Monday, December 23


चंडीगढ़, 25 जून, 2022: 

श्री चैतन्य चंडीगढ़ ने एक बार फिर किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई 2022) के परिणामों में शीर्ष 100 में 11 चयनों और शीर्ष 1000 में 25 चयनों के साथ एआईआर 7 और एआईआर 9 प्राप्त करके अपना वर्चस्व स्थापित किया। एआईआर 7  रैंक चिड़विलास ने हासिल किया और एआईआर 9  रैंक निवेश ने हासिल किया।

पिछले पांच वर्षों से श्री चैतन्य चंडीगढ़ उल्लेखनीय परिणाम दे रहा है और इसमें जबरदस्त वृद्धि हुई है। 2018 में 8 चयन, 2019 में 14 चयन, 2020 में 26 चयन और अंत में 2022 में 25 चयन हुए। अपनी शुरुआत से लगातार श्री चैतन्य चंडीगढ़ संस्थान उत्कृष्ट परिणाम दे रहा है।

किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई) बुनियादी विज्ञान में फैलोशिप का एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है, जिसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा शुरू और वित्त पोषित किया गया है, ताकि विज्ञान में बुनियादी विज्ञान पाठ्यक्रमों और अनुसंधान कैरियर को आगे बढ़ाने के लिए असाधारण रूप से प्रेरित छात्रों को इस ओर आकर्षित किया जा सके।

कार्यक्रम का उद्देश्य अनुसंधान के लिए प्रतिभा और योग्यता वाले छात्रों की पहचान करना, उन्हें उनकी शैक्षणिक क्षमता का एहसास करने में सहायता करना है; उन्हें विज्ञान में अनुसंधान कैरियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना और देश में अनुसंधान और विकास के लिए सर्वोत्तम वैज्ञानिक मष्तिकश की वृद्धि सुनिश्चित क रना रहा है। 
श्री चैतन्य चंडीगढ़ के छात्रों ने यहां सेक्टर 34 स्थित अपने सेंटर में छात्रों के परिणाम का जश्न मनाया।

श्री चैतन्य चंडीगढ़ के सेंटर डायरेक्टर मृणाल सिंह ने कहा कि यह जगह छात्रों को सभी संसाधन प्रदान करने के लिए बनाई गई थी ताकि वे प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम दे सकें। हम श्री चैतन्य के प्रत्येक छात्र और माता-पिता को आश्वस्त करते हैं कि हम अपने सेंटर के प्रत्येक छात्र को आईआईटी, आईआईआईटी, एनआईटी, एआईआईएमएस, शीर्ष मेडिकल कॉलेजों और अन्य टियर -1 कॉलेजों में चयनित करने की यात्रा की ओर आगे बढ़ाएगें। 

उन्होंने कहा कि हम केवीपीवाई 2022 में उनके द्वारा प्राप्त उत्कृष्ट परिणामों के माध्यम से परिलक्षित हमारे छात्रों के अनुकरणीय प्रदर्शन से रोमांचित हैं। प्रारंभिक तैयारी की प्रासंगिकता के महत्व को समझते हुए, श्री चैतन्य छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए उनकों आगे बढ़ाने में विश्वास करते हैं।

अगर आप केवीपीवाई पास करते हैं तो आपको ग्रेजुएशन के पहले साल से ही स्कॉलरशिप मिलेगी। केवीपीवाई के स्कॉलर्स को बी.एससी/बी.स्टैट/बी.एस/बी.मैथ/इंटिग्रेटिड एमएस/एम.एससी के पहले से तीसरे वर्ष तक 5000 रुपये मासिक छात्रवृत्ति और 20000 रुपये का वार्षिक आकस्मिक अनुदान मिलता है। तीन साल के बाद एकीकृत एमएस/एमएससी के एमएससी / चौथे और 5 वें वर्ष के दौरान छात्रवृत्ति को बढ़ाकर 7000 रुपये प्रति माह कर दिया जाता है और 28000 रुपये का वार्षिक आकस्मिक अनुदान दिया जाता है।

छात्रों का चयन बुनियादी विज्ञान में किसी भी स्नातक कार्यक्रम के ग्यारहवीं कक्षा से प्रथम वर्ष तक पढऩे वालों में से किया जाता है, अर्थात् बी.एससी/बी.स्टैट/बी.एस/बी.मैथ/इंटडी,एमएससी/एमएस वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता रखने वाले गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान में। आवेदनों की जांच करने और देश के विभिन्न केंद्रों पर योग्यता परीक्षा आयोजित करने के लिए आईआईएससी में विशेष समूह / समितियां स्थापित की गई हैं। एप्टीट्यूड टेस्ट में प्रदर्शन के आधार पर, शॉर्ट-लिस्टेड छात्रों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है जो चयन प्रक्रिया का अंतिम चरण होता है। फेलोशिप प्राप्त करने के लिए, एप्टीट्यूड टेस्ट और साक्षात्कार के अंक दोनों पर विचार किया जाता है।