बिजली की समस्या से जूझ रहे किसानों ने विभागीय अधिकारियों को कड़ी धूप में घंटों बैठाया…

राहुल भारद्वाज, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सहारनपुर :

बेहट सहारनपुर लंबे समय से बिजली की पावर कट, लो वोल्टेज, जर्जर तार आदि समस्याओं से जूझ रहे किसानों के सब्र का बांध आज सोमवार के दिन आखिरकार टूट गया, गुस्साए किसानों ने अधिशासी अभियंता के कार्यालय बेहट पर सुबह से ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, जब बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता और उपखंड अधिकारी किसानों को समझाने पहुंचे तो किसानों ने दोनों अधिकारियों को भी धरना स्थल पर ही कड़ी धूप में बैठा लिया, इसी बीच बिजली विभाग के कर्मचारियों और किसानों में नोकझोंक होती रही, परंतु दोनों अधिकारियों को किसानों ने कड़ी धूप में घंटों बिठाए रखा, 

मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को भाकियू तोमर गुट के आह्वान पर जिलाध्यक्ष एडवोकेट अभिषेक कांबोज के नेतृत्व में क्षेत्र के सैकड़ों किसान विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता के कार्यालय पहुंच गए. वहां उन्होंने विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद उन लोगों ने कार्यालय के सामने ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों की जब बात नहीं सुनी गई, तो गुस्साए किसानों ने अधिशासी अभियंता संदीप कुमार निर्भय एवं उपखंड अधिकारी बेहट प्रदीप यादव को घंटों चिलचिलाती धूप में बैठाया रखा. इस दौरान किसानों और विद्युत विभाग के अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राजू कश्यप के अनुसार क्षेत्र में भरी पावर कट, जर्जर तार, घरेलू कनेक्शन पर कमर्शियल बिल का आना, आदि कई समस्याओं को लेकर आज हम यहां पहुंचे हैं उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों एक सप्ताह के अंदर पूरी नहीं की गयी, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

इस दौरान भारतीय किसान यूनियन तोमर गुट के पदाधिकारियों ने सात सूत्रीय मांग पत्र अधिशासी अभियंता को सौंपा. उन लोगों ने साथ में चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी मांगों को अति शीघ्र पूरी की जाए. किसान नेताओं ने कहा कि विद्युत विभाग में किसी भी तरह की अवैध वसूली करने नहीं दी जाएगी. उसके लिए चाहे कितना भी बड़ा आंदोलन करना पड़े, वह पीछे नहीं हटेंगे. प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से प्रदेशाध्यक्ष सुदेश पाल, तहसील अध्यक्ष विकास कांबोज, राजू कश्यप, वीरेंद्र सिंह, प्रवीण कांबोज, सुनील कुमार, वेदपाल, नीटू, मोनी, मोंटू, मुकेश आदि मौजूद रहे।