शर्मनाक : भ्रष्टाचार आरोपी धनेश अदलखा को केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने दिया समर्थन
- बोले, एफआइआर दर्ज होने से कोई दोषी नहीं होता
- केंद्रीय राज्यमंत्री के समर्थन के बाद धनेश अदलखा को कैसे गिरफ्तार करेगी विजिलेंस-केसी गोयल
- कृष्ण पाल गुर्जर के पास कौन सा उपकरण है कि वह विजिलेंस जांच से पहले ही अदलखा को सर्टिफिकेट बांटने लगे
चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ जुलाई – 22
हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल में फैले भ्रष्टाचार की जांच को प्रभावित करने और मुख्य आरोपी धनेश अदलखा को बचाने के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर उनका समर्थन कर रहे हैं। खुलेआम एक प्रेसवार्ता में भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं के आरोपी धनेश अदलखा के समर्थन में कृष्ण पाल गुर्जर के ब्यान के बाद विजिलेेंस के अधिकारी भी डर गए हैं। विजिलेंस की जांच को केंद्रीय राज्यमंत्री के ब्यान ने ठंडे बस्ते में डालने का काम किया है। धनेश अदलखा अब खुलेआम घूम रहे हैं और वह अपना मोबाइल फोन भी लगातार चला रहे हैं। यह दावा हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल के पूर्व प्रधान केसी गोयल ने किया। केसी गोयल ने बताया कि दो दिन पहले केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने फरीदाबाद में एक प्रेस वार्ता की, जिसमें उन्होंने विजिलेंस की जांच से पहले ही ब्यान दे दिया कि धनेश अदलखा भ्रष्टाचार कर ही नहीं सकते। जिस लहजे में वह पत्रकारों से बात कर रहे हैं, उससे लगता है कि वह पत्रकारों को भी दबाने की कोशिश कर रहे थे। एक पत्रकार ने गुर्जर से नगर निगम फरीदाबाद के 200 करोड़ रुपये के घोटाले में धनेश अदलखा की भूमिका के में पूछने की कोशिश की, तो उसे चुप करवा दिया। प्रेस वार्ता में सरेआम कृष्ण पाल गुर्जर ने कह दिया कि मैं धनेश अदलखा और उनके परिवार को पिछले 20 सालों से जानता हूं। इसका मतलब साफ है कि कृष्ण पाल गुर्जर ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर दबाव डाल दिया है कि धनेश अदलखा पर कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। साथ ही बात भी सामने आ गई कि जिस प्रकार से धनेश अदलखा आज तक फार्मासिस्टों को यह कहकर धमकाता था कि मैं सीएम और केंद्रीय राज्यमंत्री का करीबी हूं, मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता, वह सच साबित हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने धनेश अदलखा की पावर छीनकर फाइल मुख्यमंत्री के पास भेज रखी है, जिसे 6 दिन से अधिक हो गए, लेकिन अब तक सीएम ने उसे निलंबित नहीं किया। केसी गोयल ने बताया कि केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर जो पूछ रहे हैं कि धनेश अदलखा ने आज तक किसी से पैसे लिए हों, तो मेरे सामने लाओ, ऐसे सैंकड़ों ही फार्मासिस्ट हैं, जिन्हें धनेश अदलखा ने केवल अपने लालच के लिए फार्मेसी लाइसेंस ना देकर प्रताडि़त किया, उन्हेें आत्महत्या तक के लिए मजबूर कर दिया। अब जब उस पर भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत केस दर्ज हो गया, तो कृष्ण पाल गुर्जर का अदलखा प्रेम उमडऩे लगा और वह उसे बचाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। केसी गोयल ने विजिलेंस ब्यूरों के प्रमुख शत्रुजीत कपूर को पत्र लिखकर मांग की है कि धनेश अदलखा का मोबाइल फोन चल रहा है, वह लगातार आनलाइन आ रहे हैं, उन पर जल्द से जल्द ट्रैप लगाकर उनको गिरफ्तार किया जाए, ताकि फार्मासिस्टों के खून पसीने का पैसा लूटने वाले को सजा मिल सके।
कृष्ण पाल गुर्जर का ब्यान
एफआइआर तो मैं आपके खिलाफ एक मिनट में करवा सकता हूं। एफआइआर का मतलब किसी को दोषी ठहराना नहीं। एफआइआर का मतलब केवल प्राथमिक सूचना रिपोर्ट है, सूचना है, एफआइआर को हम बहुत बड़ा मामला मान लेते हैं। 20 साल से मैं धनेश अदलखा से धनेश अदलखा को जानता हूं। उसकी मां को भी देखा है, उसे भी देखा है, एक आदमी ने आज तक मुझे उसके खिलाफ शिकायत नहीं दी, कोई है, तो उसे मेरे पास लाओ, विजिलेंस जांच में पूरी ताकत है, वह कार्रवाई करे। जांच रिपोर्ट आने के दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। जब उनसे गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री द्वारा धनेश अदलखा एवं अन्य को निलंबित करने की सिफारिश के बारे में पूछा, तो कृष्ण पाल गुजर्र ने कह दिया कि यह सवाल उनसे ही करना।
साथ में संलग्न है
अदलखा के खिलाफ एफआइआर की कापी अटैच है
स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज द्वारा धनेश अदलखा की शक्तियां छीनने के संबंध में लिखा पत्र भी अटैच
केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर का शर्मनाक ब्यान भी अटैच है