मनीष सिसोदिया पर असम के सीएम की पत्नी ने दर्ज कराया 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस महीने की शुरुआत में पीपीई किट के कांट्रैक्ट को लेकर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ भ्रष्टाचार की बात कही थी। सिसोदिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाया कि हिमंत बिस्वा सरमा ने अपनी पत्नी रिनिकी भुइयां सरमा और बेटे के बिजनेस पार्टनर्स की फर्मों को 2020 में बाजार दरों से अधिक पर पीपीई किट की आपूर्ति के लिए सरकारी ठेके दिए थे।

नई दिल्ली:(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली :  

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ मानहानि का एक और मुकदमा दर्ज हुआ है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 30 जून को कामरूप (ग्रामीण) में सीजेएम कोर्ट के समक्ष दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया है। इससे पहले सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुइयां सरमा ने भी मनीष सिसोदिया के खिलाफ सिविल जज कोर्ट में 100 करोड़ रुपये का मानहानि मुकदमा दायर किया है।


दरअसल, आम आदमी पार्टी (आआपा) के नेता मनीष सिसोदिया ने 4 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि भारत 2020 में जब कोविड महामारी से जूझ रहा था, तब असम के स्वास्थ्य मंत्री रहे हिमंत बिस्व सरमा ने अपनी पत्नी और बेटे के व्यापारिक साझेदारों की कंपनियों को पीपीई किट की आपूर्ति करने के लिए ठेके दिये थे। हालांकि, असम सरकार ने इन आरोपों का खंडन किया है कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा का परिवार महामारी के दौरान पीपीई किट की आपूर्ति में कथित कदाचार में शामिल था।

सरमा के वकील देवोजीत सैकिया ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरमा ने खुद पर लगे इन आरोपों को निराधार बताते हुए सिसोदिया के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज करवाया है।

सिसोदिया ने सरमा पर कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान असम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों को बाजार से अधिक कीमतों पर पीपीई किट्स की आपूर्ति करने का आरोप लगाया था।

सिसोदिया के खिलाफ यह मुकदमा कामरूप ग्रामीण जिले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में बृहस्पतिवार को दर्ज किया गया। मामले को शिकायतकर्ता का प्रारंभिक बयान दर्ज करने के लिए 22 जुलाई को सूचीबद्ध किया गया है।

सरमा पर आरोप है कि उनकी पत्नी रिंकी भुइयां सरमा के स्वामित्व वाली कंपनी जेसीबी इंडस्ट्रीज ने कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान असम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों को ‘‘बाजार से अधिक कीमत’’ पर पीपीई किट्स की आपूर्ति करवाई की थी।

सरमा के वकील देवोजीत सैकिया ने कहा, “मनीष सिसोदिया ने चार जून को नयी दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उनके मुवक्किल हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। उन्होंने विशेष रूप से दावा किया था कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने सरमा की पत्नी के सह-स्वामित्व वाली कंपनी से अधिक कीमत पर पीपीई किट की खरीद की थी। यह खरीद 2020 में कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान की गई थी। उस समय सरमा असम के स्वास्थ्य मंत्री थे।”

सैकिया ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा, “सरमा ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से व्यथित होने और बाद में मामले पर कोई स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज करने का फैसला किया है।”

उन्होंने दावा किया कि जेसीबी इंडस्ट्रीज ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को ये पीपीई किट दान में दिए थे।