पंचांग 2 अगस्त 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य कराना चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – 1 अगस्त 22 :

नोटः आज नाग पंचमी है। ऋक् उपाकर्म है।

विक्रमी संवत्ः 2079,

 शक संवत्ः 1944, 

मासः श्रावण़, 

पक्षः शुक्ल,

 तिथिः पंचमी 29.42 तक है।

 वारः मंगलवार,

 नक्षत्रः उत्तराफाल्गुनी सांयकाल 05.29 तक है,

 योगः शिव सांय 06.36 तक

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।

करणः बव, 

सूर्य राशिः कर्क,  चंद्र राशिः कन्या, 

 सूर्योदयः 05.46,  सूर्यास्तः 07.08 बजे। 

राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक,