सोनिया गांधी से 2 घंटे तक हुई पूछताछ, सोमवार को फिर से होंगे सवाल-जवाब
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी आज नैशनल हेरल्ड से जुड़े मनीलॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर में पूछताछ के लिए पेश हुईं। सोनिया करीब 12 बजे ईडी ऑफिस पहुंचीं। सोनिया गांधी के साथ बेटी प्रियंका गांधी ईडी ऑफिस आई हैं। ईडी नेशनल हेरल्ड मामले में कथित रूप से वित्तीय अनियमितता के मामले में सोनिया गांधी से सवाल करेगी। इस केस में ईडी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत कंपनी से जुड़े कई अन्य कांग्रेस नेताओं पर पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया है। इस मौके पर सोनिया के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए उनकी पार्टी देश भर में प्रदर्शन कर रही है।
- सोनिया गांधी के आवास और ED कार्यालय के बीच भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया था
- पार्टी ने शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ एजेंसी की कार्रवाई की आलोचना की है और इसे ”राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है
- सोनिया गांधी से पूछताछ के मुद्दे को विपक्ष ने संसद में उठाया
- कांग्रेस प्रमुख को इससे पहले आठ जून और 23 जून को ईडी के सामने पेश होना था
नई दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली :
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड धनशोधन मामले में बृहस्पतिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से दो घंटे तक पूछताछ की। दूसरी ओर, सोनिया गांधी से पूछताछ के विरोध में पूरे देश में कांग्रेस पार्टी ने शक्ति प्रदर्शन किया और नेताओं ने गिरफ्तारियां दीं।
अधिकारियों ने बताया कि कोविड से उबर रहीं सोनिया गांधी (75) से पूछताछ करीब दो घंटे चली और उनके अनुरोध पर पूछताछ सत्र समाप्त कर दिया गया। कुछ दिनों में उन्हें अगले दौर की पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
कांग्रेस ने पूछताछ को लेकर अलग ही दावा किया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के मुताबिक, ED ने कहा हमारे पास कोई सवाल नहीं है, आप जा सकती हैं, मगर सोनिया जी ने कहा कि आपके जितने सवाल हैं, पूछिए, मैं रात 8-9 बजे तक रुकने को तैयार हूं। जयराम ने बताया कि सोनिया ने पूछताछ खत्म करने के लिए कोई निवेदन नहीं किया था।
सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी से पूछताछ की अगुआई महिला अफसर मोनिका शर्मा ने की। वे ED कार्यालय में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर हैं। वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देशभर में इस पेशी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
पूछे गए सवाल….
- आप यंग इंडिया की निर्देशक क्यों बनीं
- यंग इंडिया कम्पनी का क्या काम था
- कांग्रेस और एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) के बीच किस प्रकार का लेन-देन हुआ
- क्या आपको ये पता था कि यंग इंडिया AJL का अधिग्रहण कर रही है
- AJL के पास कुल कितनी सम्पत्ति देश भर में थी
- AJL की सभी सम्पत्ति का क्या उपयोग किया जाता था
अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान सोनिया गांधी की तबीयत का भी ख्याल रखा। उनके लिए एक मेडिकल ऑफिसर को दूसरे कमरे में बैठाया गया था। वहां प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। इस दौरान प्रियंका ने सोनिया से दो बार मुलाकात भी की। सोनिया के वकीलों को पूछताछ के दौरान मौजूद रहने की अनुमति नहीं दी गई।
पूछताछ के विरोध में प्रदर्शन कर रहे 75 कांग्रेसी सांसदों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इनमें मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर, अजय माकन और पी चिदंबरम भी शामिल हैं। इनके अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को भी हिरासत में लिया गया।
- कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि ये अन्याय हो रहा है और अन्याय की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
- हिरासत में लिए जाने के बाद सचिन पायलट ने कहा- ‘लोकतंत्र में एजेंसी का दुरुपयोग हो रहा है। उसके जवाब में हम अहिंसक तरीके से विरोध कर रहे हैं, ये हमारा अधिकार है। लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को दबाने का काम हो रहा है।’
- राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार को अपने व्यवहार पर शर्म आनी चाहिए। ED घर जाकर भी सोनिया गांधी का बयान ले सकती थी, जैसा पहले भी होता आया है, लेकिन सरकार के कानून विपक्ष के लिए बदल जाते हैं।
- विपक्ष ने कहा- सरकार जानबूझकर पार्टियों के बड़े नेताओं को निशाना बना रही है। मोदी सरकार जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। विपक्ष सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई में तेजी लाएगा।
पहले भी ED सोनिया गांधी को समन भेज चुकी है, लेकिन खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए सोनिया ने ED से समय मांगा था। सोनिया गांधी इससे पहले ED की नोटिस पर 8 जून, 11 जून और 23 जून को नहीं पहुंची थी। कांग्रेस ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पूछताछ के समय को टालने की मांग की थी।
नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ED 5 बार पूछताछ कर चुकी है। उनसे करीब 40 घंटे तक सवाल-जवाब किए गए थे। अब सोनिया गांधी की पेशी हो रही है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को जांच में शामिल होने के लिए पेश होना पड़ रहा है।
BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे पर घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी के जरिए हड़पने का आरोप लगाया था।
आरोप के मुताबिक, इन कांग्रेसी नेताओं ने नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जे के लिए यंग इंडियन लिमिटेड, यानी YIL नामक आर्गनाइजेशन बनाया और उसके जरिए नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड, यानी AJL का अवैध तरीके से अधिग्रहण कर लिया। स्वामी का आरोप था कि ऐसा दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था।
स्वामी ने 2000 करोड़ रुपए की कंपनी को केवल 50 लाख रुपए में खरीदे जाने को लेकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत केस से जुड़े कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाने की मांग की थी।
इस मामले में जून 2014 ने कोर्ट ने सोनिया, राहुल समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया। अगस्त 2014 में ED ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। दिसंबर 2015 में दिल्ली के पटियाला कोर्ट ने सोनिया, राहुल समेत सभी आरोपियों को जमानत दे दी। अब ED ने इसी मामले की जांच के लिए सोनिया और राहुल से पूछताछ कर रही है।