पंचांग 19 जुलाई 2022
पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य कराना चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
नोटः आज शीतला सप्तमी, मंगला गौरी व्रत प्रारम्भ है। अतिगण्ड योग अपराह्न 01 बजकर 43 मिनट तक उपरांत सुकर्मा योग का आरंभ, वणिज करण प्रातः 07 बजकर 50 मिनट तक उपरांत बव करण का आरंभ। चंद्रमा दिन रात मीन राशि पर संचार करेगा। आज के व्रत त्योहार – शीतला सप्तमी, मंगला गौरी व्रत प्रारंभ। सूर्योदय का समय 19 जुलाई 2022 : सुबह 05 बजकर 35 मिनट पर।
विक्रमी संवत्ः 2079,
शक संवत्ः 1944,
मासः श्रावण़,
पक्षः कृष्ण,
तिथिः षष्ठी प्रातः 07.50 तक है,
वारः मंगलवार,
नक्षत्रः उत्तराभाद्रपद्र दोपहर 12.12 तक है,
योगः अतिगण्ड दोपहर 01.43 तक।
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।
करणः वणिज,
सूर्योदयः 05.39, सूर्यास्तः 07.16 बजे।
सूर्य राशिः कर्क, चंद्र राशिः मीन,
राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक,