चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ :
चण्डीगढ़ नगर निगम में नॉमिनेटेड काउंसलर नियुक्ति हेतु जसपाल सिंह (सलाहकार, पूर्व उपमहापौर ), समाजसेवी और पत्रकार के समर्थन के लिए अब नरेंद्र मोदी टीम अखिल भारतीय महामंत्री मनोज ग्रोवर ने भी सिफारिश की है।
नरेंद्र मोदी टीम महामंत्री मनोज ग्रोवर ने कहा कि अगर जसपाल सिंह को नॉमिनेटेड काउंसलर के तौर पर प्रशासक चंडीगढ़ घोषित करें तो यह चण्डीगढ़ और भाजपा के लिए बहुत अच्छा होगा ।
मनोज ग्रोवर ने बताया की जसपाल सिंह राजनीतिक व सामाजिक दायरे में काम करने के लिए पहले भी चंडीगढ़ प्रशासन, जीएमसीएच 32 व अन्य संस्थाओं से जुड़े रहे हैं । नरेंद्र मोदी टीम नेता ने जसपाल सिंह की तारीफ करते हुए कहा की 1983 से 1987 तक जसपाल सिंह ने चण्डीगढ़ में प्रौढ़ शिक्षक के तौर पर भी काम किया इस दौरान और भी बहुत सारे स्वयंसेवक काम कर रहे थे, जिस कारण 1991 की जनगणना में चंडीगढ़ का लेवल भारत की साक्षरता दर में केरल के बाद बेहतर स्तर पर पहुंचा था। 1991 के बाद करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद चण्डीगढ़ की साक्षरता दर 1991 के बराबर नहीं पहुंची। अब उन्हें नॉमिनेटेड काउंसलर बना दे तो चण्डीगढ़ की जनता को बहुत लाभ मिलेगा ।
चण्डीगढ़ नगर निगम में 35 पार्षदों का चुनाव दिसंबर 2021 में संपन्न हो गया था । इन 35 पार्षदों ने जनवरी 2022 दौरान शपथ ग्रहण कर लिया था लेकिन चण्डीगढ़ नगर निगम में 9 नौ नॉमिनेटेड पार्षदों के नाम की घोषणा आज तक नहीं हुई।
पिछले 25 वर्ष का इतिहास है कि चण्डीगढ़ नगर निगम में नॉमिनेटेड और चुनाव जीतकर आने वाले पार्षद एक साथ शपथ ग्रहण करते रहे हैं । साथ ही साथ महापौर, उपमहापौर व वरिष्ठ उप महापौर का चुनाव भी नॉमिनेटेड पार्षदों के नॉमिनेशन के बाद होता रहा है लेकिन इस बार यह इतिहास बदल गया है ।
पता चला है कि नॉमिनेटेड पार्षद के मनोनयन के लिए प्रशासन के पास काफी संख्या में दावेदारियां पहुंची थी। अप्रैल 2022 दौरान प्रशासन के अधिकारियों ने पुलिस व पटवारी के माध्यम से जांच के बाद 32 आवेदकों के नाम शॉर्टलिस्ट करके प्रशासक चण्डीगढ़ के पास भेज दिए हैं। अब 32 दावेदारों में से नो पार्षदों के नाम नॉमिनेटेड पार्षद के तौर पर घोषित करने की जिम्मेदारी माननीय प्रशासक चण्डीगढ़ के पास है।