Thursday, September 11

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ :

  करगिल विजय दिवस की शुभकानावों और श्रावणी शिवरात्रि की बधाइयां चल रही थी। जिला कलेक्टर ने सरकारी छुट्टी घोषित कर रखी थी। लोगों की व्यस्तताओं के बीच अचानक सोशल मीडिया पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के समाचार आने लगे। 

  नगरपालिका के अधिकारी कर्मचारी जब अतिक्रमण हटा रहे थे उसी दौरान पावरफुल बड़े लोगों लोगों के फोन पर फोन आते रहे। इस कार्यवाही की भनक तक नहीं लगी।

पालिका के अतिक्रमण दस्ते द्वारा वार्ड नम्बर 14, 15 एवं 16 में नन्दीशाला एवं पालिका भूमि के रेतीले टीलों को काटकर बालू मिट्टी से अन्यत्र जगह पर भर्ती करने के साथ-साथ रेतीले टीलों को समतल करके उन पर अवैध निर्माण किया जा रहा था। 

अतिक्रमणों को चिन्हित करते हुये लगभग 55 से 60 निर्माणों को ध्वस्त किया गया । 

अतिक्रमणों को ध्वस्त करने में लगे अधिकारियों के पास प्रभावशाली लोगों द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाने के फोन पर फोन आते रहे। पावरफुल लोगों की पावर धूल धूल हो गई।

 पालिका द्वारा अतिक्रमणों को हटाकर बेसकिमती भूमि एवं प्राकृतिक बालू के टिब्बों की धरोहर को रसूखदार भू-माफियाओं के अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया।

इस कार्यवाही में सहायक अभियन्ता  सोहनलाल झॉ, कनिष्ठ अभियन्ता (निविदा) सन्दीप, स्वच्छता निरीक्षक जे.पी लिंगरी, सहायक स्वच्छता निरीक्षक मोहनलाल अठवाल, अतिक्रमण दस्ते के प्रभारी कालूराम सेन सहायक राजस्व निरीक्षक, जमादार मनिन्द्र सारसर, जगदीश बुर्ट,महेन्द्र बुर्ट सहित अनेक सफाई कर्मचारियों ने भाग लिया।

नगरपालिका की सूचना में अधिशासी अधिकारी और नगरपालिका अध्यक्ष के बयान जारी हुए हैं।

  •   अधिशाषी अधिकारी विजय प्रताप सिंह द्वारा भविष्य में भी ऐसी कार्यवाहियां जारी रखने के निर्देश दिये हैं। 
  • पालिका अध्यक्ष मास्टर ओमप्रकाश कालवा ने  अतिक्रमण नहीं करने की अपील की है। लोगों से कहा गया है कि भविष्य में आमजन किसी प्रकार के लोक-लुभावने प्रलोभन में ना आवें तथा भू-माफियाओं से सतर्क रहें। 
  • अधिशासी अधिकारी के आज के बयान के अनुसार अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही जारी रहेगी। इस बयान के आधार पर आवासन मंडल कॉलोनी के अतिक्रमण भी हटाए जाने की  कार्यवाही शुरू हो सकती है। दैनिक भास्कर में

 कुछ दिन पूर्व बहुत बड़ी रिपोर्ट नगरपालिका प्रशासन के बयानों सहित छपी थी कि आवासन मंडल कॉलोनी के अतिक्रमण हटाए जाएंगे। भास्कर ने करीब 200 आवासों के आगे अतिक्रमण बताए थे।०0०