहे हैं। इस बीमारी की वजह से छोटी बछडी ज्यादा परेशान हो रही है। वह पिछले 2 दिनों से खास भी नहीं खा रही है। छोटी बछड़ी की तकलीफ परिवार से देखी नहीं जा रही। जिसको लेकर मलिकपुर खादर बैठने वाले डॉक्टर को फोन कर गाय व बछड़ी को हो रही परेशानी के बारे में अवगत कराया तो उन्होंने पूरी बात भी नहीं सुनी और कहने लगा कि यह कोई बीमारी नहीं है और ना ही सरकार के पास इसका इलाज है ना हमारे पास दवाई है और ना ही मेरे पास पशुओं की जांच करने का समय है। ग्रामीणों का कहना है कि वह पहले ही परेशान है गौमाता व बछड़ी में हो रही अज्ञात बीमारी से गांव में दहशत फैली हुई है और डॉक्टर इस तरह गैर जिम्मेदाराना बयान देकर ग्रामीणों को मायूस कर रहे हैं। जोकि सरासर गलत है डॉक्टर को चाहिए कि परेशान लोगों को आराम से समझाएं तसल्ली व हौसला देने की बात करें। बल्कि डॉक्टर उससे उल्टा लोगों में भय का माहौल बना रहे हैं जो कि सरासर गलत है। ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।इस बारे में पशु चिकित्सक देवेन्द्र ढांडा का कहना है कि उन्होंने किसी के साथ इस तरह की बातचीत नहीं की। उनके पास रोजाना इस बिमारी को लेकर फोन आते हैं वह लोगों को यह बताते हैं कि अभी इस बिमारी की कोई दवाई नहीं है। इससे ज्यादा कोई बात किसी के साथ नहीं हुई।