जायज काम के लिए भी गरीब आदमी कार्यालयों के काटता है चक्कर : आंनद वर्धन

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :
पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस यमुनानगर मे राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी की एक मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें समाज कल्याण के मुद्दों पर विस्तार से बातचीत करते हुए कमेटी सदस्यों को जनहित व समाजसेवा में ज्यादा से ज्यादा भाग लेने के बारे में कहा।मीटिंग में कमेटी पदाधिकारियों व सदस्यों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी के संस्थापक रिटायर्ड जज माननीय सुप्रीम कोर्ट डा आनंद वर्धन ने कहा कि एनएचआरसी संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग जेनेवा स्वीटजरलैंड से जुड़ी हुई कमेटी है। भारत में इस कमेटी से सभी राज्यों से लोग जुड़ रहे हैं। जिसमें रिटायर्ड क्लास वन आफिसर न्यायधीश वकील समाजसेवी समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति जुड़े हुए हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी का मुख्य कार्य समाज में दबे सहमे लोगों को इंसाफ दिलाना है। अक्सर देखा जाता है कि पावरफुल व आर्थिक स्थिति से मजबूत लोग तो पावर या पैसे के दम पर अपने सभी कार्य करवा लेते हैं। पर गरीब असहाय लोगों के पास ना तो पावर होती है और ना ही पैसा होता है। उनको सरकारी कार्यालय थाने तहसील में जायज़ काम कराने के लिए भी बार बार चक्कर कटवाते हैं। जो भ्रष्ट कर्मचारी हैं वह इस तरह के लोगों से बार बार इसलिए चक्कर लगाते हैं कि यह तक हारकर रिश्वत देकर काम करवाएगा।

उन्होंने मीटिंग में मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी ने जिला यमुनानगर में कार्य शुरू कर दिया है। जो भी दुखी सताया हुआ या सरकारी विभागों के अधिकारियों द्वारा परेशान व्यक्ति कमेटी के पास सही तथ्यों के साथ आकर अपनी बात रखेगा कमेटी उस व्यक्ति का साथ देगी। शर्त यह होगी की कमेटी के पास आने वाला व्यक्ति सच्चा हो और उसकी समस्या भी असल हो। राष्ट्रीय मानवाधिकार कमेटी ऐसे लोगों को कानूनी मदद जिसमें हाईकोर्ट तक वकील भी मुहैया कराएंगी। जिले में अगर कोई अवैध कार्य हो रहा हो जिससे समाज या पर्यावरण को किसी भी प्रकार का खतरा हो तो उसके खिलाफ कमेटी की तरफ से कारवाई के लिए कोर्ट के संज्ञान में मामला डालकर उस अवैध कार्य को बंद करवाया जाएगा। एनएचआरसी हर प्रकार से समाज के बेसहारा असहाय लोगों के साथ खड़ी है।