INTERDISCIPLINARY LECTURE SERIES

Koral’Purnoor’, Demokretic Front, Chandigarh June 14, 22 :

The Departments of Emerging Areas Building comprising Centre for Human Rights and Duties, University Institute of Fashion Technology and Vocational Development, Centre for Police Administration, Centre for Social Work, Department-cum-Centre for Women Studies and Development and Department of Lifelong Learning and Extension, and NCC Panjab University, Chandigarh organised an interdisciplinary lecture series on the theme “Indian Culture and Human Rights” and “Food Safety and Standards : A Public Health concern” .

Professor Raj Kumar, Vice-Chancellor, Panjab University, Chandigarh welcomed the guests on a warm note, talking about their achievements and expertise. He discussed about the importance of human rights, culture and food safety measures.

Dr. Satya Narayan Sabat, IPS, Director General (Vigilance and Enforcement) U.P. Power Corporation Limited in his lecture titled “Indian Culture and Human Rights” discussed about his experiences related to the past lectures delivered by him, held at various educational institutions with respect to human rights. He began the lecture focusing on the core concept of human rights like introduction, scope and different levels of human rights. Heimbibed the students on the concepts of Maslow’s Need Hierarchy Theory, Magna Carta’ 1215, UDHR’1948 . He  further discussed the difference between the Indian and western concept of human rights andgave an insight on Dharma, Kautilya’s Arthshastra, teachings of Bhagwat Gita, Reformist movement, Bhakti movement and teachings of various Sufi saints. He concluded his lecture after mentioning the importance of UDHR and discussing its articles in a comprehensive manner.

Prof (Dr.) Sunita Mishra, Head of the Department , Food and Nutrition, Human Development and Family Studies, Dean, School of Home Science BBAU (A Central University), Lucknow in her talk titled “Food Safety and Standard: A Public Health Concern” talked about food safety. She emphasised on the advancement of nanotechnology in food safety. “Food safety issues have been the most wanted intervention in the field of nutrition all over the world”, she added. She discussed about the Food Safety and Standards Act, 2006 in particular. She talked about HACCP, PRP Pre Requisite Program, FSSAI, General principles of food hygiene, CODEX guidelines and NCCP. She also discussed four food quality standards which are legal standards, company or voluntary label standards, industry standards and consumer or grade standards. She further talked about basics of food safety focusing on food contamination, chemical contamination, fungal contamination and ready to consume food. WTO standards and TQM system (GPH and ISO). She talked about the food recall procedures and its authority and the commission of food safety. She explained the importance of licensing and registration of food business.

The event also showcased display of products by various student led start-ups such as Aapni Dharohar “Our Culture, Our Pride” started by Ms. Poonam and “Kalakaari” started by Manisha and Manak of UIFT. Their stalls were put up outside the seminar hall for display.

The session was also attended by faculty and students from various departments. Prof Jagtar Singh (DSW), Prof Ashok Kumar (Asst DSW),  Prof.J.S Sherawat graced the session with their presence.

बीजेपी-जेजेपी सरकार को नहीं है किसान हितों से कोई सरोकार- हुड्डा

  • ·       बाकी राज्यों की तरह हरियाणा सरकार ने केंद्र से नहीं की धान की एमएसपी बढ़ाने की सिफारिश- हुड्डा
  • ·       एमएसपी में मामूली बढ़ोतरी किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा- हुड्डा
  • ·       मंडी आढ़ती और मजदूरों के 308 करोड़ 50 लाख रुपए का भुगतान जल्द करे सरकार- हुड्डा

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, 14 जून, चंडीगढ़: 

हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी सरकार ने बार-बार यह साबित किया है कि उसे किसानों के हितों से कोई सरोकार नहीं है। इसलिए ना तो इस सरकार ने अपने स्तर पर आज तक किसानहित का कोई फैसला लिया और ना ही कभी केंद्र सरकार से ऐसी कोई मांग की। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा ने कहा है कि कुछ दिन पहले केंद्र सरकार ने खरीफ की फसलों के लिए ऊंट के मुंह में जीरे के समान एमएसपी में बढ़ोतरी का ऐलान किया था। इसलिए धान उत्पादक 14 राज्यों ने एमएसपी में इस बढ़ोतरी को नाकाफी बताते हुए केंद्र सरकार से और बढ़ोतरी की मांग की है। लेकिन हैरत की बात है की धान के बड़े उत्पादक हरियाणा की सरकार ने केंद्र से ऐसी कोई सिफारिश नहीं की। जबकि तेलंगाना और महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने करीब ₹4500 प्रति क्विंटल एमएसपी की मांग की है। ऐसे में हरियाणा गठबंधन सरकार को भी जो पंजाब सरकार ने ₹3085 प्रति क्विंटल की सिफारिश की है,कम से कम इतनी तो करनी चाहिए थी।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने 2022 तक किसानों की आय डबल करने का वादा किया था। लेकिन पहले रबी और अब खरीफ सीजन के लिए हुए एमएसपी ऐलान से स्पष्ट हो गया है कि डबल आए का वादा सिर्फ एक जुमला था।  सरकार ने किसानों की आय नहीं बल्कि लागत डबल करने का कार्य किया है। क्योंकि आज की तारीख में महंगाई सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है। पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही है। खाद, बीज, दवाई और खेती उपकरणों पर सरकार ने बेतहाशा टैक्स लगा दिया है। ऐसे में अब एमएसपी में मामूली बढ़ोतरी कर उसने किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है।

हुड्डा ने बताया कि जयपुर में हुए कांग्रेस के मंथन शिविर के दौरान उनकी कमेटी ने एक बार फिर स्वामीनाथन आयोग के सी2 फार्मूले के तहत किसानों को एमएसपी देने और एमएसपी गारंटी का कानून बनाने की सिफारिश की है। जबकि आज की तारीख में इसके मुकाबले किसानों को लगभग आधी कीमत ही मिल रही है।

अपने बयान में हुड्डा ने अनाज मंडी आढ़तियों और मजदूरों की मांग को भी उठाया है। उन्होंने कहा कि करनाल समेत करीब 125 अनाज मंडी की आढ़ती एसोसिएशन के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इस बार के गेहूं सीजन में करीब 4.20 करोड़ क्विंटल गेहूं की l खरीद हुई। इसके एवज में ₹46 प्रति क्विंटल की दर से आढ़तियां को करीब 193 करोड रुपए कमीशन दिया जाना था। इसी हिसाब से श्रमिकों को ₹27.50 पैसे प्रति क्विंटल की दर से 115 करोड़ 50 लाख रुपए मजदूरी देनी थी। कुल मिलाकर आढ़ती और मजदूरों को 308 करोड़ 50 लाख रुपए का भुगतान किया जाना था। लेकिन सरकार ने अब तक इसका भुगतान नहीं किया है। नेता प्रतिपक्ष ने जल्द से जल्द इसके भुगतान की मांग उठाई है।

चंडीगढ़ डिजाइन इंस्टीट्यूट स्किल को एनक्यूएए अवॉर्ड्स में भारत के बेस्ट डिजाइन इंस्टीट्यूट के तौर पर मान्यता मिली

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 14 जून, 2022: 

टेक्नोक्रेट सुश्री नीलू कपूर और वल्र्डस्किल्स डिजाइन मेंटर प्रो. विनीत राज कपूर द्वारा स्थापित स्किल (स्कूल ऑफ एक्सपीरियंस इल्यूजन एंड लाइफ लर्निंग)  को डीएमजी द्वारा 40 अन्य शानदार अवॉर्ड्स के विजेताओं के बीच ‘बेस्ट डिजाइन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ के रूप में सम्मानित किया गया है। एसएक्सआईएल अवॉर्ड सूची में शामिल होने वाला उत्तर भारत का एकमात्र इंस्टीट्यूट है।

इस मौके पर संस्थापक विनीत राज कपूर ने बताया कि डेवोएक्सिल मीडिया ग्रुप ने हाल ही में नेशनल क्वालिटी अचीवमेंट अवॉर्ड्स 2022 की घोषणा की। इन अवॉर्ड्स की घोषणा बिजनेस लीडर्स, सर्विस प्रोवाइडर्स, जाने माने लोगों और आर्गेनाइजेशनों के प्रयासों को उनकी उपलब्धि के लिए निरंतर प्रतिबद्धता के लिए मान्यता देने के लिए की जाती है।  
नेशनल क्वालिटी अचीवमेंट अवार्ड्स 2022 का उद्देश्य लगातार बेहतर होती दक्षता और बेहतर प्रदर्शन के लिए इनोवेशन करके व्यवसायों और सर्विस इंडस्ट्री में उनके योगदान के लिए आर्गेनाइजेशनों और सफल लोगों को सम्मानित करना है।

इस अवसर पर अपने संबोधनमें, संस्थापक विनीत राज कपूर, पूर्व डीन चितकारा यूनिवर्सिटी और इंडियास्किल्स के लिए नेशनल ज्यूरी (इंडस्ट्रियल डिजाइन) ने कहा कि ‘‘मैं इस शानदार सफलता के लिए एनक्यूएए, डीएमजी, मेरे स्टाफ और स्टूडेंट्स को धन्यवाद देता हूं। यह सम्मान एनिमेशन, और यूआईयूएस/ प्रोडक्ट डिजाइन सेक्शंस में पिछले 26 वर्षों की निरंतर जारी लर्निंग और प्रेक्टिस का सुखद परिणाम है।’’

श्री बाला जी संघ ने मनाया अपना चौथा स्थापना दिवस

चण्डीगढ़ :

श्री बाला जी संघ, चण्डीगढ़ का आज चौथा स्थापना दिवस था। इस अवसर पर एक शाम बालाजी के नाम का आयोजन किया गया जिसमें संघ के अध्यक्ष व प्रख्यात भजन गायक कन्हैया मित्तल ने मेरी अखियां करें तेरा इंतजार सांवरे, गजब मेरे खाटू वाले गजब थारे ठाठ निराले, बनो सांवरे मेरा तुम हमसफर, हारे के सहारे आजा, थारी जय हो पवन कुमार आदि एक से बढ़ कर एक भजन सुना कर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यकम का आयोजन गणपति शिव शक्ति सेवा दल कांवड़ संघ द्वारा सेक्टर 19 स्थित सदर बाजार के पास किया गया था। गणपति शिव शक्ति सेवा दल कांवड़ संघ के कोषाध्यक्ष दीपक गुप्ता ने बताया कन्हैया मित्तल के भजनों ने श्रद्धालुओं के मनों में अपार भक्ति का संचार कर दिया। कार्यक्रम के पश्चात् अटूट भंडारा भी बरताया गया।

सूरतगढ़ राजस्व अभिभाषक संघ कक्ष में विश्व रक्तदान दिवस पर 101 युनिट रक्तदान

करणीदान सिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ 14 जून 22 :

महावीर इंटरनेशनल एवं अभिभाषक संघ (राजस्व) सूरतगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में 14 जून 2022  को विश्व रक्तदान दिवस के उपलक्ष्य में तहसील परिसर स्थित अभिभाषक कक्ष में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाया गया।

शिविर का उद्घाटन अतिरिक्त जिला कलेक्टर  अरविंद जाखड़ , उपखण्ड अधिकारी कपिल कुमार यादव , तहसीलदार हाबूलाल मीणा व प्रशिक्षु नायब तहसीलदार सुंदर पाल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

परियोजना निदेशक एडवोकेट वीर शिशपाल शर्मा ने बताया कि मैत्री ब्लड बैंक, सूरतगढ़ की टीम द्वारा कुल 101 यूनिट रक्त संग्रह किया गया। 

अभिभाषक संघ के सचिव एडवोकेट रामनारायण के अनुसार विश्व रक्तदान दिवस के उपलक्ष्य  में मैत्री ब्लड बैंक सूरतगढ़ की ओर से महावीर इंटरनेशनल  एवं अभिभाषक संघ (राजस्व) सूरतगढ़ को सम्मान प्रतीक देकर सम्मानित किया गया।

शिविर में एडवोकेट भागीरथ कड़वासरा,अमित सैनी, कमल शर्मा, दलवीर सोवणा सहित सभी अधिवक्ताओं व इंजीनियर रमेश चंद्र माथुर ने विभिन्न व्यवस्थाओं में सहयोग किया । 

महावीर इंटरनेशनल सूरतगढ़ केंद्र के अध्यक्ष वीर दिलीप मिश्रा ने सभी रक्तदाताओं का आभार व्यक्त किया।

आडवाणी ने सिखाया था राजधर्म, पर कॉंग्रेस ने इंदिरा की मानी

नेशनल हेरॉल्ड में कथित घोटाले को उजागर करने वाले बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी पहले जयललिता के सिपाही हुआ करते थे। उस वक्त स्वामी ने ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर जैन हवाला का गंभीर आरोप लगा दिया। 29 जून 1993 को स्वामी ने दावा किया कि हवाला कारोबारी सुरेंद्र जैन ने 1991 में आडवाणी को एक करोड़ रुपये दिए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि इस काले धन को कश्मीर में टेरर फंडिंग के इस्तेमाल किया गया है। 1996 में सीबीआई ने इस मामले में आडवाणी के खिलाफ FIR दर्ज की. मामले ने इतना तूल पकड़ा कि सड़क से संसद तक बीजेपी को घेरा जाने लगा। तब आडवाणी ने राजधर्म निभाते हुए लोकसभा से इस्तीफा दे दिया और कसम खाई कि अब बेगुनाही साबित करने के बाद ही संसद में कदम रखूंगा। आखिरकार वे इस मामले में बरी हुए और 1998 में फिर से जीतकर लोकसभा पहुंचे।

  • राहुल पर कार्रवाई से कांग्रेस बिफरी
  • राहुल गांधी इकलौते नेता नहीं हैं
  • आडवाणी ने सिखाया था राजधर्म
  • कभी मोदी से SIT ने 9 घंटे की थी पूछताछ
  • अमित शाह तो जेल गए, तड़ीपार भी हुए
  • राहुल गांधी को किस बात का डर है?

नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ED के सामने आज भी पेशी है। इस मामले में ईडी ने राहुल को पूछताछ के लिए बुलाया है। राहुल गांधी पर ईडी की कार्रवाई कांग्रेसियों को जरा भी अच्छी नहीं लगी है। ईडी कार्रवाई के विरोध में पार्टी ने देशव्यापी प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। कल सुबह से ही देश के कई हिस्सों में कांग्रेसी कार्यकर्ता प्रदर्शन शुरू कर चुके हैं। ऐसा नहीं है कि देश में पहली बार किसी राजनेता को जांच का सामना करना पड़ रहा हो। कांग्रेस सरकार में भी कई नेता इस तरह की जांचों का सामना कर चुके हैं, लेकिन तब किसी तरह का कोई प्रदर्शन नहीं देखने को मिले।

कांग्रेस पार्टी के दो प्रमुख चेहरे सोनिया गांधी और राहुल गांधी फिलहाल एक बड़ी मुसीबत में घिरे हुए हैं। सोनिया गांधी को तो 8 जून को ही पेश होना था, लेकिन कोरोनावायरस से ग्रस्त होने के कारण वह ईडी के सामने पेश नहीं हुई। उधर राहुल गांधी को भी 2 जून को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन राहुल ने असमर्थता जताई थी, जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें 13 जून को पेश होने के लिए समन भेजा है। लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हो जाती, क्योंकि कांग्रेस राहुल गांधी की पेशी के दौरान पूरे देश भर में बड़े स्तर पर शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। दरअसल राहुल गांधी की पेशी से पहले गुरुवार को कांग्रेस ने तमाम पार्टी महासचिवों, प्रभारियों और प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्षों की एक वर्चुअल बैठक बुलाई है, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी के संदर्भ में भी चर्चा होगी।

यहां तक की चर्चा यह भी है कि कांग्रेस ने अपने तमाम सांसदों से 13 जून की सुबह दिल्ली में मौजूद रहने को भी कहा है। कुल मिलाकर कहें तो ईडी के सामने राहुल गांधी और सोनिया गांधी की पेशी को कांग्रेस एक बड़ा मुद्दा बनाना चाहती है, हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है इसके पहले जब इंदिरा गांधी पर मुसीबत आई पार्टी उनके लिए भी विक्टिम कार्ड खेलने के लिए तैयार हो गई थी। 1975 में इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला हो या जीप घोटाले में इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी हुई हो, दोनों ही मौकों पर कांग्रेस ने खूब हंगामा मचाया था। कांग्रेस पार्टी आरोप लगा रही है यह सब कुछ ईडी प्रधानमंत्री मोदी के इशारे पर कर रही है। लेकिन कांग्रेस पार्टी जानती है कि एक वक्त ऐसा भी था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए एसआईटी के सामने 9 घंटे तक पूछताछ के लिए पेश होना पड़ा था। यह वही समय है जब कोंग्रेसी नेताओं ने हिन्दू आतंकवाद शब्द का प्रयोग किया था। मोदी को गुजरात में फैले दंगों के लिए आरोपित किया था। उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। गुजरात में कॉंग्रेस बुरी तरह हारी थी, सूत्रों के अनुसार तभी से मोदी के खिलाफ चालें चली जा रहीं थी।

ईडी द्वारा राहुल गांधी और सोनिया गांधी को समन भेजे जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन शुरू हो गया है। कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ता बुधवार से ही कांग्रेस मुख्यालय के बाहर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई से जुड़े सूत्रों के हवाले से तो यहां तक कहा गया है कि गुरुवार को पार्टी अपने तमाम महासचिवों, प्रभारियों और प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्षों के डिजिटल बैठक बुला रही है. सूत्रों के हवाले से कहा तो यह भी जा रहा है कि 13 जून की सुबह कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी सांसदों को दिल्ली में मौजूद रहने को कहा है। हालांकि अगर पार्टी की आधिकारिक लाइन को देखें तो उसके प्रवक्ता कह रहे हैं कि कांग्रेस कानून को मानने वाली पार्टी है और वह नियमों का अनुसरण करती है, इसलिए अगर राहुल गांधी और सोनिया गांधी को तलब किया गया है तो वह निश्चित तौर पर पेश होंगे।

1977 में 3 अक्टूबर को जब सीबीआई की टीम जीप घोटाले में इंदिरा गांधी को गिरफ्तार करने उनके आवास 12, वेलिंगटन क्रीसेंट पर पहुंची तो मानो हंगामा मच गया। तमाम कांग्रेस समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी के नेतृत्व में आवास को घेर लिया, और नारेबाजी करने लगे। यह पूरा तमाशा घंटों तक चलता रहा। हालांकि बाद में इंदिरा गांधी सीबीआई की टीम के साथ जाने को तैयार हो गईं। लेकिन हंगामा इतना ज्यादा बढ़ गया था कि उन्हें जेल न ले जाकर फरीदाबाद के पास बडखल गेस्टहाउस में रखा गया और अगले दिन ही जब उन्हें मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया तो उन्हें जमानत मिल गई। इसी तरह 1978 में इंदिरा गांधी के पुत्र और उस वक्त कांग्रेस पार्टी में दूसरे नंबर के नेता संजय गांधी को फिल्म किस्सा कुर्सी का प्रिंट जलाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। संजय गांधी को अदालत ने 1 महीने तक न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया था, जिसकी वजह से उन्हें तिहाड़ जेल में रखा गया था। इस गिरफ्तारी को लेकर भी तमाम कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था।

नेशनल हेरॉल्ड में कथित घोटाले को उजागर करने वाले बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी पहले जयललिता के सिपाही हुआ करते थे। उस वक्त स्वामी ने ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर जैन हवाला का गंभीर आरोप लगा दिया। 29 जून 1993 को स्वामी ने दावा किया कि हवाला कारोबारी सुरेंद्र जैन ने 1991 में आडवाणी को एक करोड़ रुपये दिए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि इस काले धन को कश्मीर में टेरर फंडिंग के इस्तेमाल किया गया है। 1996 में सीबीआई ने इस मामले में आडवाणी के खिलाफ FIR दर्ज की। मामले ने इतना तूल पकड़ा कि सड़क से संसद तक बीजेपी को घेरा जाने लगा। तब आडवाणी ने राजधर्म निभाते हुए लोकसभा से इस्तीफा दे दिया और कसम खाई कि अब बेगुनाही साबित करने के बाद ही संसद में कदम रखूंगा। आखिरकार वे इस मामले में बरी हुए और 1998 में फिर से जीतकर लोकसभा पहुंचे।

गुजरात में 2002 में हुए दंगों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक एसआईटी का गठन हुआ। एसआईटी ने उस वक्त गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से 9 घंटे तक पूछताछ की थी। लेकिन इस पूछताछ के दौरान ना तो बीजेपी समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने कोई हंगामा या प्रदर्शन किया और न ही तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर नाराजगी जाहिर की। उस वक्त पूछताछ के दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए-

नरेंद्र मोदी कहते हैं, “दंगों की जांच के लिए जो एसआईटी की रचना की है, उस एसआईटी ने मुझको एक चिट्ठी लिखी थी, जिस चिट्ठी में 27 तारीख को मुझसे मिलने के लिए बताया था और आज 27 तारीख को मैं एसआईटी के सामने प्रस्तुत हूं। विस्तार से बातचीत उन्होंने मेरे से की है। उनको जो सवाल पूछने थे, मैंने पहले से ही कहा है भारत का संविधान, भारत का कानून सुप्रीम है और एक नागरिक के नाते एवं मुख्यमंत्री के नाते मैं भारत के संविधान से भारत के कानून से बंधा हुआ हूं। कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं हो सकता है। और आज मेरे व्यवहार ने, मेरे आचरण ने भांति-भांति की बातें फैलाने वालों को करारा जवाब दे दिया है। मैं आशा करता हूं इस प्रकार की बातें वेस्टेड इंटरेस्ट ग्रुप बंद करेंगे। अभी भी कुछ लोगों को भ्रम रहते हैं, तो मैं स्पष्ट करना चाहता हूं यह एसआईटी सुप्रीम कोर्ट ने बनाई हैं, एसआईटी का जांच करने वाला जो दल है, जिसने आज मुझसे पूछताछ की है, इस पूरी व्यवस्था में गुजरात का कोई भी अफसर नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा पसंद किए हुए, नियुक्त किए गए अफसर हैं, इसलिए यह सीधा-सीधा सुप्रीम कोर्ट के डायरेक्शन में काम कर रहा है और उन्हीं लोगों ने आज मेरे से पूछताछ की है।”

उस जांच के दौरान नरेंद्र मोदी से तकरीबन 100 सवाल किए गए थे और उन्होंने उन सभी सवालों के जवाब दिए थे. दैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार उस एसआईटी के प्रमुख रहे आरके राघवन अपनी आत्मकथा ‘अ रोड वेल ट्रैवेल्ड’ में लिखा है कि इस जांच के दौरान गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से एसआईटी ने तकरीबन 9 घंटे तक पूछताछ की थी. पूरे पूछताछ के दौरान नरेंद्र मोदी ने चाय तक नहीं पी थी. यहां तक कि वह पानी भी अपना खुद का लेकर आए थे. सबसे बड़ी बात कि जब एसआईटी ने उनसे कहा की पूछताछ एसआईटी के दफ्तर में ही होगी तो उसके लिए नरेंद्र मोदी बड़ी सहजता से मान गए.

सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामला तो सालों तक सुर्खियों में रहा। इस केस में बीजेपी नेता अमित शाह भी आरोपी बनाए गए थे। CID से लेकर CBI तक से इस मामले की जांच कराई गई। केस में गुजरात के तत्कालीन गृहमंत्री अमित शाह के ऊपर यह आरोप लगे थे कि उन्होंने मार्बल व्यापारियों के कहने पर सोहराबुद्दीन का फर्जी एनकाउंटर कराया था। शाह के ऊपर इस मामले में अपहरण, हत्या और सबूत मिटाने का आरोप लगाया गया था। जांच में सहयोग करते हुए जुलाई 2010 में अमित शाह ने आत्मसमर्पण किया और उनको जेल भेज दिया गया था। जेल जाने के तीन महीने बाद ही अक्टूबर 2010 में अमित शाह को जमानत दे दी गई हालांकि कोर्ट ने अमित शाह को जमानत देते हुए 2 साल तक गुजरात ना आने की शर्त रखी थी। सोहराबुद्दीन शेख के भाई नयाबुद्दीन शेख ने कोर्ट को बताया था कि CBI ने अपने मन से इस केस में अमित शाह के नाम को जोड़ा था। 2014 में वे इस मामले से बरी हुए।

कांग्रेस जिस तरह से इस मुद्दे को बड़ा बना रही है, उससे दो सवाल उठ रहे हैं।

एक- क्या कांग्रेसी गांधी परिवार को कानून और संविधान से भी ऊपर मानते हैं?

दूसरा- राहुल गांधी ईडी की पूछताछ से इतना घबरा क्यों रहे हैं?

देश में कानून सबके लिए बराबर है। किसी पर भी कोई आरोप लगता है तो उसे एक न्यायिक प्रक्रिया से गुजरना ही पड़ता है, फिर राहुल गांधी क्यों स्पेशल ट्रीटमेंट चाहते हैं। यदि राहुल गांधी पर कोई आरोप लगा है तो उन्हें जांच का सामना करना चाहिए. जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. उनको संविधान और न्यायपालिका पर भरोसा होना चाहिए।

Panchkula Police

Police Files Panchkula, May 2022

क्राईम ब्रांच नें 4 किलो 500 ग्राम अफीम के साथ महिला सहित 2 आरोपियो को काबू

पंचकूला/ 09 जून :- पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमीश्रर पंचकूला डॉ हनीफ कुरैशी के निर्देशानुसार, डीसीपी पंचकूला श्री सुरेन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में एसआईटी गठित करके कडी कार्यवाही की जा रही है जिस कार्यवाही के तहत एसीपी क्राईम श्री अमन कुमार द्वारा कार्यवाही करते हुए अवैध वसुली के मामलें में बरामद करोडो रुपये, ज्वैलरी तथा 697 ग्राम अफीम बारे पुछताछ हेतु दिनांक 07 जून को आरोपी अनिल भल्ला तथा साहिल भल्ला को प्रोडक्शन वारंट पर पुछताछ की गई । जिस पुछताछ में आरोपी साहिल भल्ला नें बताया कि उन्होनें यह 679 ग्राम बरामद अफीम निर्मल सिंह पुत्र नराता राम वासी गाँव बसौला पिन्जोर से खरीदी थी ।

जिस व्यकित को क्राईम ब्रांच की टीम नें 08 जून को निर्मल सिंह पुत्र नराता राम को 3 किलो 564 ग्राम अफीम सहित गिरफ्तार किया गया । जिस मामलें में आरोपी निर्मल सिह को 6 दिन के पुलिस रिमांड लिया गया था जो रिमांड के दौरान आरोपी निर्मल सिंह नें नशीला पदार्थ अफीम की सप्लाई करनें में अन्य सलिप्त आरोपियो बारे जानकारी दी गई थी ।

*जानकारी के मुताबिक आज दिनांक 14 जून को एसीपी अमन कुमार के नेतृत्व में आरोपी अमर कुसारी उर्फ जीवन पुत्र जसवीर कुसारी गाँव छहरा जिला रुकूम प्रदेश कर्णाली नेपाल तथा सलिप्त महिला आरोपी बिपना पुई लालबीर खत्री वासी गाँव मेघा जिला रुकूम प्रदेशा कर्णाली नेपाल को नशीला पदार्थ अफीम 4 किलो 500 ग्राम सहित गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो को नालागढ रोड बद्दी के पास पेट्रोल पंप से गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो के खिलाफ अलग से थाना पिन्जोर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया औऱ आरोपियो को मौका से गिरफ्तार किया गया गिरफ्तार किये गये आरोपोयो को कल अदालत में पेश किया जायेगा ।*

डिटेक्टिव स्टाफ नें स्नैंचिग के मामलें में महिला आरोपी को किया काबू 

पंचकूला/ 13 जून :- पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमीश्रर पंचकूला डॉ हनीफ कुरैशी के निर्देशानुसार , उप.नि. सुरेन्द्र पाल इन्चार्ज डिटेक्टिव स्टाफ की टीम द्वारा स्नैंचिग की वारदात के मामलें में सलिप्त महिला आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार की गई महिला आरोपी की पहचान अमनदीप कौर उर्फ आशु पत्नी हरप्रीत सिंह वासी गाँव भवुआला चमकौर साहिब जिला रुपनगर पजांब हाल खरड मौहाली के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक रजनी वाला पत्नी सवनीत कुमार वासी आँचल विहार नें शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 17 मई को वह शाम के समय जब वह घर के बाहर घूम रही थी तभी पीछे से बाईक सवार नें आकर शिकायतकर्ता महिला की गले से सोनें की चेन स्नैंच करके भाग गया । जिस बारें थाना में प्राप्त शिकायत पर धारा 379- ए भा.द.स. के तहत पिन्जोर थाना में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें मे डिटेक्टिव स्टाफ द्वारा कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी सतनाम सिंह वासी रुपनगर को गिरफ्तार किया गया था जिस आरोपी नें पुछताछ में बताया कि वह सोने चेन उपरोक्त महिला के पास है जिसनें उस चेंन पर लॉन करवाकर पैसे लिये हुए है जिस महिला आरोपी को डिटेक्टिव स्टाफ नें गिरप्तार करके पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया

घर पर पत्थरावबाजी करनें के मामलें में 2 जुवेनाइल सहित 4 को किया काबू

पंचकूला/ 14 जून :- पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि उपायुक्त पुलिस सुरेन्द्र पाल सिंह के निर्देशानुसार, प्रंबधक थाना सेक्टर 07 इन्सपेक्टर हरिराम के नेतृत्व में लडाई-झगडा मारपिटाई के मामलें दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आऱोपियो की पहचान रितिक कुमार पुत्र महेन्द्र कुमार तथा अनुज कुमार पुत्र नैना कुमार वासीयान खडक मगोंली जिला पंचकूला तथा दो अन्य जुवेनाइल को गिरफ्तार किया गया ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता साहिल पुत्र रवि कुमार वासीयान खडक मगोंली जिला पंचकूला का रहने वाला हुँ और नागरिक अस्पताल सेक्टर 06 पंचकूला में सिक्यूरिटी की नौकरी करता है और दिनांक 06.06.2022 को रात के समय जब वह अपनें दोस्तो के साथ बाते कर रहा था तभी वहा तीन अन्जान व्यकित शिकायतकर्ता को कहनें लगे की तेरी अकड निकालनी है और उसके कुछ देर बाद जाते-जाते शिकायतकर्ता के घर के दरवाजे पर पत्थर फैंक कर मारा उसके कुछ देर उपरान्त घर पर पत्थर फैकनें लगे जिसमें पत्थर शिकायतकर्ता के परिवार के सदस्यो को लगें औऱ घर के साथ खडे वाहन (आटो रिक्शा, कार) को भी काफी नुकसान हुआ जिस बारें थाना शिकायत दर्ज उपरान्त धारा 147,149,323,427,506 भा.द.स. के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें लडाई झगडा करनें दो मुख्य आरोपियो को कल दिनांक 13 जून को गिरफ्तार किया गया । तथा मामलें में 2 अन्य किशोर आरोपियो को गिऱफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

नुक्कड़ नाटक के जरिए यवनिका पार्क में साइबर क्राइम के प्रति किया जागरूक

*अनपढ़ लोगों के साथ-साथ पढ़े लिखे लोग भी, साइबर क्राइम का हो रहे है शिकार -डीसीपी पंचकूला

पंचकूला/ 14 जून :- पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिहं के निर्देशानुसार पंचकूला में साइबर अपराधो से बचनें हेतु विशेष अभियान की शुरुआत की गई है जिस अभियान के तहत लोगो को साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक करनें अलग- 2 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जायेगें ।  और आज इस संबध में यवनिका पार्क पंचकूला में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिस कार्यक्रम का नेतृत्व एसीपी ममता सौदा द्वारा किया गया । इस कार्यक्रंम में मंच का सचांलन एएसाई शिवानी के द्वारा किया गया ।

इस कार्यक्रम में नेशनल स्कूल आफ ड्रामा दिल्ली की ओर से नुक्कड़ नाटक आयोजित किया गया । जिस नाटक के माध्यम से लोगो को जागरुक किया कि साइबर अपराधो में किस प्रकार लोगों को बेवकूफ बना कर उन्हें ठगा जा रहा है । कैसे एक व्यक्ति फर्जी बैंक कर्मी बनकर दूसरे व्यक्ति से उसकी सारी बैंक डिटेल्स पूछ कर उसके साथ फ्रॉड करने की कोशिश करता है लेकिन वह व्यक्ति जागरूक होने के कारण उसे अपनी डिटेल्स ना बता कर इस साइबर क्राइम से बच जाता है । नाटक में यह भी दिखाया गया कि अनपढ़ लोगों के साथ-साथ पढ़े लिखे लोग भी इस साइबर क्राइम का शिकार हो रहे हैं । नाटक के अंत में साइबर क्राइम से जागरूक होने का संदेश दिया और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 बारे जानकारी दी गई ।

इसके साथ ही इन्चार्ज साइबर सेल इन्द्र सिंह नें बताया कि साइबर अपराध घटित होनें से बचनें के लिए जागरुकता ही सबसे बडा बचाव है और अगर साइबर अपराध घटित हो जाता है तो उसके लिए सबसे बडा बचाव है हेल्पलाइन न. 1930 है । क्योकि जैसे किसी सडक दुर्घटना मे किसी घायल व्यकित को प्राथमिक उपचार देकर उसकी जिन्दगी बचाई जा सकती है ऐसे ही अगर साइबर अपराध घटित होनें पर तुरन्त 1930 डॉयल करनें पर साइबर धोखाधडी में गई राशि को बचाया जा सकता है इसके अलावा आप अपनी शिकायत साइबर कम्पलेंट पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर दर्ज करवा सकते है ।

इसके अलावा जानकारी दी कि इंटरनेट पर निजी जानकारियों को किसी से भी साझा नहीं करे और स्पैम और अनचाहे मेल को बिना देखे तुरंत डिलीट करें । सोशल मीडिया का सावधानी से प्रयोग करें । फेक मैसेज से बचें, जिनसे आप साइबर अपराधियों के शिकार हो सकते हैं । साइबर अपराधो के प्रति जागरुक रहे, सुरक्षित रहें ।

इस कार्यक्रम में नाटक का निर्देशन अभिषेक इंदौरा द्वारा किया गया और नाटक में वरुण शर्मा, सौरव रावत ,रजत, आदित्य, राघव, पुष्पक ,सूरज, पूजा, सलोनी, लवी और राज ने भाग लेकर लोगो को साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक किया गया । इसके साइबर सेल पंचकूला की टीम उप.नि. आशिष , सिपाही बलबिन्द्र , प्रंबधक थाना सेक्टर 05 तथा अन्य पुलिस कर्मी व अन्य लोगो मौजूद रहें ।

विश्व रक्तदाता दिवस के उपलक्ष्य पर 261 रक्तदताओं ने किया रक्तदान

चंडीगढ़ 14 जून 2022

 विश्व रक्तदाता दिवस के उपलक्ष्य पर व गर्मियों के कारण ट्राईसिटी के अस्पतालों में आयी रक्त की कमी को पूरा करने के लिए विश्वास फाउंडेशन द्वारा चार रक्तदान शिविरों का आयोजन किया। इसमें इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी पंजाब स्टेट ब्रांच चंडीगढ़, पंचकूला, मोहाली यूटी चंडीगढ़ ने सहयोग किया। चंडीगढ़ में शिविर मार्केट जगदंबा मेडिकोस के सामने सेक्टर 15 में लगाया गया। पंचकूला में शिविर मार्केट सेक्टर 11 में लगाया गया। मोहाली में शिविर मार्केट फेज 11 में पेट्रोल पम्प के सामने लगाया गया व जीरकपुर में शिविर मेट्रो स्टोर के सामने लगाया गया। शिविर सुबह 10 बजे शुरू होकर दोपहर बाद 4 बजे चलाए गए। चंडीगढ़ के शिविर को सफल बनाने में जगदंबा मेडिकोस से गिरीश ललित ने सहयोग किया।

विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि चंडीगढ़ में ब्लड बैंक पारस अस्पताल पंचकूला की टीम ने डॉक्टर पुनीत सचदेवा की देखरेख में 60 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया। पंचकूला में ब्लड बैंक पंचकूला वेलफेयर ट्रस्ट की टीम ने डॉक्टर श्रुति सिंगला के देखरेख में 50 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया। मोहाली में ब्लड बैंक मेहर अस्पताल जीरकपुर की टीम ने डॉक्टर सतनाम व डॉक्टर नेहा की देखरेख में 74 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया गया। जीरकपुर में ब्लड बैंक एम केयर अस्पताल की टीम ने डॉक्टर कार्तिक अग्रवाल की देखरेख में 77 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया गया। चारों शिविरों में कुल 261 यूनिट्स रक्त एकत्रित हुआ। शिविर में चंडीगढ़ प्रशासन से रंजन गुप्ता व कर्नल राजेश ने भी रक्तदान किया।

उन्होंने बताया कि लोगों में यह भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है। रक्तदान के कारण कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि सभी को 90 दिन में एक बार अवश्य ही रक्तदान करना चाहिए। इससे जरूरतमंदों को मदद मिलती है साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है। रक्तदान जैसा पुनीत काम सबसे बड़ी सेवा में आता है। रक्त ही एकमात्र ऐसा पदार्थ है जिसका निर्माण किसी फैक्ट्री में नहीं किया जा सकता। केवल स्वयं अपनी मर्जी से रक्तदाताओं द्वारा रक्तदान करने से ही रक्त की कमी पूरी की जा सकती है।

शिविर में आये सभी रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया गया। इस मौके पर रमेश सुमन, विकास कालिया, मोनिका बाली, मधू खन्ना, शिशुपाल पठानिया, शाश्वत विश्वास, श्यामसुन्दर साहनी, शत्रुघन कुमार, नीरज यादव, विशाल कुंवर ब्लड बैंक के डॉक्टर्स व अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे।

गोष्ठियों में श्रोतागण साहित्यकारों की रचनाओं की समीक्षा कर उनसे सवाल भी करें : फूलचंद मानव

चण्डीगढ़ :

आज साहित्य संगम ट्राइसिटी की ओर से एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें संस्था के अध्यक्ष ‌‌फूलचंद मानव  ने कहा कि सामान्यत: गोष्ठियों में कविगण अपनी कविताएं, ग़ज़ल, गीत सुनाकर चले जाते हैं और लोग सशरीर तो गोष्ठी में होते हैं किंतु मन से कभी मोबाइल में तो कभी कहीं और व्यस्त होते हैं। बेहतर हो कि साहित्यिक गोष्ठियों में किसी कवि या लेखक को पूरे मन से सुना जाए और श्रोतागण उस साहित्य कार से रूबरू होकर उससे सवाल करें उसकी रचनाओं की समीक्षा करें। इससे साहित्यकार को अपनी सीमाएं ज्ञात हो सकती हैं और प्रश्न पूछने वाले भी भीतर से समृद्ध होंगे। गोष्ठी में टेकचंद अत्री, नीना दीप, नवीन नीर,  दीपाली, योगेश्वर कौर, मक्खन सक्सेना, डायमंड शर्मा, एम.एल अरोड़ा और प्रवीण सुधाकर ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कर माहौल को साहित्यक उल्लास और आनंद से भर दिया।
अंत में संस्था के उपाध्यक्ष टेक चंद अत्री ने आज की गोष्ठी को सार्थक और स्मरणीय बनाने के लिए सभी उपस्थित श्रोताओं के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

हिरासत में लिए जाने के बाद सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर बोला हमला

दिल्ली पुलिस ने सोमवार को अधीर रंजन चौधरी, के सी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कांग्रेस के 459 कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं को पुलिस के निर्देशों का पालन नहीं करने पर हिरासत में लिया। इसी के साथ दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा कि पुलिस कार्रवाई के दौरान विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं के साथ मारपीट और घायल होने के आरोपों की गंभीरता से जांच की जाएगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ट्विटर पर कहा, ” जब मोटे पुलिसकर्मी आप से टकराते हैं, तो आप यकीनन भाग्यशाली होते हैं कि एक संदिग्ध हेयरलाइन क्रैक मात्र होकर रह जाता है। डॉक्टरों ने कहा है कि अगर हेयरलाइन में कोई क्रैक है, तो यह लगभग 10 दिनों में खुद ही ठीक हो जाएगा। साथ ही उन्होंने ये जानकारी भी दी कि वह ठीक हैं और कल काम पर जाएंगे।”

नई दिल्ली(ब्यूरो) डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली :  

नेशनल हेराल्ड केस में ईडी की राहुल गांधी से आज भी पूछताछ जारी है।  इधर, राहुल गांधी के पार्टी ऑफिस से ईडी दफ्तर के लिए निकलते वक्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारी प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने कांग्रेस पार्टी के नेता रणदीप सुरजेवाला समेत कई कार्यकर्ताओं को अपनी हिरासत में ले लिया है, और उन्हें बस में भरकर दूसरी जगहों पर ले जाया जा रहा है। वहीं इस बीच, कांग्रेस ऑफिस के आसपास धारा 144 लगा दी गई है।

रणदीप सुरजेवला अब कॉंग्रेस के राष्ट्रिय नेता हैं। पिछले विधान सभा चुनाव हरियाणा में हारने के पश्चात वह हरियाणा से राज्य सभा चुनाव तक नहीं लड़े थे वह राज्य सभा चुनावों में राजस्थान से लड़ और राज्यसभा सांसद होने का अशोक गहलोत के कारण उनकी गोद में आ गिरा। वहीं दूसरी ओर बात करें पी॰ चिदम्बरम की तो अभी कुछ महीने पहले ही उनके बेटे को जो तमिलनाडू से सासद हैं, को ईडी ने गिरफ्तार किया और अब उनकी जमानत भी खारिज हो चुकी है, तो चिदम्बरम ने या तमिल कॉंग्रेस ने उनके लिए क्या किया?

कल दिल्ली पुलिस के अपने दफ्तरों में किसी भी प्रकार के धरने के लिए किसी को भी जाने नहीं दिया। वहीं कॉंग्रेस कार्यकर्ताओं ने थोड़ा ज़ोर दिखाया तो दिल्ली पुलिस ने उन्हे रोका तो कुछ धाकका मुक्की हुई, जहां चिदम्बरम ने अपने घायल होने की बात काही जिसे हर तरफ फैलाया जा रहा है। वहीं चिदम्बरम का ब्यान है की डॉक्टर ने कहा, अगर हेयरलाइन में कोई क्रैक है, तो यह लगभग 10 दिनों में खुद ही ठीक हो जाएगा। साथ ही उन्होंने ये जानकारी भी दी कि वह ठीक हैं और कल काम पर जाएंगे।”

चिदम्बरम के ब्यान से पता चलता है कि वह ठीक हैं और हस्पताल से निकाल चुके हैं, लेकिन इस बीच, कांग्रेस ऑफिस के आसपास धारा 144 लगा दी गई है। रणदीप सुरजेवाला ने हिरासत में लिए जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए केन्द्र सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री को घसीटा जा रहा है. पूर्व गृह मंत्री की हड्डी तोड़ दी गई।” इससे पहले, कांग्रेस ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ को ‘असंवैधानिक’ करार देते हुए मंगलवार को दावा किया कि सरकार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष से परेशानी इसलिए है कि उन्होंने किसानों, नौजवानों, मजदूरों की आवाज उठाई तथा कोरोना संकट एवं सीमा पर चीन की आक्रमकता को लेकर मोदी सरकार को घेरा।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला भारतीय कानून के भी योद्धा हैं। वह बहुत बड़े वकील हैं, उन्होने सराकारी कार्यप्रणाली पर ही प्रश्न उठा डाले। सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब कोई प्राथमिकी ही दर्ज नहीं है तो फिर पूछताछ के लिए कैसे बुलाया जा सकता है. यह पूरी कार्रवाई असंवैधानिक और प्रतिशोध की राजनीति से प्रेरित है।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘आखि़र भाजपा के निशाने पर राहुल गांधी और कांग्रेस ही क्यों? क्या ईडी की कार्रवाई जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज़ को दबाने का षडयंत्र है?’’